राणा जी ने आपने गानों का सफर राम लीलाओं से किया और वह लगभग 1957 से गा रहे है. हलाकि उन्होंने सिर्फ़ ६ अलबम ही release किए लेकिन उनका " रंगली बिंदी " एल्बम सबसे हिट रही !
This is the famous poem of Heera Singh Rana. Describing the real picture of pahad today.. Rana Jee's Famous Poem On Pahad
त्यर पहाड़ म्येर पहाड़, रोय दुखो को ड्येर पहाड़
बुजुर्गो ले जोड़ पहाड़, राजनीति ले तोड़ पहाड़
ठेक्दारो ले फोड़ पहाड़, नान्तिनो ले छोड़ पहाड़
ग्वाव नै गुसाई घ्येर नै बाड़
त्यर पहाड़ म्येर पहाड़
सब ल्हे गयी सहरो में, ठुला छ्वटा नगरो में
पेट पाँवनो चक्करों में, किराव दीनी कमरों में
बांज कुडो में जम गो झाड़
त्यर पहाड़ म्येर पहाड़
क्येकी तराकी क्येक विकास
हर आँखों में आंसा आंस
जे. ई. कै जा बी कै पास
ऐ. ई. मारू पैसो गाज
अटैचियों में भर पहाड़
त्यर पहाड़ म्येर पहाड़