पिथौरागढ़ को प्रमुख हिल रिजोर्ट के रूप में जाना जाता है। यहां की प्राकृतिक सुन्दरता पर्यटकों को अपनी ओर अधिक आकर्षित करती है। पिथौरागढ़ समुद्र तल से 1,851 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। पिथौरागढ़ को ''लिटिल कश्मीर' के नाम से भी जाना जाता है। पिथौरागढ़ के पूर्व में नेपाल, पश्चिम में अल्मोड़ा और चमोली (गढ़वाल), दक्षिण में नैनीताल और उत्तर में तिब्बत स्थित है।
यह जगह मुख्य रूप से सोअर घाटी के लिए जानी जाती है। पिथौरागढ़ चार पर्वतों चंडाक, ध्वज, थाल केदार और कुंदर के मध्य स्थित है। पिथौरागढ़ का महत्व चन्द राजाओं के समय से रहा है। यह नगर सुन्दर घाटी के बीच बसा है।
पिथौरागढ़ को पहले सोरघाटी के नाम से जाना जाता था। ऐसा माना जाता है कि यहां पर सात सरोवर स्थित थे। धीरे-धीरे इन सरोवरों का पानी सूखता गया। और यह स्थान पठार रूप में स्थापित हो गया। इस कारण ही इस स्थान का नाम पिथौरागढ़ रखा गया। जबकि अधिकांश लोगों का मानना है कि पिथौरागढ राय पिथौरा की राजधानी थी और उन्हीं के नाम पर इस जगह का नाम पिथौरागढ़ रखा गया।
कुमाऊँ पर होनेवाले आक्रमणों का सामना पिथौरागढ़ ने सुदृढ़ किले की तरह किया है। जिस घाटी में पिथौरागढ़ स्थित है, उसकी लम्बाई ८ किमी. और चौड़ाई १५ किमी.है। रमणीय घाटी का मनोहर नगर पिथौरागढ़ सैलानियों का स्वर्ग है।