Darsansingh Rawat
February 22 at 9:39am ·
न दगुड़ु दे टीवी अखबरो न, न धन्ना सेठो न।
इखुली तब भी अब भी, संर्घष करण हमन।
न कार न जीप दगड़,गौं गौं पौंचण हमन।
फर्ज भलु उत्तराखण्ड,स्वपनु देखी पूर्वजू न।
राज्य ले शहीदी दे, अब सुशासन ल्यांण हमन।
सुपन्यु कु उत्तराखण्ड बनाणो,लणै लड़ण हमन।
संर्घष जीवन यूकेडी कु, संर्घष करण हमन।