Author Topic: Poems Written by Shailendra Joshi- शैलेन्द्र जोशी की कवितायें  (Read 98919 times)

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Shailendra Joshi
January 21
काली ब्यूटी की सुन्दरता
सुनो मरी जुबानी

जै काली कलकते वाली
मेरी काली प्यार मे ते रे हुवा मै काला
चमक ते चाँद -तारे के बीच आसमा सी काली
काले तवे से भी काली मेरे मन को भाती
गोरी लडकिया तू जे देख
फेयरनेस क्रीम छोड़ चेहरे पर बूटपोलिश लगाती
वो अपने गोरे मुखडे को काला कर वाती
काली घनेरी लटो से घिरा काला रुखसार
मोती से चम् चमके दांत काले मुखडे मे
कृष्ण सी काली
काली गैया सी काली
काले कौवे सी कुक तेरी
काली नागिन सी बलखाती
काली रात से भी काली
हिरदय का रंग गोरा
पर तन से ऐसी काली दरसन का राती काली मैया के
तू देख हिरदय से सरधा भाव फुट पड़ता
मन बोल ता जै काली मैया की
कविता शैलेन्द्र जोशी

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Shailendra Joshi
January 10
जख भी तू जांदी दग्दियो कु दगडा तुवैकू चैदू
हे इस्कुलिया बांधा
कुई बैख देखी झट खौली जांदी
मन मा कुछ नि रैंदु फैर मूल हैस जांदी
हे इस्कुलिया बांधा
बिराना पीठी का ठंगरा मा लगुली सी छाई तू
बथोउ मा हलंदी फौंगी रे तू
जैन जिथे ढलकै उथै ढलक जांदी तू
बिना मेकप का जुनी सी दमकणी छाई तू
फयोली सी मुखड़ी मा रिबन का दुई फूल खिलिया दुई लटलियो मा
गर मीठी नींद मा
कचि उमर मा पकी उमर का सुपनिया देखती तू हज़ार
बिखरा लटुला जुनी मुखडा मा
कालू काजल पस्यु मा
गलोड़ी मा बादल सी घिरुयु
ना चदरी ओदणु कु सगोर
लाज से बैफीकर
फैर भी सर्म चा भिन्डी तुवे मा इस्कुलिया बांधा
रुढ़ सी झौल तुवे मा
हुयुन्दी सी सैली चा शरारत चौमास तुवे मा
बसंत कु मौलियार छाई तू
खूबसूरती कु भण्डार
निर्मल चित कु कोठार
जवानी कु उदंकार छाई तू
है इस्कुलिया बांधा
रचना शैलेन्द्र जोशी

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Shailendra Joshi
December 4, 2013
मोटी फीस जरूर प्राइवेट इस्कूल होलू
पतली पगार मास्टर कि जरूर प्राइवेट इस्कूल होलू
पतली फीस जरूर सरकारी इस्कूल होलू
मोटी पगार मास्टर कि जरूर सरकारी इस्कूल होलू
पर मन यी सवाल उठदू बार बार
इन किल्हे होलू
गुरुजी की अप डाउन टैक्सी मा
जरूर सरकारी मास्टर होलू
कम पैसो मा पूरी कॉल्स
जरूर प्राइवेट मास्टर होलू
नि ले क्वी भी कॉल्स
जरूर सरकारी मास्टर होलू
इस्कूल की नौकरी दूर गौ
बाल बच्चा सैरीटाउन
जरूर सरकारी मास्टर होलू
कम पगार मा पढ़े पढ़े की प्राइवेट मास्टर की हालत चा डाउन
मोटी पगार मा सरकारी मास्टर टैक्सी की अप डाउन करी करी
पूरा पहाड़ की एजुकेशन ही डाउन करियाली
बुरु नि मन्या हो गुरु जी
बुरु मनला तो तुम राला अपणा घौर
मी अपणा घौर
रचना शैलेन्द्र जोशी

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Shailendra Joshi
November 30, 2013
मेरु पहाड़ (छोपती गीत)
छन बस आस मेरु पहाड़
मनखी चा निरास मेरु पहाड़
निरपाणि का डांडा मेरु पहाड़
मुंड बनठो कू मेरु पहाड़
रोज ना गार मेरु पहाड़
जाणा देस छोड़ी नौनियाल मेरु पहाड़
प्रकृति कि मार धार धार मेरु पहाड़
नेतो की लोकल राजधानी मेरु पहाड़
डॉक्टर मास्टर कू आकाल मेरु पहाड़
फेर भी हॅसी खेली जीवन जीणा लुख मेरु पहाड़
रचना ......शैलेन्द्र जोशी

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Shailendra Joshi
November 23, 2013
चेहरो मे ऐतबार ना रहा
सुना है मुखौटे भी बिकते है बाजार मे
मुझे विश्वास ना रहा किसी मर्द मे
जिधर भी गयी आबरू लूट धोका मिला
तेरी नंगी निगाहों के नंगेपन ने
मुझे औरत होने का यही सन्देश दिया
बदन से खेल रंगलिया मना
मै स्तब्द हू जिसको मैने
नौ मास सींचा खून से अपने
वो मर्द नहीं ना मर्द निकला
ऐसे कपूतो को जन्म के नारियों की कोख भी शर्मशार है
रचना .....शैलेन्द्र जोशी

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Shailendra Joshi
November 20, 2013
माटी की गंद सूंघी ज्यू बौड़ी जौ घौर
वू नाक कखा हर्ची होली हम पाड़ियों की
भै मन भी नि करदू अब् गढ़वाली लिखना कू
किलै की नि भिंग दा नयी पीढ़ी का लोग
जरा सी बात लगदी या पर अगर आईडी प्रूफ कि बात होली
कि बता तुम गढ़वाली चा क्या बताला लोलो भोल तुम
रचना ......शैलेन्द्र जोशी

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Shailendra Joshi
 
ऋतू बसंत छाया है
धरती उगल रही है फूल
कैसी सुंदर ऋतू बसंत
मिटी धूल मे भी सुगंद
हिर्दय मे छाया है ऋतू बसंत
धुप हो गयी कुछ अब गुनगुनी
रंगों से रंगी है धरती
खेल रही है होली रंग रही तन बदन
छाया सारा जीवन ऋतू बसंत
रचना शैलेन्द्र जोशी

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Shailendra Joshi
 
उत्तराखंड त्यारा मुंड का ताज मा
चढ़गी इक और सीएम
दारु प्या नाचा गावा झम
उत्तराखंड त्यारा भाग मा
लिख्याँ छन सीएम ही सीएम
दारु प्या नाचा गावा झम
उत्तराखंड त्यारा भाग मा
लिख्याँ छन घोटाला ही घोटाला
उत्तराखंड त्यारा भाग मा
लिख्याँ छन न्येता ही न्येता
हर गौ खोला का
चच्चा बौडा
बणया विधायक इख
हर कैकी हसरत
जुकुड़ी मा पलणी चा
बणयु मि बि इक दिन
सीएम उत्तराखंड कु
उत्तराखंड त्यारा भाग मा
लिख्युं चा राज ही राज
उत्तराखंड त्यारा भाग क्वी नीति नि
उत्तराखंड त्यारा भाग क्वी बिकास नि
लिख्याँ छन त्यारा भाग बस
सीएम ही सीएम
दारु प्या नाचा गावा झम।
रचना। ….......शैलेन्द्र जोशी

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Shailendra Joshi
January 30

माया का
सब्बी बाटा
छोरी चौबाटा
आणा का त् छन
भंडी बाटा
जाणै क्वी
गल्ली नि
जाणा बि
कैकु मन चा
मि ऎग्यों सदानी कु
दुन्या बसोणा कु
छोरा तेरा माया का चौबाटो मा
मुंडारु चा छोरी भारी
माया का चौबाटो मा
गोली इन्नी नि क्वी बाजार मा
पीड़ा कम करि जौ
ज्यु माया मुंडारा कि
सब्ब सै देलु छोरा
बरमंड बि चढ़ जौ
मुंडारु माया क्वी नि
चल तो फिर चल
छोरी माया का चौबाटो
हाँ हाँ आणु छौ
छोरा त्यरा पैथर
चल फिर माया का चौबाटो मा
रचना। ……शैलेन्द्र जोशी

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Shailendra Joshi
January 30

रितु रंगीली अहा कन्नी बसंत की
रितु पिंगली अहा कन्नी बसंत की
रितु फ्योंली बसंत की
रितु बुरांस बसंत की
रितु मायादारो की
रितु ठण्डी ना गरम
रितु गुनगुनी सी
बयार बसंत की
रचना। शैलेन्द्र जोशी

 

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