Vegetable of Siyon / Kandli
खाना खजाना
संसार में एक कहावत मशहुर है , दिल तक पहुँचने का रास्ता पेट से होकर गुजरता है | और हो भी क्यों ना ! इसी पेट के खातिर लोग क्या क्या जतन करते रहते हैं , अच्छे - अच्छे पकवान बनाते हैं व खिलाते हैं | उत्तराखंड में जितने भी प्रकार का खाना बनाया जाता हो उनकी सुची व जानकारी निचे दी जा रही है |
यदि आप के पास भी इस तरह की कोई जानकारी है तो कृपया हमें मेल करें हम उस रेसिपी में आप का नाम लिख कर इस साईट में प्रकाशित करेगे |
बिच्छू घास , कनाली (Urtica Dioica ) का कापलु या कापा : उत्तराखंड में बिच्छू घास , कनाली का कापलु या कापा सर्दियों में बनाते हैं इस के दो कारण हैं पहला इसकी तासीर गर्म होती है जो सर्दियों में बेहद जरुरी होती है दूसरा सर्दियों में इस पौधे की पतियाँ काफी कोमल होती हैं जो खाने में लजीज होती है |
सामग्री : बिच्छू घास , कनाली (Urtica Dioica ) , नमक , मिर्च ,गरम मसाला , हल्दी स्वाद अनुसार , अदरक ,लहसुन , चावल का मांड या बेसन का आटा , आमचूर के पते |
बनाने की विधि : सबसे पहले बिच्छू घास , कनाली (Urtica Dioica ) के पतों को साफ़ धोकर बर्तन में उबालने के लिये रखिये | उबालने के बाद पतों को निकालकर उसे मिक्सी में पिस लीजिये व उबला हुआ पानी एक तरफ रखिये जो बाद में काम आयेगा | अब आपको मसालों का पेस्ट बनाना है जिसमें अदरक ,लहसुन , मिर्च व आमचूर के कुछ पते | अब आप कढ़ाई में तेल को गर्म करके मसालों का पेस्ट , मिर्च ,गरम मसाला , हल्दी स्वाद अनुसार हलकी आंच में भुनियें अब उसमें मिक्सी का पेस्ट निकालकर कढाई में डालें व नमक स्वाद अनुसार , 2 - 3 मिनट पकने के बाद , उसमें उबला बचा हुआ पानी व चावल का मांड या बेसन का आटा ( बेसन के आटे का पेस्ट ) मिला दीजिये 5 मिनट बाद गरमा गरम परोसें | (Ref - swargbhoomi.com)