यह स्थल पोथिंग में भगवती माता का वह स्थल है जहाँ पर कदली वृक्ष (केले का पेड़) को उत्तरौडा के लाकर लगाया जाता है, जिसे श्रावण मास के १ गत्ते यानि हरेले के दिन लाकर लगाया जाता है। तत्पचात भाद्र मास के सप्तमी के दिन इस कदली वृक्ष को यहाँ के काटकर माँ के मन्दिर में लाया जाता है और अष्टमी के दिन माँ नंदा की मूर्ति का निर्माण किया जाता है।