उठा उठा हे गढवीर भायूं
दयाशंकर भट्ट 'बंदी ' (टिहरी गढ़वाल , 1905 -1982 )
इंटरनेट प्रस्तुति --भीष्म कुकरेती
उठा उठा हे गढ़वीर भायूं
कब तैं चुप बणिक रयेला
' बंदी ' समौ कम इन भि दिखेली
जय बीरता का डंका बजौंला
क्वी नी च भाई ! संगी हमारो
खुटौन अपणा खडु होणु होलो
'बंदी ' बणी गे हे वीर बैखो
संसार मा नाम कमौण होलो
ऐ जा पलेता पक्का कसीक
गढ़वाळ को लाज बचौं ल
'बंदी 'भलो प्राण बलि चढ़ौन्ला
संसार मा राड तुर्री बजौंला