व्यंग्य साहित्य गढ़वाली में
चबोड़ इ चबोड़ मा, हौंस इ हौंस मा
हाँ मा हाँ मिलाण (जी हजूरी ) एक कौंळ/तकनीक च
चबोड्या: भीष्म कुकरेती
जी हाँ जी हजूरी एक जंगरैति (कठिन , श्रमसाध्य) काज च, कबि कबि जंजाळ कु काम बि च। असल मा जी हजूरी, चमचागिरी, मक्खनबाजी , मस्का लगाण, झूठी बडै करण , हाँ मा हाँ मिलाण, झूठी आस दिलाण यी सब एकी चीज छन बीएस जगा, वृति, अर समु क हिसाब से बदलेन्दा रौन्दन .
मार्क ट्वेन त बुल्दो छौ बल जब बि तुमर डगड्या बुल्द बल यार तू अच्काल जवान दिख्याणि छे त साफ़ च बल तुम बुड्या ह्वे गेवां , ओ त बस तुमर डगड्या तुम पर मस्का लगाणो च।
एक फ्रांससी स्वांगकार क बुलण च बल जब बी क्वी डगड्या बिंडी बडै करण मिस्यांदु मतबल अब उ डगड्या नि रै गे।
अर मजा क बात या च चमचागिरी श्रमसाध्य च पण बस तुम तै चमचागिरी कुण जीब चलाण पोड़द . अब जन कि बौस तै पुळयाण ह्वाउ त बौस्याणि कुकुर बिराळो तै इनि चाटण पड़द जन गौड़ी अपण वैबरै हुइं बाछि तै चाटदि .
बिचारा प्रेमी त चापलूसी का नया नया तरीका खुज्यान्दु अर मस्काबाजी का नया तुरुप का पत्ता लान्दो पण कैबरी वा प्रेमिका इथगा निर्दयी , बेशर्म हूंदी कि बोलि दीन्दी बल तुम से भलो त म्यार बौस च मस्का बी लगांदु अर दगड मा भुकि बि खूब पींदु .
जी हजूरी, चमचागिरी, मक्खनबाजी , मस्का लगाण, झूठी बडै करण , हाँ मा हाँ मिलाण, झूठी आस दिलाण से महान से महान अवगुण छुपि जान्दन, जी हजूरी, चमचागिरी, मक्खनबाजी , मस्का लगाण, झूठी बडै करण , हाँ मा हाँ मिलाण, झूठी आस दिलाण से अपणी ख़ास ख़ास कमजोरी लुकाये जांद अर प्रमोसन की अग्ल्यारी पंगत मा बैठे जयांद .
अब बताओ कु कौंग्रेसी अरिस्टोटल तै बडो दार्शनिक मानल ? अरिस्टोटल कु बुलण च बल जी हजूरी एक निस्क्रिस्ट काम च . अर जू कौंग्रेसी नेहरु खानदान की जी हजुरी , चापलूसी, मिथ्या गुण गान नि कारो त दिग्गी बाबू क हिसाबन उ त राष्ट्रीय स्वयं सेवक कु एजेंट हूंद। ब्याळि एक टीवी प्रोग्रैम माँ एकान बोलि बल इंदिरा गाँधी न कथगा इ पार्लियेमेंटरि अर डेमोक्रेटिक इंस्टीट्युसन ख़तम करिन कोंग्रेसी कडछी उछळि ग्याई अर इंदिरा गांधिक जागर लगाण मिसे गे बल इंदिरा जी से बड़ो प्रजातंत्री मूल्यों संरक्षक आज तलक ये ब्रह्मांड मा पैदा इ नि ह्वे .भौत सा टैम या जादातर राजनैतिक चमचागिरी मा झूट ही झूट हूंद . ममता बनर्जी आर मायावती द्वि बैणि जी हजूरी दर्शन शास्त्र की अगली या विकसित सीड़ी छन . यूंकि चमचागिरी करण से पैलि चमचो तै यूंकि आज्ञा लीण पोड़दि
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जी हजूरी, चमचागिरी, मक्खनबाजी , मस्का लगाण, झूठी बडै करण से तुम उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बौण सकदा . हाँ मा हाँ मिलाण, झूठी आस दिलाण से आप अपण नौनु तै टिहरी क सांसद बणै सकदवां . अर जु तुम जी हजूरी, चमचागिरी, मक्खनबाजी , मस्का लगाण, झूठी बडै करण , हाँ मा हाँ मिलाण, झूठी आस दिलाण मा विजय बहुगुणा से कमजोर साबित हवेल्या त तुमरि हड़क सिंग जन हालत बि ह्वे सकदी .जी हजूरी, चमचागिरी, मक्खनबाजी , मस्का लगाण, झूठी बडै करण , हाँ मा हाँ मिलाण, झूठी आस दिलाण मा भौत प्रतियोगिता हूंद तबि त शीला दीक्षित मजा से दिल्ली क राणी च किलैकी वा अपण ससुर ज्योर भग्यान उमा शंकर दीक्षित जी से चमचागिरी शास्त्र माँ दीक्षित च, प्रवीण च ।
जी हजूरी, चमचागिरी, मक्खनबाजी , मस्का लगाण, झूठी बडै करण , हाँ मा हाँ मिलाण, झूठी आस दिलाण - करण वाळ तै स्वांग करण इ पोडद अर यी नाट्यशास्त्र का बड़ा भारी विद्वान् हुन्दन। झूठ बुलण माँ इ पारंगत होंदन . यूंक स्वांग देखिक भरत मुनि बि यूंक च्याला बणणो तयार ह्वे जाला। झूठ तै सच अर सच तै झूठ साबित करण मा यी चमचा या जी हजूर स्याळु गुरू होंदन त रंग बदलण मा चमचा गिरगिट का नना .
चमचा या जी हजूर शब्द शास्त्री हूंद . महान श्ब्द्शास्त्री पाणिनि बि आधुनिक चमचो या आजौ जी हजूरू क ड्यार तमाखू भौरल .
नख शिख वर्णन मा यूंक समणि कवि विहारी पाणि भरदन .
चमचा पल्टी मारण मा उस्तादु उस्ताद होंदन . दुफरा म बौस ब्वालो कि रात च त चमचा बुलदो बल जी या रात त सौणै मैना रात च अर तबि बौस बोली द्याव की मी तै इन लगणु च कि दुफरा च त चमचाधिराज बुल्दु बल जी म्यार इ आँख फुट्या छन जु मै दुफरा नि
दिख्याई .चमचा कुण बौस का दगड्या भगवान् बकै सौब निरर्थक .
जी हजूरी, चमचागिरी, मक्खनबाजी , मस्का लगाण, झूठी बडै करण , हाँ मा हाँ मिलाण, झूठी आस दिलाण एक कला च किलैकी इखमा तर्क शास्त्र अर नाट्य शास्त्र कु क्वी काम नी च। हालांकि चमचागिरी मा विज्ञान याने मनोविज्ञान की जरुरात होंदी च पण फिर बी जी हजूरी निखालिस कला च , प्योर आर्ट च, कौंळ च।
कुछु मा या कला जनमजाती हूंद त कुछुं तै सिखण पोड़द . आज जी हजूरी, चमचागिरी, मक्खनबाजी , मस्का लगाण, झूठी बडै करण , हाँ मा हाँ मिलाण, झूठी आस दिलाण ही आप तै गंतव्य स्थान तलक पौंचे सकदी . जु तुम जी हजूरी, चमचागिरी, मक्खनबाजी , मस्का लगाण, झूठी बडै करण , हाँ मा हाँ मिलाण, झूठी आस दिलाण मा कमजोर छंवा त तुम सुश्री रेणुका चौधरी क चमचागिरी क स्कूल मा पत्राचार या टीवीसी शैली से जी हजूरी डिग्री ले सकदा .
जु जु पाठक /बंचनेर ये लेख की बडै कारल वू सही माने मा गढ़वळी च अर जु बडै भरीं प्रतिक्रिया नि द्यालु वू निखालिस कठमाळी च। आपक पळयूं पुस्युं छौं , आपक आसरा पर इ ज़िंदा छौं .आप म्यार आश्रयदाता छंवां . आप इ ब्वे बाब . आपि त म्यार भगवान छंवां , म्यार परमेश्वर छंवां आप प्रतिक्रिया नि देल्या त मुलायम सिंग जी या करुणा निधि जी थुका प्रतिक्रिया द्याला ? साब नि बोलि जाण मीन ?
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Copyright@ Bhishma Kukreti 13/10/2012