Author Topic: Poems Written by Shailendra Joshi- शैलेन्द्र जोशी की कवितायें  (Read 43051 times)

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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टोपली बन बनिकी
हर देस की
अपणी पहचाण चा
अपणी सान चा
मुंड एक चा
जख जा टोपली पैणा
टोपली पैनावा लुगों तै
टोपली मा राज चा
टोपली मा काज चा
टोपली मा राजनीती का
रंग छन् अनेक
टोपली बिना मुंड नांगु चा
टोपली की टोप जन्दा ज्यु
ऊही मातबरो का मुंड
टोपली कु ताज चा ।.........शैलेंद्र जोशी

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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जबरी बिटि विभिषणन
समाज अर
लोक कल्याण का बाना
भै भयात तै घाम लगायी
लोगोन यि सिखि
समाज अर देश
कु ही घाम लगे दया
समाज और देसौ
भले हो न हो
पर भै भयात
दुरजन हो या रावण
छोड़ा देश अर समाज
विभीषणन बन
गाली खाण सि त् बढ़िया च्
खूब करा भाई भतीजवाद
रिश्ता नाता परिवार मा त्
मिठास रालि चा
देस मा गाली
पड़लि त पड़ली
विभिषण बन सि त् बची राला ।......शैलेंद्र जोशी

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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सँस्कृती कु चोला पैरी
क्वी फिर ऐगी
सँस्कृति दिखाणु कु
देखी देखी हवेगि आँखि लाल
पर मिल क्वी नि देखि
छोडी सँस्कृती जुड़दू
फिर सुधि दौड़ लगे तुमुन
चला चला दौड़ी दौड़ी
सँस्कृती दिखणा कु
अब दिखदारों मा
जतगा सगोर
उन सँस्कृती तुम तै
अपणा हिसाबन परोसी
सँस्कृति मा बुन बच्याण
कुछ नि रैगी
बस दिखणा दरसन रैगी
देखा फिर सँस्कृती ।.........शैलेंद्र जोशी

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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बेनाम सी ख्वाइशें पापोन अंगराग महत्ता के म्यूजिक और पिंकी पूनावाला की लिखी नज्म जिसको अन्वेशा दत्तागुप्ता की आवाज फ़िल्म बर्फी का गीत को लोक कण्ठ की धनी गायक दीपा पंत आवाज में सुनना भी सुखद बिलकुल ओरिजनल ट्रैक में गाया है ।
बेनाम सी ख्वाहिशें, आवाज
ना मिले
बंदिशें क्यूं ख्वाब पे…परवाज
ना मिले
जाने है पर माने दिल ना तू
ना मेरे लिए
बेबसी ये पुकार रही है
आ साजन मेरे
चांद तेरी रोशनी आफताब
से है मगर
चाह के भी ना मिले है दोनों
की नजर
आसमां ये मेरा जाने दोनों
कब हैं मिले
दूरियां दिन रात की हैं, तय
ना हो फासले
पतझड़ जाए, बरखा आए हो बहार
मौसम बदलते रहे
दिल के नगर जो बसी सर्द हवाएं
क्यूं ना जाएं
आ जा आ भी जा मौसम कटे
ना बिरहा के

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Shailendra Joshi 
नरेँद्र कठैत का व्यंगबाण नेतागिरी
अरे लाटा !
सुद्धि नेतगिरी नि करदी
अगर छै तू तागतबर
त त्वे हमारि
क्या जरोरत प्वङगी
अर -
अगर छै तू निरबल
त लाटा !
हमारू छै हमारा बीच रे
अरे चुचा !
जन हम हिटणा छवां
तनि तू बि हीट ली ।

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Shailendra Joshi with जगमोहन सिंह जयाड़ा जिज्ञासू and 8 others at Sringar Uttrakhand.
Yesterday at 3:00pm ·
व्यंग सम्राट नरेँद्र कठैत का नेता काव्य व्यंग
खेती - बाड़ी होवु
नाडु -निसडू बि
पर बल्द नीन जैका
जन अजक्याल
नेता छन्
पर बिधायक नीन
त नेता कै लैका ।

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Shailendra Joshi with Mahi Mehta and 43 others.
12 hrs · Srinagar Garhwal ·
व्यंग सम्राट नरेँद्र कठैत का व्यंग बाण भोट
परसी तै / हम एका -हैंका
काम अयां / घोर बुण
दुस्मन दग्ड़ा / लड़याँ - भिड़याँ
पर नेता जी / एक भोट खैंची
तुम यू क्या कर गयाँ
तिमला तिमला खत्येनि
अर नग्या नंगी दिखेयाँ
जाति पातिन / हमारा मुंडा बाल
दुरंगा हुयां
एक आँखि हमारि / गढ़वलि रेगी
हैंकि आँखि कुमायाँ ।

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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गीत की फीलिंग में एक नया मुक्तक
प्रेम के गीत में
क्या नया लिखूं
गोरी या काली
वो चाँद है
वो सूरज है
वो फूल है
इन बासी उपमाओं
क्या नया गीत रचाउ
मै क्या नया गीत लिखूं
वो लम्बी है छोटी है
वो मोटि है छोटी है
कब तक इन बासी
उपमाओं में गीत रचाऊँ
प्रेम गोरा काला
लंबा या छोटा
मोटा या पितला
फिगर नही होता
फिर क्यों
इन बासी उपमाओं में
प्रेम के गीत रचाउ। ,............शैलेंद्र जोशी

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Shailendra Joshi with जगमोहन सिंह जयाड़ा जिज्ञासू and 25 others at Sringar Uttrakhand.
January 26 at 8:15pm ·
गाँव ठेट महिला की सुरों साधना नाम बसंती देवी बिष्ट ।
बसंती देवी बिष्ट उस गाँव से निकली महिला जहाँ आज लाइट नही आयी बचपन में अपनी माँ को लोकगीत और जागर गाते सुन गाने में रुचि पैदा हुयी किन्तु 15 साल की उम्र में जिला चमोली के ल्वाणी गाँव उनकी शादी हो गयी । गाने शौक यही रुक गया । उनका जीवन सालों साल वैसा चला ठेट ग्रमीण परिवार की महिलाओं चलता बड़ा परिवार घर जंगल का काम । किन्तु सालों बाद जब वो अपने पति के साथ पंजाब के जालन्धर शहर में चल गई तो वहाँ उन्होंने क्लासिकल संगीत सीखना शुरू किया जिसकी फ़ीस चालीस रुपया होती थी उस संगीत फ़ीस भरने वो सिलाई काम करने लगी अगल बगल ब्लोउज वगैरा सिलने लगी । तब संगीत सीखा । उसके बाद उनका परिवार देहरादून आ गया वहाँ उनके पति किसी व्यक्ति ने बताया रेडियो गाने फॉर्म भरो उनको कोई जानकारी नही थी । उन्होंने स्वर एग्जाम दिया पास हुयी शुरू शुरू उन्होंने सभी तरह लोकगीत रेडियो में गाए किन्तु पहचान मिली जागर गायन में रेडियो से भी बार उनके जागर गाने डिमाण्ड होने लगी । रेडियो की वो A ग्रेट वोकल आरटिस्ट है उसके बाद वो मंचों में भी लोकप्रिय होने लगी शुरू शुरू उनको स्टेज शो दिक्कत हुयी उनको शर्म झिझक लोग क्या बोलेंगे महिला डौर बजाकर जागर गा रही किन्तु उनके पति ने उनको हौशला बढ़ाया शुरू कहि लोंगों आपत्ति रही महिला जागर गा रही किन्तु बसंती देवी बिष्ट की कला साधना उनकी फैन फ्लोइंग बढ़ती ही गयी और लोक संस्कृती के मंचों में बड़ी नाम बनके उभर आई महिला जागर गायिका रूप में उनको पहचान मिली। आज अपनी इसी कला साधना उनको भारत सरकार तरफ पदम् श्री मिला ।
https://m.youtube.com/watch?v=ZuD3tLDiXSs

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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मेरे देश की धरती गीत पैरोडी
मेरे देश की धरती नेता उगले
उगले बागी दागी
मेरे देश की धरती
नेताओं के भाषण सुन
जनता गम दूर हो जाता है
विकास बुराँस खिल जाते है
नेताओ घोषणाओं को सुन
मन में बंसुरी सि बज जाती है
भला मनखी सा लगा हर नेता यहाँ
अपना असली रंग चुनाव बाद दिखलाता है
जब चले चुनाव दौर तो
हर नेता बागी बन जाता है
तो क्यों न पूजे इस मिटटी को
जहाँ हर नेता दागी बागी बन जाता है
मेरे देश की धरती ..........
माँ उपकार है
नेताओ से धरती भरमार है
गढ़वाल कुमाऊ
रवाई जौनसार
हर जगह नेताओ उपकार है
धन्य जन्म पाकर
बन जाते नेता सिएम झमाझम
मेरे देश की धरती ।.......शैलेंद्र जोशी

 

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