मन मेरु उदास ह्व़ेगे I
दिल की बात दिल मा रेगे II
ज़िन्दगी मा आई वा बांद, जन हवा कू झोका I
कतका कोशिश करीनी मिन, पर नी मिली मोका I
सुख चैन दगडी लीगे, जिकुड़ी मेरी घैल केगे II
मन मेरु उदास ह्व़ेगे I
दिल की बात दिल मा रेगे II
बोली छौ उइन, साथ च मेरु उम्र भरी कू I
यखुली यन रेग्यो मी, जन भात बिना तरी कू I
सुख्यू भात खैकी मेरा पुटुक बिनेगे II
मन मेरु उदास ह्व़ेगे I
दिल की बात दिल मा रेगे II
खैर विपदा लगेनी उइंमा, अपरा दिला की I
चिंता नी कारी मिन, फिर फ़ोन का बिला की I
पर की जण छाई वा, फ़ोन पर ही सेगे II
मन मेरु उदास ह्व़ेगे I
दिल की बात दिल मा रेगे II
दूध लीणा कू गयु मी, उइंका बार मा सोचीकी,
टोकन डाली मशीन मा, मिन मदरडेरी पौंछीकी,
सुचदा-सुचदा उइंका बार मा, वा समीणी ऐगे I
दिखदी रेग्यो उइंतेकी, अर सरया दूध खतेगे II
मन मेरु उदास ह्व़ेगे I
दिल की बात दिल मा रेगे II
ब्याली रात सुपन्यु देखी, वा मै दगड़ बच्यानी चाI
गों - गों बाजारू मा वा , मेते ही खुज्यानी चा I
जन्नी दिला कू भेद खोली , ढाई आखर प्रेम कू बोली ,
तन्नी सुबेर ह्व़ेगे II
मन मेरु उदास ह्व़ेगे I
दिल की बात दिल मा रेगे II
जून जन्नी मुखडी उइंकी भूले नी भुलेंदी,
मायादारो की माया कभी तराजू नी तुलेंदी I
सुरम्याली आंख्युन झणी कन जादू केगे '
सिदू सादू दीपू ते बोल्या बनेगे II
मन मेरु उदास ह्व़ेगे I
दिल की बात दिल मा रेगे II
Written By : Deepu Gusain ( दीपू गुसाईं )