Author Topic: Delicious Recepies Of Uttarakhand - उत्तराखंड के पकवान  (Read 181360 times)

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
   
   उत्तराखंड का पारम्परिक  आयुर्वेदिक मंडुआ / रागी/नाचनी  आटो   बाड़ी   पकाणौ   सगोर

  उत्तराखंड का पारम्परिक  आयुर्वेदिक भोजन पकाने की विधि (रेसिपी )   
  Recipe of  Uttarakhand, Ayurvedic Traditional Recipe of  Badi
 आयुर्वेदीय  उत्तराखंडी  पारपम्परिक भोजन व्यंजन विधि /पाक विधि/ पाक कला  श्रृंखला  भाग -  ३६
Recipe of Ayurvedic Traditional Food of   Garhwal, Kumaon (Uttarakhand)part- ३६
-
संकलन - सरोज शर्मा (सहरानपुर )
-
बाड़ि घी और मर्च लासण की चटनि।

सरोज शर्मा सहारनपुर बटिक,
चटणी -
लाल मर्च भिगै दयाव 20 मिनट कु, अब वै मा लासण निंबु नमक मिलाइक पीस ल्या ,अलग धैर दयाव।
-
  आयुर्वेदिक मंडुआ / रागी/नाचनी  आटो   बाड़ी   पकाणौ   सगोर (recipe ) -   
सामान -
चून/मंडुआ आटा , रागी /नाचनी आटु - मात्रा जथग  चयेणु
पकाणो -कढ़ाई 
विधी -
कड़ाही मा पाणि उबाळो , वै मा थोड़ा थोड़ा चून (मंडुए का आटा , रागी आटु )  डाळिक  खैंडा , लगातार  खैंडदा  जावो जां  से गुरमोळी/ गुठली नि  पौड़  जा।  धीरे धीरे  चून डाळिक  खैंडो कि लोई गाढ़ी जन सूजी हलवा जन   ह्वे जावो तो उतारो याने हलुवा   पक जावो तो उतारो।    बाड़ी तयार। 
  उड़द  दाळ , चैंसू , फाणु , कपिल  म खावो।
 निथर चटणि अर घी दगड़ गरमा गरम  खावो । सुळ -सुळ  गौळुंद  जांद। 
 विशुद्ध आयुर्वेदिक खाणुक च । बच्चों, बूढ़ों  तै तो अवश्य आदत डळवाओ। 
-
Copyright @   सरोज शर्मा , सहरानपुर 2021
उत्तरखंड  का  आयुर्वैदिक पारम्परिक भोजन  पकाणौ  कला , Recipe for Ayurvedic  Traditional Cuisine  of    Uttarakhand    , गढ़वाल  का आयुर्वेदिक   पारम्परिक पाक कला, कुमाऊं  का   आयुर्वेदीय पारम्परिक भोजन  पाक कला निरंतर ;बाड़ी कैसे पकाएं


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
  उत्तराखंडै    पारम्परिक  आयुर्वेदिक  गढ़वाली   उड़द -राजमा दाळ  , ढुंगळ पकाणौ   सगोर

  उत्तराखंड का पारम्परिक  आयुर्वेदिक भोजन पकाने की विधि (रेसिपी )   
  Recipe of Uttarakhand, Ayurvedic Traditional Recipe of
 आयुर्वेदीय  उत्तराखंडी  पारपम्परिक भोजन व्यंजन विधि /पाक विधि/ पाक कला  श्रृंखला  भाग -  ३७
Recipe of Ayurvedic Traditional Food of   Garhwal, Kumaon (Uttarakhand)part- 37
-
संकलन -  माया बहुगुणा
-
उड़दू, राजमा क दाल, अचार, गैस तंदूर म बणै तंदूरी रूटि, गक्कड़(ढुंगुल)।
वन त गुपुल अर लखड़ों म ज्यादा अच्छू बणदन।
सामग्री----
उड़दु क दाल--- डेढ़ कटोरी
राजमा--------- भिजयां   एक कटोरी
चना दाल-------- एक मुट्ठी
लौंग-----6,
थुड़ा सी काली मर्च,
2 बड़ी इलायची, दालचीनी एक टुकड़ा,
थुड़ा सी जायफल,
जीरु भी जरा सी, तड़का कुण अलग।
हरी मर्च--6,
आदु---1" का करीबन टुकड़ा,
लह्यासण  1 दाणी पूरी,
4 से 5 टमाटर
पिस्यूं लूण, हल्दी, मर्च आवश्यकतानुसार


बणाणौ  सगोर / तरीका--- सबि दाळ  ध्वेकि  अर ,  भिजीं राजमा  सब मिलै की प्रेशर कुक्कर मा डाळा , सब मसालों तै टमाटर के दगड़ म पिसी की दाल मा मिलै की कुक्कर का ढक्कन बंद कैरिक गैस म 40 मिन्ट तक पकाण। जब प्रेशर खत्म ह्वे जाओ त घी गरम करि  जीरु, हींग, लाल मर्च के तड़का लगे द्याओ। गैस बंद कै रिक अद्धा करछी मक्खन डाळ  द्या । दाळ  तैयार।
अब गैस तंदूर मा रूटी बणै ल्यायो।
-
Copyright @   माया  बहुगुणा  2021
उत्तरखंड  का  आयुर्वैदिक पारम्परिक भोजन  पका कला , Recipe for Ayurvedic  Traditional Cuisine  of    Uttarakhand    , गढ़वाल  का आयुर्वेदिक   पारम्परिक पाक कला, कुमाऊं  का   आयुर्वेदीय पारम्परिक भोजन  पाक कला निरंतर ;

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
आन्ध्र प्रदेश की  गौंगुरा पचहड़ी रेसिपी

चटनी जन हूंद
-
सरोज शर्मा सहारनपुर
-
सामग्री
एक बंच गैगुरा ,10 लाल मर्च
3 टेबल स्पून तेल
1 टेबल स्पून उड़द दाल
2 चम्मच साबुत धनिया
6 लासण की फोलि
3 साबुत लाल मर्च
1/2 चम्मच जीरा
थोड़ा मिट्ठू नीम का पत्ता
बणाणु कु तरीका
एक कड़ै मा तेल द्वी चम्मच डालवा
ये मा गैगुरा का पत्ता डालवा
तब तक भूनवा जब तक पत्ता रंग नि छोड़दन, और नर्म नि हवै जाव ,यूँ थैं दरदुरू पिसण
ठंडु हूणक अलग धैर दयाव,
अब ये भानड मा हि एक बड़ू चम्मच तेल डालिक सरसो का दाणा चटकावा,
अब ये मा कड़ी पत्ता सुखीं लाल मर्च थिचीं लासण जीरू सरसों का डालिक चटकावा
तब तक फ्राई करण जब तक गुलाबी न हवै जाव
अब उतारिक गैगुरा पचहड़ी मा डलण से पैलि ठंडू हूण दयाव
ये थैं उसया चौलु दगड़ एक चम्मच  घ्यू  डालिक खिलावा
Copyright@ सरोज शर्मा सहारनपुर


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
"गहथु की भ्वरीं रुटि""
-
विनीता मैठाणी
-
पौड़ी गढ़वाल ऋषिकेश उत्तराखंड
सामग्री----
१ गौथु की दाळ ( आवश्यकता अनुसार)
२ पानी
३ आटा
४ नमक, मिर्च, मसाला, लहसुन अदरक पेस्ट, कटी प्याज,काली मिर्च, हल्दी ।
५ घी या तेल ।
बणाणु कु सगोर-- पैली रात गौथु की दाळ भिगे देवा,
सुबेर परात मां अपणि आवश्यकता अनुसार आटु गूँदी ल्यावा और वैथे मुलायम होणु थै ढकै धरी दैवा ।
दाळ थै फिर से साफ ध्वैकी एक बार छंटे ल्यावा कि क्वि गारा त नि रयुं भिगयां गौथु मां गारा आराम से बिरे सक्यांदा ,
अब सिलवटा मां दाळ थै पीसी ल्यावा,
एक थाली मां रखी की येमा अदरक पेस्ट,कटिं प्याज, पिसी काली मिर्च, हल्दी, स्वादानुसार नमक मिले ल्यावा
अब आटु की कुछ बड़ी सी गोळी बणावा और अंगुळी सारु देकी फैलावा अब गोळी में बणी जगा थै दाळ का भर्यूळ न भ्वरी ल्यावा आटे की गोळी सुंदर चौतरफ़ा फरकै की भली कै बंद करी लयावा ।
चकळा बेलण या हथुं सहारा अपणी रुटि गोल करी फैलावा ,सजकै तवा मां अल्टै-पल्टै की पकावा अगर परांठा भला लगदा त तेल या घी लगावा निथर सादी रुटि बणै भ्वंमा उतारी की घी लगै सकदा जैसे घी की पौष्टिकता बणी राली ।
आम की चटनी ,चाय, घी दगड़ी स्वाद लेकि गरम-गरम खावा ।
तत्व -- गौथु मां प्रोटीन, मैंगनीज, कार्बोहाइड्रेट,आयरन,और जिंक भी पये जांदु ,।
पत्थरी रोग मां विशेष लाभ देण वळी दाळ च ये वास्ता अधिक मात्रा मां लोकप्रिय भी च।
©® विनीता मैठाणी


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
हैरी मर्च  लाभ
-
हैरी मर्च खाणुक स्वाद बणाद अर पोषक तत्व युक्त
-
सरोज शर्मा सहारनपुर
-

हैरि मर्च मा विटामिन सी बहुत ज्यादा मात्रा मा हूंद, हैरि
मर्च एंटी आकसीडेंट कु भि अच्छू माध्यम च,हैरि मर्च आंखो और त्वचा खुण भौत फायदेमंद हूंद ऐ मा विटामिन ए भि हूंद, हाल हि मा कि स्टडीज से इन पता चल हैरि मर्च ब्लड शुगर भी कम करद मूड बूस्टर कु काम भि करद
हैरि मर्च मा एंटी बैक्टीरियल गुण भि हुंदन।
हाँ अति सर्वत्र वर्जते
@ Copyright सरोज शर्मा सहारनपुर

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
पारम्परिक   ईरानी    औमलेट  (कुकु )   पकाणै  पाक विधि
-
पारम्परिक कॉन्टिनेंटल या इरानी औमलेट    पकाने की पाक विधि
  Recipe of  Traditional Recipe of  Persian  Omelette   with Bread Slices

  पारपम्परिक    अन्य क्षेत्रीय व विदेशी  व्यंजन विधि /पाक विधि/ पाक कला  श्रृंखला  भाग - ४

-
संकलन - उषा बिजल्वाण (देहरादून )
-
मन्खी- ३।
समय- १५ मिनट।
 सामग्री-
डबल रोटी – आवश्यकता नुसार
अण्डा ५ अच्छा सि फेंट्यां, या आवश्यकतानुसार बढ़ै  सकदा
प्याज़ २ मध्यम आकार का बरीक कट्यां,
हरी मिर्च २ बरीक कटीं,
दूध १/२ प्याली,
लोण १/२ चम्मच,
हरू धणिया थोड़ा सा बरीक कट्यूं,
आधा चमच चाट मसालू
तेल १/२ चम्मच विधी- अ
ड्डों म दूध ,प्याज़ , हरी मिर्च , लोण, हरू धणिया डालीक अच्छा सि  फेंट द्या । गैस खोलीक नौन स्टिक पैन रखीक आधा चम्मच तेल डाळ  द्या अब फेंट्यां अडौं तै ३ हिस्सौं म बांटीक १ हिस्सा डाल द्या दुया तरफ सेकणा का बाद १ , १ डबल रोटी लीक वैम अमलेट लिप्टै द्या फिर थोड़ी देर और सेका यनि सब्यों तै करा ल्या तैयार छ अमलेट डबल रोटी कु नाश्ता I
खावा अर खलावा!!!

-
Copyright @   उषा बिजल्वाण  , 2021


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1

 उत्तराखंड का पारम्परिक  आयुर्वेदिक   सूंटू -परोठा  स्वाळ पकाणौ    सगोर

  उत्तराखंड का पारम्परिक - आयुर्वेदिक भोजन  चौली दाल पराठा /स्वाळ  पकाने की विधि (रेसिपी )   
  Recipe of  Uttarakhand, Ayurvedic Traditional Recipe of Paratha of  Black Eye Beans
 आयुर्वेदीय  उत्तराखंडी  पारपम्परिक भोजन व्यंजन विधि /पाक विधि/ पाक कला  श्रृंखला  भाग -  ३९
Recipe of Ayurvedic Traditional Food of   Garhwal, Kumaon (Uttarakhand)part- 39 
-
संकलन -
सुंटू(लुब्या) दाली क परांठा अर त खुलू घी या तेल मा तळी स्वाल भी बणै सकदा।
सामग्री---
सुंटू क दाल--------4 कटोरी
हरु धणया--------200ग्राम(ध्वेकी की छन्नी म धर द्यावा)
हरि मर्च-------------15-20 भी ध्वे द्यो।
ल्यासन-------------3 दाणी पूरी छीलिक
जीरु-------------3 छुट चमच्च
लूण-----------------आवश्यक्तानुसार।
दही, मक्खन, घी, अचार इच्छानुसार।
बणाणा क ढंग------
सबसे पैली सूंटूं तै धवेकि गैस मा धैरी क कुकर की 4 सीटी लगे द्यावा। जनि प्रेशर खत्म हूंद कुकर खोली क एक बड़ डोंगा म इस्टील क छन्ना मा डालिक पाणी अलग कर ल्यावा। अब सुंटू तै ठंड हूण द्यावा। अब दाल सिल्वट मा, हरि मर्च, ल्यासन, जीरु क दगड़ मा पीस ल्यावा। हरु धणया बारीक काटिक अर लूण डालिक सब बढ़िया से मिलै द्यावा। बस अब गैस चूल्हा मा तवा गरम कैरिक परोठा बणै द्यावा। अब गरम-गरम खै ल्यावा।
स्वाळ बणानो डीप फ्राई कारो
भोत ही स्वादिष्ट छन।
Copyright @ माया  बहुगुणा 2021


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
हैरी मर्चों कु ठेचा(चटणी)
-
माया  रावत 
-
सामग्री...

हैरी मर्च 100ग्राम
मूंगफली दाणा 100ग्राम
लासण 50ग्राम
लूण स्वादानुसार
तेल 4चम्मच
जीरु 1चम्मच
बणाणकु तरीका
मर्च साफ कैरिक ध्वैक पाणि सुखै द्यावा
मूंगफली दाणा तवा मा भूंजिक छिलका निकालिक छीट द्यावा
लासण छील द्यावा
एक कढै मा 2चम्मच तेल डालिक मर्च, मूंगफली,, लासण थै खरोली खरोली क भूंजी द्यावा सिलाणा क बाद दरदरु (सिलोटु या मिक्सी मा) पीसिकी स्वादानुसार लूण डालिक फेर कढै मा 2चम्मच तेल मा जीरु अर पिस्यों पदार्थ डालिक छौंक द्यावा। त्तयार ठेचा
रुटि, पराँठा या दाल-भात दगडी खैये जांद। हप्ताभर फ्रिज मा धैरिक खै सकदाओ। गिच्चाकु स्वाद बढाणा खुणि बणादा रावा खांदा रावा

Copyright @ माया  रावत , 2021

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
उत्तराखंड का पारम्परिक  आयुर्वेदिक   अम्वड़ु  /आमै  सब्जी   पकाणौ   सगोर

  उत्तराखंड का पारम्परिक  आम  की सब्जी, अम्वड़  आयुर्वेदिक भोजन पकाने की विधि (रेसिपी )   
  Recipe of  Uttarakhand, Ayurvedic Traditional Recipe of Mango Chutney
 आयुर्वेदीय  उत्तराखंडी  पारपम्परिक भोजन व्यंजन विधि /पाक विधि/ पाक कला  श्रृंखला  भाग - ४० 
Recipe of Ayurvedic Traditional Food of   Garhwal, Kumaon (Uttarakhand)part- ४०
-
संकलन - विनीता मैठाणी 
-
आवा ऐंसु आम भौत अयां छिन त आम की खट्टी-मीठी चटनी (साग) बणौला ।(अम्वडु भी बोल्दिनी)
सामग्री----
1 कच्चा आम,
2,पाणी जरुरत हो जतगा,
3,गुड़ लगभग आम की समान मात्रा मां ,
4 लोण अपणु स्वादा कु मुताबिक,
5 मसला- हल्दी, मर्च,काळी मर्च,ल्यासुण, तेजपत्ता, हींग,सौंफ, नारियल (पसंद न हो तो नि डाळो ) काळु लोण (उपलब्ध न हो तो कुई बात नि ),तेल जीरु,गंदेला का पत्ता ( कढ़ी पत्ता, मीठी नीम बल)
6 एक छुटु प्याज बारीक कट्युँ
बणाणु कु सगोर--
चला तो शुरू कर द्यूला---
(पितळा का भांडा प्रयुक्त न करें बल )
आम साफ ध्वे कन छीली ल्यावा,
एक भांडा मां (पतीली या कढ़ाही) गर्म करी क तेल डाली जीरु, तेजपत्ता, हींग,कढी पत्ता,प्याज कु छौंक लगै वैमा छिल्यां आम डाल देवा ।
सभी मसाला व लोण डाळी की पकावा,ल्यासुण छौंक मां भी डाली सकदा मि पीसी की डल्नु छौं।
अब आम मुलैम ह्वे गेनी खूब गाढू रस तैयार ह्वे ग्ये अब गुड़ थै चूरी की डाळी देवा भली कै मिलावा चटणी तैयार च थोड़ा सा पकै की गैस फरै भूयां उतारी देवा ।
आपणी पसंद अनुसार सौंफ और नारियल मिलै ल्यावा जैथे पसंद नि त यनि खावा सुबेर शाम कै भी खाणु दगड़ी ।
यिं चटणी थै फ्रीज मां रखी की बिंडी दिन भी राखी सकदा खराब नि होंदी।
चटणी खाणा का फायदा---
कच्चु आम मां विटामिन बी 6 , विटामिन सी, कार्बोहाइड्रेट, आयरन जिंक और भी कई तत्व पये जांदिन ।
मधुमेह, एसीडिटी, कब्ज़, आदि दूर करदु ,प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करणा मां सहायक, आँखु खुणि लाभदायक, गर्भवास्था मां विशेष लाभ देण वळी च एन्टीआक्सीडेंट तत्वों थै बढ़ादु जैसे अल्सर जनि बिमारी नि होंदी।
और एक होर खाश बात या च कि आम की चटनी खाणु से त्वचा खूबसूरत और आकर्षक चमकदार बणदी त बणावा अर खावा जी ।
-
Copyright @ विनीता मैठाणी  2021
 उत्तरखंड  का  आयुर्वैदिक पारम्परिक भोजन  पका कला , Recipe for Ayurvedic  Traditional Cuisine  of    Uttarakhand    , गढ़वाल  का आयुर्वेदिक   पारम्परिक पाक कला, कुमाऊं  का   आयुर्वेदीय पारम्परिक भोजन  पाक कला निरंतर ;


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1

पारम्परिक  कोल्हापुरी लाल मर्च क ठेचा /चटणी बणानो  विधि
-
 गैर उत्तराखंडी  पारम्परिक   कोल्हापुरी लाल मर्च क ठेचा /चटणी    बनाने की  विधि
  Recipe of  Traditional Recipe of  Kolhapur, Maharashtra Region /Country

अन्य क्षेत्र / विदेशी  पारपम्परिक भोजन व्यंजन विधि /पाक विधि/ पाक कला  श्रृंखला  भाग - 
Recipe of Traditional Food of non -Uttarakhand region part- 
-
संकलन -  सरोज शर्मा , सहारनपुर 
-
सामग्री
15 लाल मर्च ताजि काटि ल्याव
15 फोळि  लासण काटवा
2 बड़ा चम्मच मूँगफली कु तेल
2 छोटा चम्मच राई
1/4 चम्मच हींग
लूण स्वादानुसार
1 लाल मर्च थेचा बणाणु कू पैलि लाल मर्च लासण नमक 2 चम्मच पाणि डालिक मिक्सर मा पीस ल्याव एक कटोरा मा अलग निकाल ल्याव
2 अब एक तड़का पैन मा तेल गरम कारो राई डालिक चटकावा अब हींग डालिक लाल मर्च मिश्रण भि डाल दयाव
3 बढिया से मिलाइक परोसा दाल भाखरी, बुन्दि कू  रैता   का दगड़ दिन कु खाणुक दगड़ परोसा
4 ये थैं स्टोर कैरिक भि धैर सकदो।
-
Copyright @, सरोज शर्मा सहारनपुर  2021


 

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22