Uttarakhand > Culture of Uttarakhand - उत्तराखण्ड की संस्कृति

Delicious Recepies Of Uttarakhand - उत्तराखंड के पकवान

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Bhishma Kukreti:

 
सहजन की फोलियों कि चटणि

सरोज शर्मा ( चटणि शोधार्थी)
चटणि यात्रा-62
सामग्री
2-3 सहजन कि फोलि
2 प्याज
3 टमाटर
तेल
राई 1/2 चम्मच
करी पत्ता
लाल मर्च पौडर 1 चम्मच
हल्दी पौडर 1/2 चम्मच
धणया
सहजन क टुकड़ा कैरिक छील ल्याव
प्याज टमाटर मिक्सर म अलग अलग पीस ल्याव
कढ़ै म तेल गरम कैरिक राई, कढी पत्ता डालिक तड़काव प्याज क पेस्ट डालिक भून ल्याव अब टमाटर क पेस्ट डालिक तेल छुटण तक भून ल्याव
अब हल्दी पौडर, लाल मर्च पौडर डालिक मिलाव सहजन क फोलि भि डाल दयाव लूण स्वादानुसार डालिक थोड़ा-बहुत पाणि डालिक पकाव धणया भि डाल दयाव मिक्स कैर ल्याव ह्वै गे चटणि तैयार

Bhishma Kukreti:
बंगाली कासुंदी ( राई की चटणि)

चटणि यात्रा- 56
सरोज शर्मा ( चटणि शोधार्थी)
15 लोग खुण
1/2 कप काली राई
2 इंच अदरक
3-4 हैर मर्च
3 लासण छीलिक
1 निंबू क रस
1/4 कप विनेगर
लूण स्वादानुसार
सगोर
राई और मर्च रात भर पाणि म भिगै दयाव
सुबेर यै म सबया सामग्री मिलै क मिक्सी म बरीक पीस ल्याव ह्वै गे तैयार, कांच क मर्तबान म भोरिक धैर दयाव।

Bhishma Kukreti:
सहजन क फूल कि चटणि

चटणि यात्रा-63
सरोज शर्मा ( चटणि शोधार्थी)
झारखंड म बणनदिन ये थैं
चौंलु (भात) दगड़ खयै जांद
सामग्री
100 ग्राम सहजन का फूल
3-4 हैर मर्च
6-7 लासण क फोलि
2 चम्मच सरसों क तेल
लूण स्वादानुसार
सगोर
सहजन क फूल कि डंडि तोड़िक पाणि से खूब साफ कैरिक धैर ल्याव
भगोना म पाणि उबालिक फूलो थैं डालिक उबाल ल्याव
अब छाणिक पाणि अलग कैर दयाव
लासण छीलिक हैर मर्च कि डंडी तोड़िक स्वादानुसार लूण डालिक सरसों क तेल डालिक अच्छी तरह मिलाव ह्वै गै तैयार इन्नी भि खै सकदौ, निंबू क रस या अमचूर मिलै क भी खाई सकदो।

Bhishma Kukreti:
चाट क इतिहास

सरोज शर्मा

चाट सुणिक ही गिचच मा पाणि अए जांद
हफ्ता कि शुरुआत हो या आखिर (अंत) हर वक्त खाण कु तैयार रैंदिन सबया मनिख
चाट आई कख बटिक च कूई नि जणदु, हालांकि इतिहास म बनि बनि क दावा छन इन भि बोले जांद चाट क आविष्कार पेट क बिमरी ठीक कनकु ह्वै
एक दा मुगल बादशाह शाहजहां क दरबार कि कहानी
शाहजहां क शासन काल म हैजा फैलयू छाई ,भौत कोशिश क बाद भि बैध हकीम काबू म नि कैर साका, फिर इन सलाह ह्वाई इन व्यंजन बणाव जै म सबया मसलों कु प्रयोग ह्वा, जनकैरिक पेट क रोगाणु थैं खत्म कियै जा यख बटिक चाट मसाला कु जन्म ह्वाई, बतये जांद कि दिल्ली क सभि मनखीयू न इस्तेमाल कैरिक स्वास्थ्य लाभ कार
दरबार क हकीम न बताई गंदा पाणि क कारण बिमारी हुणी छन, वै कि सलाह पर ही इमली, लाल मर्च, धणया,पुदीना, जन मसालों से खास व्यंजन तैयार किए ग्या सच क्या च क्वी नि जणदु पर उत्तर प्रदेश से निकलीं चाट साऊथ एशिया तक प्रसिद्ध च

Bhishma Kukreti:
सूजी कु हलवा
-
अनिता ढौंडियाल कोटद्वार
-
सामान
सूजी द्वी कट्वरी
चिन्नी एक कट्वरी
घी आधा कट्वरी
हैरी इलैची चार
काजू किशमिश आधा कट्वरी
हल्दी आधा चम्मच
बणाणू सगोर
सबसे पैली सूजी पाणी डालिकि भिजै द्या पाणी इथगा कि सूजी डूब जाव
अब गैस मा कड़ै धैरी घी डाला काजू डालिकि भूटा हल्कु रंग
बदलन पर किशमिश भि भूटा किशमिश फुलण से पैली निकाल द्या
अब वेही घी मा चिन्नी अर हल्दी डाल द्या पणै से मिलावा
आधी कट्वरी पाणी डालिकि हैरी इलैची भि डाल द्या खूब मिलावा झौल मध्यम झाग औण पर भिजीं सूजी डालिकि भलु कैरी मिलावा काजू किशमिश भि डाल द्या एक द्वी चम्मच घी डालिकि खूब मिला हलवा कड़ै छोणन लगु त गैस बन्द कर द्या
ल्या ह्वेगी तैयार गरम गरम खावा


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