हमारे यहाँ गोरुल देवता की जागर को ज्यागौ बोलते है, इसमें ढोल एंड दम्मू बजते है, हुड़का नहीं बजाया जाता. और जिसमे हुड़का और थाली बजती है उसे घडेली बोलते है ये गंगनाथ देवता के जागर मै होता है.
हमारे यहाँ जो देवता मुख्य रूप से पूजे जाते है वो है.. देवी माँ , गोरुल देवता, सैम देवता, बेताल देवता, कासिन देवता, गंगनाथ देवता, छुर्मल देवता, बालिचंद देवता.