राणा जी, मेरे विचार से अपने लोक संगीत को दुनिया में प्रसिद्ध करने के लिये हमें अन्य भाषाओं में भी अपने लोकसंगीत पर आधारित गाने बनाने होंगे..
भूपेन हजारिका ने आसामी लोक संगीत को पूरे देश में इसी प्रकार मशहूर किया. यही प्रयोग बोलीवुड में पंजाबी व बंगाली सहित अन्य भाषा के लोक-संगीत के साथ हुआ. आप क्या सोचते हैं?