16 को हरिद्वार में दिखेगी उत्तराखंड की लोकसंस्कृति
कोटद्वार (पौड़ी गढ़वाल) विश्व शांति के साथ ही उत्तराखंड की लोक संस्कृति से रूबरू कराने व उत्तराखंड के देवी-देवताओं को जागृत करने के उद्देश्य से 16 अप्रैल को कुंभ नगरी हरिद्वार में उत्तराखंड लोक संस्कृति विरासतीय शोभायात्रा आयोजित की जाएगी। यात्रा के दौरान प्रदेश के समस्त देवी-देवताओं की डोलियों को गंगा स्नान कराया जाएगा।
उत्तराखंड लोक संस्कृति विरासतीय शोभायात्रा के संरक्षक मोहन सिंह रावत 'गांववासी' ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 15 अप्रैल को प्रदेश के समस्त देवी-देवता अपनी डोलियों व निशान के साथ हरिद्वार पहुंचेंगे। 16 अप्रैल को प्रात: छह बजे कनखल से हरकीपैड़ी तक भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। हर-की-पैड़ी में स्नान व पूजा-अर्चना के बाद शोभायात्रा समारोह आयोजित होगा। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार इस तरह का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के समस्त देवी-देवताओं को जागृत करना है ताकि, विश्व का कल्याण हो सके। जनपद पौड़ी के दूरस्थ क्षेत्रों से आने वाली तमाम देव डोलियां 15 अप्रैल को कोटद्वार में एकत्र होंगी व दोपहर भोज के उपरांत हरिद्वार को रवाना होंगी।
source-http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_6287265.html