मेहता जी ये बात बिलकुल सही कही है आपने, यदयपि हर कम्युनिटी वालू के बीच आपस मै मतभेद होते है, लेकिन बाहर वालू के बीच फिर भी वो अपने लोगु को महत्त्व देते है. जो सामाजिक रूप से उनके उत्थान का एक बहुत बड़ा कारन है. इसी लिए उनके समाज मै एकता है. अब अगर हमारे बीच क्यों नहीं इतनी एकता है, इनके पीछे क्या वजह है इसमें डिटेल मै जाया जे तो मुझे कुछ बिंदु नजर आते है जो निम्न लिखित है...
१) अगर हम इतिहास मै नज़र डाले, तो समाज उन्ही लोगु से बनता है, या फिर समाज के हिस्सेदार वही लोग बनते है, जिनकी समाज मै कुछ न कुछ dependency होती है. हम एक ग्रुप तभी बनाते है जब हमें लगता है की हम अकेले मै सर्व समर्थ नहीं है. हम समाज से, ग्रुप से कुछ न कुछ in return expect करते है. इस मामले मै हमारा समाज (uttarakhandies) बहुत पीछे है, न तो हम अपने लोगु को सुप्पोर्ट करते है, न ही हम उन्हें आगे बड़ने मै कोई मदद करते है, जबकि Panjabies या फिर south indians अपने लोगु का बहुत favor करते है.
२) और communities के कुछ socal gathering की परंपरा है, जबकि हममे कोए भी बड़े लेवल की gathering नहीं है. जैसे की gujratiyu mai garva, bangaliyu mai durga pooja etc etc... जहा पे पूरा समाज इक्कठा होता है. जबकि हमारी ramleelaye ab band hi ho chuki hai, holi bhi sirf jan pahchan walu se milne tak सीमित रह गयी है.
३) ज्यादातर communities के अपने स्कूल है जहा पे ज्यादा नहीं भी तो उनके बच्चू को कुछ favor जरुर मिलता है. इससे एक बड़ा फायदा ये भी होता है की बच्चे इन स्कूल्स मै पड़कर अपनी परम्पराऊ, culture, अदि के बारे मै जानते है. जो की अपने लोगु को जोड़ने / से जुड़ने के लिए बहुत जरुरी है.
मै एक बात यहाँ पे highlight करना चाहता हु, जब तक की as a समाज हम लोगु को कुछ मद्दत नहीं दे सकते, तो हम लोगु से ये भी expect नहीं कर सकते है वो हमसे जुड़ते जाये. हर उम्र, हर वर्ग, हर व्यक्ति की अपनी जरूरते होती है और समाज को उन सब की जरुरातु मै उनकी मदद को आगे आना होगा. अगर हम ये करने मै सफल रहे तो take my words ham bhi apne logu ko sath lane mai safal ho payenge.
ये १-२ साल पहले की बात है, हमारे कुछ group mail बनी है yahoo group मै, उनके किसी job consultency firm से daily ki 4-5 jobs se related mails ati thi. Jiska ki jyadatar mambers ne virodh kiya tha or kaha tha ki in mails ko ban kiya jay. मैंने तब भी ग्रुप मै बहुत mails likhi thi logu ko ye batane ke liye ki hame apne young generation ki jaruratu ko samajhna chahiye.. jo log job search kar rahe hai unke liye ye mails bahut important hai. लेकिन लोगु का कहना था की ये group इस purpose से नहीं बना है. ये सिर्फ culture को बढावा देने के लिए बनी है आज ap sabhi log jante hai ki wo kitna culture ko badawa de rahe hai.
मै मेरापहाड़ को धन्यबाद देना चाहता हु की आपने लोगु की जरुरतु को समझते हुए, इन विषयु मै consultency शुरू कियी है. लेकिन जैसे की मै पहले भी लिख चुका हु की हर उम्र / हर वर्ग की अपनी अलग अलग जरूरते होती है और हमारे फोरम मै हर उम्र/ हर वर्ग के लोग जुडे हुए है इसलिए kindly future मै Health related consultency, property related consultency, investement related consultency etc etc bhi suru keeziye jaha pe ki jankar log bina kisi स्वार्थ ke logu ko sahi sahi राय de sake.
Dhanybad...
Lalit
09811656723