गुमानी जी को कुमाऊँनी और खडी बोली के साथ-2 नेपाली भाषा का भी प्रथम कवि माना जाता है. उन्होने तीनों भाषाओं में कविताएं की है. कुछ कविताओं में तो तीनों भाषाओं का मैल भी है. अर्थात एक पंक्ति कुमाऊँनी में है तो दूसरी नेपाली में तीसरी में खडी बोली के साथ-2 अंग्रेजी के शब्द भी हैं.
इस समय उदाहरण याद नहीं है. उदाहरण मिलने पर आप लोगों के सामने रखूंगा.
गुमानी जी के इस पद में पहली पंक्ति हिन्दी में, दूसरी कुमाँउनी में,तीसरी नेपाली में और चौथी संस्कृत में है:-
बाजे लोग त्रिलोकनाथ शिव की पूजा करें तो करें
क्वे क्वे भक्त गणेश का जगत में बाजा हुनी त हुन
राम्रो ध्यान भवानी का चरण मा शीश नवाने गरेर
धन्यात्मा तुलधाम नीह रमते रामे गुमानी कविः