Author Topic: Narendra Singh Negi: Legend Singer Of Uttarakhand - नरेन्द्र सिंह नेगी  (Read 84474 times)

Mukesh Joshi

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Re: Narendra Singh Negi - Legend Singer of Uttarakhand
« Reply #90 on: October 18, 2008, 11:50:48 AM »
भ्याग ,जोग -संजोग की बात,
 विधाता का हाथ
करम तेरु धर्म , करम तेरी जात
करम करी ल्यावा ,धर्म करी ल्यावा
धर्म- करम तेरु ई च रे माली
बांझी धरती कर हरयाली
मरी  जैली फल चाखाली दुनिया
रोप ले अपना सु कर्मो की डाली ......
सुकर्मो की डाली ...............................
मनन करी ल्यावा ,धर्म करी ल्यावा
तिन मनखी सैरी दुनिया परोखी
पढ़ नि सकी पर जोग की लेखी
दया ,धर्म कु कल्यो लियो  छो
भीतर लुकै तिन गोऊ मा नि बाटी
पैणु नि बाटी
धर्म करी ल्यावा कर्म करी ल्यावा
भाग .......................................

मेरा पहाड़ / Mera Pahad

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Re: Narendra Singh Negi - Legend Singer of Uttarakhand
« Reply #91 on: October 18, 2008, 11:53:35 AM »
Great work Mukesh ji +1 karma aapko in gaano ki lyrics ke liye.

Mukesh Joshi

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Re: Narendra Singh Negi - Legend Singer of Uttarakhand
« Reply #92 on: October 18, 2008, 01:10:21 PM »
ओम् सिन्घ सागर जाग मान को मानसरोवर जाग
अक्षय्वारती धुनी जाग गोपाली गुहार जाग
महारुद्र को ध्यान जाग  गुरु को कैलाश जाग
हे भद्र कलिंका माता तुमरो ध्यान जाग sssssss
AAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAA
हे धारी कलिंका तुमरो ध्यान जाग
हे ज्वाला की ज्वाल्पा तुमरो ध्यान जाग
हे चन्द्रबदनी  माता तुमरो ध्यान जाग
हे राजराजेश्वरी  तुमरो ध्यान जाग
कालीमठ  की कलिंका तुमरो ध्यान जाग
महिषासुर मर्दानी तुमरो ध्यान जाग
जाग जाग हे सुर्कंडा की सूरी तुमरो ध्यान जा ......ग   
आ .........................आ  ....................  (को …)

नमो भगवती जागति जोत ज्वाला
तू रक्षपला दयालु  कृपाला
तू दीनो के दुःख दरिद्र  हरिणी 
तू भक्तो के भार को पार करनी
आ ........................................... (CH..)

नमो हो नमो हो नमो आदिशक्ति
नमो हो नमो हो नमो ब्रह्मज्ञानी
जयजायती  जयजायती जगदम्बे माता   
ब्रह्म  बिष्णु  सदा शम्भू  दाता
आ ..................................................(को ..)

तू वाकते  वाक  त्रिलोक  पाया
किर्लोलकर चौदह भुवन  छाया
तू नार्सिंग्हे भवन  फर्श  रामी 
तू राम  रामे महा राम रामी
आ ................................................ (CH..)

तुम्हें  काल  जल  मध्य भगवंत  कीनो
तू नाभि  के कमल  से ब्रहम  छीनो
सरवण  के मैल दो दैन्त्कारे
जिन नाम मधुकैट्ब  पल  पल बाड़े 
आ................................................. (CH..)

तेरा दयुल  ऐनी  माता मधु  केट्ब  दैन्त
तेरा दयुल ऐनी माता मधु कैट्ब दैन्त
तेरु  धौलागढ़ माता दैन्तु ना घेरयाले
दैन्तु ना घेरयाले  ऐ .................... (CH…)

तेरा मॉल  ऐनी माता सोलह सौ दैन्त
तेरा मॉल ऐनी माता सोलह सौ दैन्त
सिंग्हू न खौनी मौला खुरु ना उजाडे
खुरू ना उजाडे................................  (CH..)

कपूर  क्यारी  खोने , लॉन्ग  मर्चु की बाड़ी
हे सरी  क्यारी कुर्चे  फूलू  की फुलवारी
टूटन  बैठे माता तेरी गुज्रंती  खोली
टूटन बैठे माता तेरी गुज्रंती खोली
उजिडी गिनी  माता तेरा मची दरवाजा
तेरा मची दरवाजा आ ................................(.को)

मॉल का भीतर तेरी कंचन  कोठारी
मॉल का भीतर तेरी कंचन कोठारी
कानी  सुनिंद  सेयीं होली  माँ  भवानी
होली माँ भवनीईईईई ........................  (CH…)

लाकुडिया वीर तेरु धावाड़ी  लागोंदा
लाकुडिया वीर तेरु धावाड़ी लागोंदा
हे देनी हवेजे मेरी नौ दुर्गा नारेणी
नौ दुर्गा नारेणी  ई ..................... (CH..)

देनी हवेजई मेरी नौ दुर्गा  नारेणी
नौ दुर्गा नारेणीI  .............     (CH..)

[बल हे .....… उचो  धौला गढ़  बल  दैन्तु को घेरयुं चा
सोलह सौ दैन्त माता का मॉल मा चढ़ ग्येनी
सृन्गराज मा होला  बल सोलह सौ दैन्त
मधु कैतब, सुम्भनिशुम्भ ,चंड मुंड  महिससुर, भैन्ससुर,  लड़सुर , महासुर , धुम्र्लोचन
 चिक्चुर , चामर , उग्र्वीर्य ,दुर्धर , दुर्मुख , तल्केतु , पताल्केतु .
तों  पापी असुरों  ना माता को मॉल सिंग्हू ना खोने, खुरू ना उज्याडे
चचडे के  उठी माता बाबरे  के बिजिजे
मारी किल्क्वार हवेगी बिकराल
स्वर्ग लोक मा माता को जैकारो  लैग्ये

जय जोग  माया ..आ.........................

जागती व्हे  जेई  जागती व्हे जेई मेरी नरु की  नारेणी  हे
समुद्र  डोलों  मा तिन लीनी  अवतार जोग माया ...............
संग  मा चालला संग मा चालला तेरा बातिश भैरव  हे
बातिश भैरव  होला  चौंसठ  जोगिन  जोग मया
भुजों  मा खेलाला  तेरी भुजों मा खेलला नौति  नरसिंगा  हे
हैन्स्दा  हैन्स्दा चालिनी  संग काल्यु  की जमाड जोग माया

एक हाथ लीनी तिन एक हाथ लीनी लोहा  को खपरा  हे
हिनका  हाथ लिनी तिन ताम्बा  को पात्र जोग माया

धारण  कारिणी  धारण करिनी तिन खड्ग  सम्सीर  हे
खड्ग सम्सीर त्रिशूल  संख  चक्र जोग माया

तू हवेली  माता तू व्हेली  माता लवे  की तिश्याली  हे
ल्वे की तिस्याली  व्हेली मान्शु की भुक्याली जोग माया

मारी किल्क्वार मरी किल्क्वार तू व्हेयी  बिकराल हे
दैन्तु  दल बिच  गई परचंड रूप धारी  जोग माया
दैन्तु  दल बीच गई परचंड रूप धारी जोग माया
दैन्तु दल बीच गे परचंड रूप धारी जोग माया
दैन्तु दल बिच गे परचंड रूप धारी जोग माया
नाराणी
नाराणी CH..)
नाराणी
नाराणी  (CH..)
तिन मारी किल्क्वारा
नाराणी (CH..)
तू व्हेगी  बिकरला 
नाराणी  (CH..)
तेरु  लोहा को खपरा
नाराणी CH..)
तेरु ताम्बा को पतरा
नाराणी CH..)
नाराणी
नाराणी(CH..)
तेरु एक दंत   आगासा
नाराणी(CH..)
तेरु एक दंत  पतला
नाराणी (CH..)
चैयी ल्वेयी  की तिस्याली
नाराणी (CH..)
हे छाई  मंसू  की भुक्याली
नाराणी (CH..)
तेरा संग मा चालला
नाराणी (CH..)
तेरा अस्ठ भाई भैरव
नाराणी (CH..)
तेरी भुजों मा खेलला
नाराणी(CH..)
तेरा नौति नारसिंगा
नाराणी(CH..)
नाराणी
नाराणी (CH..)
तिन प्रचंड  रूप धीरी
नाराणी(CH..)
पौन्ची  दैन्तु दल बीच
नाराणी(CH..)
तिन एक दैन्त मारी
नाराणी(CH..)
व्हेनी  सौ दैन्त पैदा
नाराणी (CH..)
दैन्तु दल मारी मारी
नाराणी (CH..)
तेरी बान्वाली  पतैन
नाराणी (CH..)
तेकु  भारी खैरी  ऐगे
नाराणी (CH..)
रेगी  दैन्तु का घेरोंमा
नाराणी(CH..)
नाराणी
नाराणी (CH..)
तब  सुमिरन  कैदी
नाराणी (CH..)
कैलासू  महादेव
नाराणी (CH..)
तेकू आदेश  व्हेगी
नाराणी (CH..)
लगो  रक्त को तिलका
नाराणी(CH..)
नाराणी
व्हेली ल्वेयी की तिस्याली
नाराणी (CH..)
हे छेंयी  मानसु कि भुक्याली
नाराणी(CH..)
वहेगी व्हेगी उद  मातो
नाराणी(CH..)
तेरु शयो  बाबर  सेर
नाराणी (CH..)
खुल गे  लोहा को खपरा
नाराणी (CH..)
पसरे  ताम्बा को पसरा
नाराणी (CH..)
चमकी  खड्ग  सम्सीरा
नाराणी (CH..)
चल गी  दैन्तु दल बिचा
नाराणी(CH..)
नाराणी
नाराणी(CH..)
बगिनी  ल्वे का छाछेदा 
नाराणी (CH..)
लागिनी  मुन्डू  का कुंडका
नाराणीCH..)
अब नि  थामेंदु  योद्धा
नाराणी (CH..)
दैन्तु का कट्या  मुंड
नाराणी (CH..)
नाराणी
नाराणी(CH..)
अब थाम  थाम माता
नाराणी (CH..)
अपरी बवानी  बयाला
नाराणी(CH..)
तिन सोलह सौ दैन्तु की
नाराणी (CH..)
लम  डिसनी लगेली
नाराणी (CH..)
नाराणी
नाराणी(CH..)
व्हेगी दैन्तु को संघारा
नाराणी (CH..)
व्हेगी भगतु  कु  उधारा
नाराणी(CH..)
करी धर्म की स्थापना
नाराणी (CH..)
व्हेगी सत्य  की बिजय
नाराणी (CH..)
नाराणी
नाराणी (CH..)



हे दुष्ट  दानव  मधु  केट्व  अर वेका  सोलह सौ दैन्तु को संघार  करी
माता पर देतु  को सुतिक  लेगे , सुतिक लेगे माता नय्णु  को पैंता  सार  व्हेगे
पैंतासार  व्हेगे हर का हरिद्वार , धौली   देवप्रयाग 
पैंता सार व्हेगे पंच  प्रयाग
हे माता
नाणों  चा  नाणों चा
नाणों चा नाणों चा
नाणों चा नहानो  चा (CH..)
हे लगे दैन्तु कु सुतिक माता
नानो चा नाणों चा (CH..)
गंगा  हरी  हरद्वार  माता
नाणों  चा नाणो चा (CH..)
नाणु धौली देवपर्यागा  माता
नाणों चा नाणों चा (CH..)
हे माता पंच पर्यागा
नाणों चा नाणों चा (CH..)
हे ओर  औडो  नेडो  ऐजा
नाणों चा नाणों चा (CH..)
मेरो  मेलु  कलूनी
नाणों चा नाणों चा (CH..)
भा रे यानि डोली  बणोना
नाणों चा नाणों चा (CH..)
डोली शाल कन्दारै  की
नाणों चा नाणों चा (CH..)
भा रे यानि डोली बनोनै
नाणों चा नाणों चा (CH..)
जैंका  रिंग्दा  छतरा 
नाणों चा नाणों चा (CH..)
जैंका झुलदा  कलसा
नाणों चा नाणों चा (CH..)
बे लग्यु  दैन्तु को सुतिक माता
नाणों चा नाणों चा (CH..)
तेरा बारह   भाई पड़यारी 
नाणों चा नाणों चा (CH..)
तुम डोल्येर  बडिलिया
नाणों चा नाणों चा (CH..)
हे मेरा सात भाई सौंदु
नाणों चा नाणों चा (CH..)
तुम जात्रोई  हवेल्या
नाणों चा नाणों चा (CH..)
बला पेटड़  लगिनी
नाणों चा नाणों चा (CH..)
तेरा केशरिया  ध्वजा 
नाणों चा नाणों चा (CH..)
हे तेरु हनुमती  निसाण 
नाणों चा नाणों चा (CH..)
बै तेरा भैरों  नरसिंगा
नाणों चा नाणों चा (CH..)
व्हेगे पैंतासार व्हेगे
नाणों चा नाणों चा (CH..)
डोली  जात्रा  माता की
नाणों चा नाणों चा (CH..)
वारा  पै ट ण    लगीनी
नाणों चा नाणों चा (CH..)
जात्रा का जत्रोई
नाणों चा नाणों चा (CH..)
तेरी कोली  पैंता  होला
नाणों चा नाणों चा (CH..)
तेरा भुजंती  नगाड़ा 
नाणों चा नाणों चा (CH..)
बै तेरा सत्मुखी  शंखा 
नाणों चा नाणों चा (CH..)
माता उदमुखी  नादा
नाणों चा नाणों चा (CH..)
पौंची पंच पर्याग
नाणो चा नाणों चा (CH..)
हे माता धौली देवपर्यागा
नाणों चा नाणों चा (CH..)
पौंची हरी हरीद्वार 
नाणों चा नाणों चा (CH..)
बै देंदी  माता अस्नाना
नाणों चा नाणो चा (CH..)
छूटी दैतु को सुतिका
नाणों चा नाणों चा (CH..)
नाणों चा नाणों चा
नाणों चा नाणों चा (CH..)

ॐ मात्र  भवानी   नमः  ॐ शान्ति शान्ति शान्ति

रंगीलो गेवाढ़

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Re: Narendra Singh Negi - Legend Singer of Uttarakhand
« Reply #93 on: October 18, 2008, 01:16:57 PM »
वाह ! मुकेश जी मजा आ गया

हेम पन्त

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Re: Narendra Singh Negi - Legend Singer of Uttarakhand
« Reply #94 on: October 18, 2008, 01:38:20 PM »
Hats off to Mukesh bhai... You have put great efforts to write this Jagar... Great work

Mukesh Joshi

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Re: Narendra Singh Negi - Legend Singer of Uttarakhand
« Reply #95 on: October 21, 2008, 02:12:03 PM »
दारू नि पेंदू मी हे राम राम रम रम रम रम-2
शिकार नि खान्दू सिरी सिरी
नेता समाज सुधारक छौंउ
भज गोविन्दम भज हरी

भज गोविन्दम भजो हरी हे प्रभु अब त्वी रक्षा करी-2(ch..)

तुमरै गुटयारौ गोर छौं मी-2
गोट डल्यां जरा देख चरी

गोट डल्यां जरा देख चरी(ch..)

जाती कु ठाटी कु भीतर कु भैरा कु
खाऊ आर बौ कु ख्याल करी
दारू आर कच्मोली तुमन ही खाण -2
तुमारी जीत च जीत मेरी
भाज्गोविन्दम भजो हरी

भज गोविन्दम भजो हरी हे प्रभु अब त्वी रक्षा करी-2(ch..)

फिकर नि कर हे दरिद्र नारें-2
लोन मंजूर करौलू तेरु

लोन मंजूर करौलू तेरु,कर्ज मंजूर करौलू तेरु(ch..)

तेरी गरीबी की गवई दयोलू
ऐंसु भी हॉल लागैदे मेरु
गंत्खुला दयेजा कर्जा लिजा-2
आँखा बुजी अंगोठु धरी
भज गोविन्दम भज हरी

भज गोविन्दम भजो हरी हे प्रभु अब त्वी रक्षा करी-2(ch..)

बाबा अर दादा भी नेता छा मेरा-2
मी भी छौं औलाद बिराली

मी भी छौं औलाद बिराली-2(ch..)

नेतागिरी कु ठेक्का लियुं चा
लाख जोड्यावा लाख दया गाली
यी जोनिम भी वी जोनिम भी-2
नेता छों नेता ही रौलू मरी
भज गोविन्दम भज हरी

भज गोविन्दम भजो हरी हे प्रभु अब त्वी रक्षा करी-2(ch..)

कड़ी पैरी पैरी छाला पोडयान-2
धरना हड़तालून टूटीन भट्युड़

धरना हड़तालून टूटीन भट्युड़-2(ch..)

भासण देखी जीव छणेगी
गाली सुनी सुनी फूटीनि कंदुड़
ख़ुर्शि का खातिर मरी मिति जौलु-2
छोड़ी नि सकुदु नेतागिरी
भज गोविन्दम भज हरी

भज गोविन्दम भजो हरी हे प्रभु अब त्वी रक्षा करी-2(ch..)

गरीबु की सेवा कु बर्त लियुं चा-2
नेता भी छौं ठेकादार भी छौं

नेता भी छौं ठेकदार भी छौं(ch..)

ब्योला ब्योल्युं को बल्द भैन्स्युं को
ब्योपारी गलेदार भी छौं
सभी कुछ छौं पर मनखी नि छौं मी
देवता बन्यु छौं घडेलु धरी
भज गोविन्दम भज हरी
दारू नि पेंदू मी हे राम राम रम रम रम रम-2
शिकार नि खान्दू सिरी सिरी
नेता समाज सुधारक छौंउ भज गोविन्दम भज हरी

भज गोविन्दम भजो हरी हे प्रभु अब...-2(ch..)
  (provided by mr. yogesh

Mukesh Joshi

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Re: Narendra Singh Negi - Legend Singer of Uttarakhand
« Reply #96 on: October 22, 2008, 11:26:57 AM »
स्वर  नरेन्द्र सिंह नेगी
[size=12pt]
जै अम्बा जगदम्बा जै माता राणी माता राणी
माँ तेरो सिंगार प्यारो ,माँ तेरो रंग -रूप न्यारो
ममता छलकाणी मुखडी  स्वाणी
स्वाणी  स्वाणी
जै  अम्बा ..................................................

लाल रंग चुनरी साडी मा
सज भलु सजणों चा तन मा
आशीष बरसूणु आँखीयू मा
लाड उलार भरीयु मन मा
माँ तेरो सिंगार प्यारो ,माँ तेरो रंग -रूप न्यारो
ममता छलकाणी मुखडी  स्वाणी ई .............
स्वाणी  स्वाणी
जै  अम्बा ..................................................

माँग सिंदूर भरियु चा माँ
सुवागल भाग्य सजियु चा
कलिस्वणी लाटूलियु  मथि मुंड  माँ
सुनो मुकुट सजियो चा
माँ तेरो सिंगार प्यारो ,माँ तेरो रंग -रूप न्यारो
ममता छलकाणी मुखडी  स्वाणी ई .............
स्वाणी  स्वाणी
जै  अम्बा ..................................................

जै अम्बा जगदम्बा जै माता राणी माता राणी
माँ तेरो सिंगार प्यारो ,माँ तेरो रंग -रूप न्यारो
ममता छलकाणी मुखडी  स्वाणी
स्वाणी  स्वाणी
जै  अम्बा ..................................................

लाल रंग चुनरी साडी मा
सज भलु सजणों चा तन मा
आशीष बरसूणु आँखीयू मा
लाड उलार भरीयु मन मा
माँ तेरो सिंगार प्यारो ,माँ तेरो रंग -रूप न्यारो
ममता छलकाणी मुखडी  स्वाणी ई .............
स्वाणी  स्वाणी
जै  अम्बा ..................................................

माँग सिंदूर भरियु चा माँ
सुवागल भाग्य सजियु चा
कलिस्वणी लाटूलियु  मथि मुंड  माँ
सुनो मुकुट सजियो चा
माँ तेरो सिंगार प्यारो ,माँ तेरो रंग -रूप न्यारो
ममता छलकाणी मुखडी  स्वाणी ई .............
स्वाणी  स्वाणी
जै  अम्बा ..................................................

जै अम्बा जगदम्बा जै माता राणी माता राणी
माँ तेरो सिंगार प्यारो ,माँ तेरो रंग -रूप न्यारो
ममता छलकाणी मुखडी  स्वाणी
स्वाणी  स्वाणी
जै  अम्बा ..................................................

लाल रंग चुनरी साडी मा
सज भलु सजणों चा तन मा
आशीष बरसूणु आँखीयू मा
लाड उलार भरीयु मन मा
माँ तेरो सिंगार प्यारो ,माँ तेरो रंग -रूप न्यारो
ममता छलकाणी मुखडी  स्वाणी ई .............
स्वाणी  स्वाणी
जै  अम्बा ..................................................

माँग सिंदूर भरियु चा माँ
सुवागल भाग्य सजियु चा
कलिस्वणी लाटूलियु  मथि मुंड  माँ
सुनो मुकुट सजियो चा
माँ तेरो सिंगार प्यारो ,माँ तेरो रंग -रूप न्यारो
ममता छलकाणी मुखडी  स्वाणी ई .............
स्वाणी  स्वाणी
जै  अम्बा ..................................................[/size]

Mukesh Joshi

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Re: Narendra Singh Negi - Legend Singer of Uttarakhand
« Reply #97 on: October 22, 2008, 04:45:28 PM »
ईखी ई प्रथ्वीम येही जनमा, देखि त छै च कख देखि होली
रूप सी बांद ज़्व बसीगे मन मा ,देखि त छै च कख देखि होली
कख देखि होली
सुप्नियु रेहोलू की बैहम रै वोलू ...२
                        चोरी कखड़ी बिराणी सगवडी की सी ...छै व्
                        सवादी यनी की पैणा की पकोड़ी सी ....छै व्
                        कांडो का बोट मा हिसला गोंद सी ...
                                          पिंडाला पात मा ओंस की बूंद  सी .......
                                          कख देखि होली
                        सुप्नियु रेहोलू की बैहम रै वोलू ...२
दाना दीवाना की ब्याव की गाणी सी ... छै व्
रूडी यू का दिन मा छोया कु पाणी सी ...छै व्
बादलो बीच मा जुन्यी झलक सी
दाता का मुख मा मंगत्या की टक सी
कख देखि होली
सुप्नियु रेहोलू की बैहम रै वोलू ...२
                      हियुन्द का दिनों मा घाम निवाती सी छै व्
                      बाला की मन की स्याणी दूध भाती सी छै व्
                      मर्चायाणा खाणा मा खीर जन मीठी सी
                      दूर परदेश मा घर की चिठ्ठी सी
                      कख देखि होली
                      सुप्नियु रेहोलू की बैहम रै वोलू ...२
ब्यो -बरातियु मा स्याली यू की गाली सी छै व्
नाती -नातेणों पर दादी अंग्वाल सी छै व्
भूखा का अगड़ी भोजन थाली सी .
चोका का तिरवली नारंगी डाली सी
कख देखि होली
सुप्नियु रेहोलू की बैहम रै वोलू ...२
                     सोना की गोला मा मोती यो की माला सी... छै व्
                     पाणी की तोली मा जून ओंज्वाल सी ....छै व्       
                     ओंसी की घन -घोर रात मुछियाल सी
                     अँधेरा मन मा आस उजयाली सी
                     कख देखि होली
                     सुप्नियु रेहोलू की बैहम रै वोलू ...२

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Re: Narendra Singh Negi - Legend Singer of Uttarakhand
« Reply #98 on: November 03, 2008, 12:32:01 PM »
फ़िल्म - घर जवै

तू दिख्यांदी.......................जन जुन्ल्याली ....ई .................
सची .........त्यार ....सौ ..
सची .........त्यारा... सौ

तू दिख्यांदी जन जुनियाली सची त्यारा सौ ऊ
जब होदीन छुई रूपा की पहली त्यार नोऊ
पहली त्यार नोऊ
ओ त्यारा रूप देखि की लोग जली गेनी
बौल्या बणी गेनी -२
फूल बिचारा डाली -डालीयुमा जलेण लगीन
भौरा त्वे देखि -देखि की नौलेण लगीन
नोलेण लगीन तेरी ज्योति देखिकी
फूल शर्मे गेनी , भोरा भ्रमे गीनी
तू दिखियंदी ...........................

गोरी मुखुडी दिख्यांदी कनी जन उजियाली रांकी
 कनी लगन्दीन छुई  भागियानी तेरी छुयाली आँखी
 तेरी छुयाली आँखी , तेरी आँखी देखिकी
बटोई फ़िरडी गेनी बाटू बिरडी गेनी
तू दिख्यांदी ...................................

बांदू मा बान्द त्वे मा सभी ल्गोंदीन माया
चाँद ऊ  मा चाँद बोल तिन क्या जादू काया
तिन क्या जादू काया तेरी ज्वानी देखिक
हो तेरी ज्वानी देखि की
बुड्या खोल्ये गेनी ज्वान बौले गेनी -२
 तू दिख्यांदी ..............................

Mukesh Joshi

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Re: Narendra Singh Negi - Legend Singer of Uttarakhand
« Reply #99 on: November 03, 2008, 12:42:07 PM »
एक बहुत ही प्यारा गीत जो श्री नरेंदर सिंह नेगी जी ने गाया है. एक नारी की १२ महीनों की आत्म ब्यथा को इस गीत के माध्यम से बहुत मार्मिक ढंग में वर्णित किया गया है. जरा गौर फरमाए इन शब्दों पर

बारा मैनो की बारामास गायी
घगरी फटीक घुंडियों मा आयी २

चैत का मैना दिशा भेट होली
तेरी ब्येटुली ब्वे डब डब रोली
बैसाख मैना कोथीग ऊरालो 
बिना स्वामी जी का प्राण झुरोलू
बारा मैनो की.....

जेठ का मैना कोदू बूती जालू
मेरी पुंगडीयू ब्वे कु बूती आलु
आषाढ़ मैना कुयडी लोकैली
बिना स्वामी जी का कनु के कटीली
बारा मैनो की.....

सोणा का मैना कूडो चुयालो
जो पाणी भैर, भीतिर भी आलो
भादो का मैं संगरांद आली
मेरु कु च ब्वे जु मैत बुलाली
बारा मैनो की.....
अशूज मैना शरद भी आला
पितर हमारा टुक टुक जाला
कार्तिक मैना बग्वाल आली
स्वामी जौंका घौर पकोडा पकाली
बारा मैनो की.....

मंगसीर बैख ढाकर जाला
मर्च बिकैक गुड लूण  ल्योला
पूष का मैना जड़ो  च भारी
बिना स्वामी कि कु होली निर्भागी नारी
बारा मैनो की.....

माघ मॉस बीच मकरेण आली
कन होली भग्यान जु हरद्वार जाली
फागुण मैना होरी खिलेली
रसीला गीतों सुणी जिकुडा झुरोली
बारा मैनो की.....

बारा मैनो की बारामास गायी
घगरी फटीक घुंडियों माँ आयी २
 
सुदर्शन रावत......
 

 

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