राजेश जी नमस्कार मैं आपकी भावनाओं की कदर करदू, या मा कवी शक नि छ की तिवारी जी महान ब्यक्ति छन,राजेश जी जब तिवारी जी न उत्तराखंड राज्य बाणोंनका समय पर ब्यान दिनी की उत्तराखंड मेरी लास पर बनालू, तब कख गई थै तिवारी जी की महानता,
और वेका बाद तिवारी जी जब उत्तराखंड अलग राज्य बनिगी तब तिवारी जी उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनी क ऐगिन,और आज जब रिवारी जी का ऊपर यु केश छ चलाणु तब आप लोगो सनी ऊंकी मागंता नजर च आणि,दोस्तों जब कवी इन्शान महान होन्दु तब विका चाहान वाला ,वैकी अछे भूली जान्दन और गलती तैं याद रख्दन ,अब यु ता बाद मा पता चलालू की तिवार न जी दोषी छन की नि छन, पर तिवारी अगर दोषी नि छन तो वून राजीनामा किले दिनी !