हैंकै मवसि ठड्याणा छन ,अपणि बुस्याणा छन
फरमैस पुर्याणौं वूंकि, मौ अपणि धुळ्याणा छन
रख्वलि कनौ राति जौंकी, देळिमा बैठ्यां रैनि वु
फज़ल हून्दै वी वूंफरै, कुकर छुळ्याणा छन
जौन बेची खैदेनि वूंकि,कूड़ि क क्वरा बळिन्डा भी
बनि - बनी चीजबस्त वू , वूंखुणी मुल्याणा छन
बिसरणा छन जो अपणी बोली, रीति अर रिवाज
झणि किलैइ निख्वर्या अपणी, जलड़ि कुर्याणा छन
छिलम नी घड़ेकि वूंथै,बल काम मा ब्यळम्याँ छन वू
धार मा बैठी वु एक हैंकै , पीठ कन्याणा छन
जौंका खातिर रूड़ि- ह्यूंद अर बसग्याळ झ्याल 'खुदेड़'
वी कुपूत बुढापा मा, ल्वे का आंसु रुवाणा छन
सर्वाधिकार सुरक्षित -:
धर्मेन्द्र नेगी 'खुदेड़'
ग्राम चुराणी, रिखणीखाळ
पौड़ी गढ़वाळ