गैरसैंण को उक्रांद ने खोला मोर्चा
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उत्तराखण्ड की स्थायी राजधानी गैरसैंण घोषित किए जाने की मांग को लेकर उत्तराखण्ड क्रांतिदल ने जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन किया। जुलूस निकालकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भी प्रेषित किये।
अल्मोड़ा में जुलूस का नेतृत्व द्वाराहाट के विधायक पुष्पेश त्रिपाठी ने किया। जिला कार्यालय में आयोजित धरना-प्रदर्शन के दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि जनभावनाओं के अनुरूप राज्य की राजधानी गैरसैंण घोषित कर वहां निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाए। आंदोलनकारियों का चिह्नीकरण शीघ्र किया जाए। चिह्नित आंदोलनकारियों को घोषित सुविधाएं दिए जाने व सभी आंदोलनकारियों को कुछ न कुछ राहत राशि दिए जाने की सभी ने वकालत की। साथ ही रामनगर-कंडी मोटर मार्ग के निर्माण के लिए केंद्र सरकार से प्रभावी पहल की अपेक्षा की गई। मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में राज्य के आंदोलनकारियों की समस्याओं के शीघ्र समाधान का आग्रह किया गया। प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन में विद्युत परियोजनाओं के सुचारु करने, आपदा का मुआवजा बढ़ाने की पुरजोर मांग की गई। धरना-प्रदर्शन देने वालों में विधायक पुष्पेश त्रिपाठी, ब्रह्मानंद डालाकोटी, पान सिंह रावत, आन सिंह, कैलाश फुलारा, शिवराज बनौला, जिलाध्यक्ष सुभाष पांडे, नवीन डालाकोटी, शिवदत्त भट्ट, एलडी शर्मा, बसंत बल्लभ जोशी, हेम जोशी, सचिन पंत, मुमताज कश्मीरी, गिरीश साह, बहादुर कनवाल, गिरीश गोस्वामी, श्याम सिंह डोभाल, मोहन चंद्र गुरूरानी, किशोरी लाल वर्मा, खष्टी देवी, खिमुली देवी सहित सैकड़ों उक्रांद कार्यकर्ता मौजूद थे।
बागेश्वर जिला मुख्यालय में प्रदर्शन के साथ उक्रांद कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालयों में भी धरना दिया उसके बाद प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजे। उन्होंने प्रदेश को आपदा ग्रस्त घोषित करने, बंद जल विद्युत परियोजनाओं को बनाए जाने, आपदा के बाद दिए जाने वाले मुआवजे को बढ़ाए जाने आदि मांगें प्रमुखता से उठायीं। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष हेम पंत, हीरा बल्लभ भट्ट, घनानंद जोशी, मनोज जोशी, पदम गिरी गोस्वामी, राजेंद्र थायत, गिरीश पाठक, जगदीश बिष्ट, राजेंद्र नेगी, माधवानंद तिवाररी, हरीश आर्या, मोहन पंत आदि उपस्थित थे।
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