अनजान वर्तालाब -6
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हिन्दीं में - मेरा नाम दिनेश है, और में अहमदाबाद रहता हूँ और वहीं नौकरी करता हूं !
गढ़वाली में- मेरु नों दिनेश छ ,में अहमदाबाद रहन्दु छौं और वखी नौकरी भी करदू !
कुमाउनी में : म्यार नाम दिनेश छो, मी अहमदाबाद में रू और वै नौकरी करू !
हिन्दीं में -अच्छा रमेश भाई आप क्या छुट्टी जा रहे हो क्या ?
गढ़वाली में -अच्छा रमेश भेजी आप छुट्टी छन जाणा क्या ?
कुमाउनी में : अच्छा रमेश भाई तुमि छुट्टी जाण रछा क्या !
हिन्दीं में -हांजी,एक महीने की छुट्टी जा रहा हूँ ,घर मेरे बड़े भाई की शादी है इसलिए जा रहा हूँ !
गढ़वाली में -हांजी याक मैना की छुट्टी छौं जाणु,घौर म्यार बडा भेजी कु ब्यो छ,तबई छुट्टी चुन जाणु !
कुमाउनी में : कुमाउनी में : हां दाजू, एक महिना क छुट्टी जाण रैयो, घर में म्यार थुल भाई क बया छो एक लीजी जाण रैयो!
हिन्दीं में -दिनेश भाई आप भी छुट्टी जा रहे हो क्या,कितने दिनों की छुट्टी है आपकी ?
गढ़वाली में -दिनेश भेजी आप भी छुट्टी छन जाणा क्या,कती दीने की छुट्टी छन ?
कुमाउनी में : दिनेश दाजू, तुमि ले छुट्टी जाण रेछा की, कदी दिन का छुट्टी जाण रेछा!
हिन्दीं में - रमेश भाई छुट्टी तो तीन हप्ते की ही मिली है, आजकल गाँव में धान की फसल पकी हुई है तो में घर में थोडा मदद करने के लिए जा रहा हूँ घर में मांजी-पिताजी अकेले हैं इसलिए!
गढ़वाली में - रमेश भेजी छुट्टी त तीन हप्ते की मिलिन,अच्गालू गौं मा नाच की खेती च पकीं, त घर म थोडा मदद कौलू मांजी और बाबाजी अकेला छन तबई !
कुमाउनी में : दिनेश दाजू, छुट्टी तो तीन हफ्त की मिल रे, पर घर मी धान की फसल पाकी रे, तो मी घर में थोडा मदद कारन क लीजी जाण रैयो, इज बाजू इकल छि!