कुमाऊं में तबाही का तांडव, पांच और मरे हल्द्वानी/नैनीताल, जागरण न्यूज नेटवर्क: कुमाऊं में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। सुमगढ़ हादसे के बाद गुरुवार को भी भारी तबाही मची रही। हादसों में पांच और लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग बह गए जिनका देर रात तक पता नहीं चल सका। दन्यां में भनोली तहसील अंतर्गत ग्राम पोखरी नैनी निवासी गोबिंदी देवी पत्नी गोबिंद बल्लभ जंगल में जानवरों को चराने गई थी। खेत में बैठी गोबिंदी के ऊपर जमीन खिसकने से मलबा आ गया और वह दब गई। पिथौरागढ़ के चमना गांव निवासी बसंत सिंह पुत्र जोगा सिंह (52) गुरुवार को जानवर चुगाने जंगल गया था। दोपहर बाद सवा दो बजे अचानक पहाड़ टूटने से वह बुरी तरह लहूलुहान हो गया। उपचार के लिए जिला मुख्यालय ले जाते समय रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। एक अन्य घटना में भवाली में बुधवार की रात भारी बारिश के कारण टम्टयूड़ा में एक मकान में मलबा आ गया। मलबे के नीचे दबने से भवन स्वामी जॉन पीटरसन (55) की मौके पर ही मौत हो गई। परिवार के अन्य सदस्यों ने किसी प्रकार अपनी जान बचाई। उधर कैलाश व्यू में एक मकान में मलबा आने से चंपा देवी (60) पत्नी स्व. तारा सिंह रौतेला, उसकी 23 वर्षीया पुत्री रीना और आठ वर्षीया पोती रिया घायल हो गई। खटीमा में लोहिया नदी पार करते समय गौहरपटिया के हरि सिंह का 30 वर्षीय पुत्र प्रवेश सिंह बह गया, जिससे उसकी मौत हो गई। काशीपुर के हेमपुर सेंट्रल ब्लाक निवासी 15 वर्षीय भरत पुत्र राम चंद्र दोपहर में साइकिल से कहीं जा रहा था। अचानक वह बहला नहर में गिर कर बह गया। नैनीताल हाइवे, कालाढूंगी तथा भवाली मार्ग बंद रहने से नैनीताल का संपर्क कई घंटों तक शेष कुमाऊं से कटा रहा,कुमाऊं में तबाही का .. निर्माणाधीन बल्दियाखान-खुर्पाताल मार्ग मल्ला ताकुला के पास एक किमी दायरे में भूस्खलन के कारण नष्ट हो गया। भवाली मार्ग पर चीड़ के दो वृक्ष गिरने से विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हो गई और दिन भर यातायात ठप रहा। सायंकाल नैनीताल राजमार्ग खोल दिया गया। भीमताल में बाईपास रोड पर स्थित नहर उफनाने से उस पर बने दो पुल बह गए। मत्स्य विभाग के समीप बने नवनिर्मित पुल को भी भारी बारिश के कारण खतरा उत्पन्न हो गया है। लमजाला में पुल बह जाने से आवागमन ठप हो गया है। भीमताल-भवाली तथा भवाली-अल्मोड़ा मार्ग मलबा आने की वजह से दोपहर तक बंद रहे। भवाली-नैनीताल मार्ग पर कोतवाली के समीप एक पुल बह जाने से यातायात ठप हो गया। भीमताल में फ्लोरीकल्चर विभाग में पानी भर जाने से फूलों का बगीचा पूरी तरह नष्ट हो गया है। इससे करीब 13 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। बेतालघाट विकास खंड के ग्राम खैरना निवासी मनोहर सिंह मेहरा (25) पुत्र स्व.बालम सिंह मेहरा बीती रात खैरना के पास स्थिति कोसी नदी में कूद गया। वह मानसिक रूप से परेशान बताया जा रहा है। इधर रामनगर में सांवल्दे नदी के उफान पर रहने से लगभग तीन घंटे से ज्यादा यातायात अवरुद्ध रहा। सांवल्दे नदी को पार करने का प्रयास करते समय एक युवक बह गया। पानी का बहाव कम होने के बाद उसको निकाला गया। पर्वतीय क्षेत्रों में हुई बारिश से तराई में भी नदी-नाले एक बार फिर उफान पर आ गये हैं। उफनाई जगबूढ़ा का पानी खटीमा के पास पुल को छूने लगा है। सितारगंज क्षेत्र में बैगुल, सूखी व कैलाश नदियों का जल स्तर काफी बढ़ गया है। बाढ़ से कई कच्चे मकान ढह गये हैं। प्रशासन ने दर्जनों ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। इसके बावजूद कई परिवार पानी से भरे घरों में दिन बिता रहे हैं।