हरीश भैजी का मोबाइल मा एक अंनजान कॅाल आयी।
दुसरी तरफ से एक नौनी बुनी छायी,
नौनी-: क्य तुमारी क्वी गर्लफेंड चा?
हरीश-: हां पर तुम के बुना छों?
नौनी-: तुमारी धर्मपत्नी बुनु छों, घार ता आवा फिर बतांदू छों।
थोड़ी देर बाद फिर एक कॅाल आई।
नौनी-: क्य तुमारी क्वी गर्लफेंड चा?
हरीश-: ना यार नीच, पर तुम के बुना छों?
नौनी-: तुमारी गर्लफेंड बुनू छों धोखेबाज़।
हरीश-: माफ कैर दि डार्लिंग मिल सोचि मेरी धर्मपत्नी चा।
नौनी-: तुमारी धर्मपत्नी ही बुनू छों, आज तुम घार ता आवा।
बौल्या-: आज टुटला भैजी तेरा हडगा मुडगा। और खुज्यो गर्लफेंड।
बौल्या-: खित खित खित खित खित खित खित।
#BOLYA