Author Topic: Satire on various Social Issues - सामाजिक एवं विकास के मुद्दे और हास्य व्यंग्य  (Read 147602 times)

Bhishma Kukreti

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गढवाली हास्य व्यंग्य साहित्य                                 

 

                   कैच देम यंग

 

              चबोड्या-  भीष्म कुकरेती


 [हास्य व्यंग्य साहित्य;गढ़वाली हास्य व्यंग्य साहित्य; उत्तराखंडी भाषौ हास्य व्यंग्य साहित्य;  मध्य हिमालयी क्षेत्रीय भाषौ हास्य व्यंग्य साहित्य; हिमालयी भाषौ हास्य व्यंग्य साहित्य; उत्तर भारतीय भाषौ हास्य व्यंग्य साहित्य; भारतीयभाषौ हास्य व्यंग्य साहित्य;  दक्षिण एशियाई भाषौ हास्य व्यंग्य साहित्य; एशियाई  भाषौ हास्य व्यंग्य साहित्य]


(स्टाफ रिपोर्टर, इंडिया )  एक दस सालौ नौनु भारत तै बडी परेशानी झेलण पोडींन . बिचारा क ब्व़े बाबु सरकारी नौकरी मा छया कि द्वी घूस लींद पकडे गेन . खैर छै मैना परांत दुयुंक  फिर से नौकरी  बहाल ह्व़े ग्याई पण  अब भारत का ब्व़े बाब नी चांदन कि भविष्य मा उंको  नौनु बि बेवकूफी मा घूस लींद पकडे जावो. घूस लेण जरुरी च पण पकड्याण महाबेव्कूफी च. त भारत का ब्व़े बाबुं न अब वै तै क्रुकेडनेस  डेवलपमेंट कोचिंग क्लास मा भेजी दे. अब भारत अपण ब्व़े बाबु तै सिखांद कि कनकैक घूस लीण चएंद

अर घूस लींद दै क्या क्या सावधानी बरतण चएंदन .

          भारती क बुबा जी  पी.डब्ल्यू डी. को एक ठेकेदार च . वै दिन ठेकेदार जीक बणयूँ एक पुळ बण्यु द्वी दिन नि ह्व़े छौ कि भम से , भाचाक से पुळ भ्युं पोड़ी गे. भारती क बुबा तै बडी परेशानी दिखण पोड़ीन , भारती क बुबा नि चांदो कि भविष्य की ठेकेदारिण  भारती इन बेकार का मामला मा फंसी जा. अब भारती क ब्व़े बुबा तै क्वी चिंता नी च . भारती क्रुकेड नेस डेवलपमेंट कोचिंग क्लास मा क्रुकेड नेस की ट्रेनिंग लीणि च. क्रुकेड नेस डेवलपमेंट कोचिंग क्लास का फाउण्डर डाइरेक्टर पंडित विष्णु शर्मा बुल्दन बल जु बच्चों तै बेईमानी, गलतबयानी  बाळपन मा इ सिखाये जाओ त जु दुर्दिन भारत अर भारती क ब्व़े बाबु न देखिन वो नवाड़ी साख (नई जनरेसन ) तै नि दिख ण पोड़ल . भारत अर भारती क ब्व़े बाब पंडित विष्णु शर्मा क बातु से सहमत छन बल बच्चो तै धुर्या बणाण त वूं तै समौ रैक इ ट्रेनिंग मिलण चएंद अर पंडित  विष्णु शर्मा क सोच की बडी बडै हूण चएंद कि ऊन हिन्दुस्तान की समस्याओं निदानौ बान क्रुकेड नेस डेवलपमेंट कोचिंग क्लास खोलि.

    पंडित विष्णु शर्मा क दगड चाणक्य, विदुर, जेवियर  जन भागीदार बि छन .  जेवियर न बिस्तार से हमर खबर्या तै बताई बल अच्काल ब्व़े बाबु मा अपण बच्चों तै अनाचार, ब्यभिचार की शिक्षा  दीणौ  समौ नि मिलद त परेंट्स अपण नई साखि तै घूसखोरी, झूट बुलणो सही तरीका, झूट तै सच साबित करणो कूवत/सक्यात, चोर का चर चर  बचन, जन  जरुरी गुण नि सिखै  सकणा छन.  त जु यू गैप आयुं  च वैकी भरपै  जरूरी च. क्रुकेड नेस डेवलपमेंट कोचिंग क्लास ईं रिक्तता तै भरण मा हिंदुस्तान तै मदद दीणो च. फिर जौं ब्व़े बाबू मा टैम बि च त वो  वैज्ञानिक ढंग से सरल शब्दों मा अपण बच्चो तै धुर्या पन, चोरी जारी नि सिखै सकणा छन. जेवियर न  लाइब डेमो से बताई कि कै तरां से क्रुकेड नेस डेवलपमेंट कोचिंग क्लास का विशेषग्य बच्चों तै दुस्टाचरण. कुरीति, आचारहीनता सिखान्दन. 

  जख तक कोचिंग कलासु कोर्स  कु सवाल च क्लास का डाइरेक्टर चाणक्य न बताए बल बड़ा बढिया छन. इखमा प्रशाशन मा कै कै तरां से भ्रष्टाचार करण चएंद, फिर को को सावधानी जरूरी छन  जु भविष्य मा काम ऐ सकदन; राजनीति मा कु कु मुख्य टुटब्याग  छन अर कु कु बाटू छन जां से कि नेता हर समय शाशन मा इ राओ, भाई भतीजा बाद, बकळि जिकुड़ी, शरम बेचिक खाण , पद लोलुपता तै कन कैक अग्वाड़ी लाण, प्रशासन मा इमानदार कारिंदों तै कनै भ्रष्ट  बणाण अर दुन्या का सबसे बुरा कर्म कौरिक बि बेदाग़ छवि कन कैक रखण इत्यादि विषयूँ   ट्रेनिंग दिए जांदी. चाणक्य न संदेस्टी बताई बल  यांक बान कोचिंग संस्थान मा  भूतपूर्व दागी मंत्री अर खुन्कार अपराध्युं  (जु कबि बि पुलिस की पकड़ मा नि ऐन ) की सेवा लियाणि च जाण से कि बच्चों तै व्यवहारिक शिक्षा मील सको. 

   कोचिंग  संस्थान समौ समौ पर परीक्षा बि लींद जां से कि बच्चा दुष्टता, अरंचपन(असंतोषी) , उतड्यू(अशिष्ट) , छकटणु (ठग)   मा पारंगत ह्व़े जावन.पंडित विष्णु शर्मा न परीक्षा पत्र कि एक कापी बि दिखाई जो वास्तव मा दुनया मा अपणो   आप मा एक अभिनव परीक्षा पत्र च.

  किताबु क विषय सब विशेग्यो की सहायता से लिखे गेन . या सूचना क्रुकेडनेस डेवलपमेंट कोचिंग क्लास का किताबुं  लिख्वार वेद व्यासन दे.  वेद व्यास  महाभारत का अनुवाद दस बारा भाषाओं करणो बान प्रसिद्ध छन.

   विष्णु शर्मा न बताए बल हम चाँदवां बल हमर कोचिंग क्लास कि बदौलत बच्चा नौकरी लगण या व्यापार मा आण से पैलि प्रवीण ह्व़े जाओ. यांक वास्ता क्रुकेडनेस डेवलपमेंट कोचिंग क्लास वळा बच्चो तै जेल, पोलिस स्टेसन, वैस्यालय, भ्रष्ट नेताओं, बेईमान अधिकार्युं   क ड्यार जन जगा लीजान्दन.

        जख तलक इन क्लासों मांग को सवाल च इन क्लासों माग भौत च. क्रुकेडनेस डेवलपमेंट कोचिंग क्लास क इख द्वी साल की वेटिंग चलणि च.

हमारो दुसर खबर्या न रैबार दे कि हरेक शहर इ ना गांवु मा बि  क्रुकेडनेस डेवलपमेंट कोचिंग क्लास जन क्लासुं बड़ी मांग च अर भौत सा लालची , बेईमान व्यापारी ये बिजिनेस मा आणो तैयारी मा छन.

 

Copyright@ Bhishma Kukreti , 25/7/2012

 

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Bhishma Kukreti

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गढवाली हास्य व्यंग्य साहित्य

 

                               देवि  दिवतौं पैथोलोजिकल रिपोर्ट

                                     चबोड्या-  भीष्म  कुकरेती

 

                 स्वर्ग लोक मा चिकित्सा सुविधौं हाल  जाणणो परसि मै तै देवी दिवतौं वैद वैदराज धन्वन्तरी मतबल डा. धन्वन्तरी क अस्पताल ग्यों. डा. धन्वन्तरी वीर हनुमान तै देखिक आणा छया.  मंदिरूं  मा हर जगा लिख्युं   रौंद  बल जनान्यूँ तै  हनुमान जीक छौं बरतण चएंद पन सौब जगा जनानी हनुमान जी पर भिड्यान्दन जां से हनुमान जी तै नयाण पड़द. अब एक दै ह्वाओ  द्वी दै ह्वाओ त क्वी बि नए   जाओ इख त हर  बगत मंदिरूं मा क्वी ना क्वी   जनानि हनुमान जीक खुट पर हाथ लगाणि रौंद अर बिचारा हनुआन जी तै छौं मिटाणो बान तलौ मा इ पड्यू रौण पड़द. अब इन मा बड़ा  बड़ा  चल्लि तक घिसे  जान्दन त हनुमान जी त दिवता छन. बिचारा  वीर  ब्रह्मचारी  बि  निमोनिया  का  बीमार  चलणा छन .

              डा. धन्वन्तरी न पैथोलोजिकल रिपोर्ट देखिक  श्रीनगर गढवाल का कमलेश्वर जी तै  बताई  बल तुम तै खड़ दिया पर बेवहज धुवां ,  अर नकली, बेकार घी ,  खड़ दिया क बाद  इना उना पड्यु  घी अर लिचड़  पिचड़ होण से अजीव सि एलर्जी ह्व़े गे. फिर आप पूरो साल भर ड़र्याँ बि रौंदा कि अब फिर से कीच -पीच  होण. मी अंटी  मड -कीच अर एलर्जी क इंजेक्सन  अर अंटी नकली घीयक गोळि दीणु छौ सैत च कुछ असर ह्वे जाओ।

       पंढरपुर बिटेन बिठोबा देव त घबरयाँ छ्या. उंकी लम्बी मेडिकल  रिपोर्ट देखिक   डा. धन्वन्तरी न बोल, ' कुछ नि ह्व़े सकुद. इथगा सालू से वै मन्दिर मा द्यू बाति  अर लोगुंक धूप बाति जळाण  से उखाक दिवालु पर दु दु फुट म्वासो- काजल जम्युं च अर आप वै फगोसण्या , अमानुषिक  वातावरण तै अब पचाण मा लाचार ह्व़े गेवां  .मनिखुन सुदन नी च ,  मनिखुन अफु साफ़ रौण पण मन्दिर गंदो इ रखण . बस आप तै अब हमेशा योग मा याने  साँस रोकिक अर आँख मूजिक  इ इ रौण पोडल."

  सौणौ  मैना जौं जौं दिवतौं पूजा होंदी वु बेहोशी मा सि छया ।    डा. धन्वन्तरी न ब्वाल बल इखमा मि क्या कौर सकुद . कै बि तरां से तुम दूध मा नयाण अर दूद तै पचाण लैक ह्व़े गे छया. पण अब त अदा से जादा दूद मा चूना, इनसेक्टिसाइड, भौं भौं रसायन  मिल्यु रौंद   अर याँ से आप पर सद्यनौ खजी-रोग ह्व़े ग्याई .बस मलम वगेरा लीणा रावा  बस थोड़ा देरौ कुण सेळि पोडि जाली। असल म यु रोग आपक डी.एन. ए. मा बसी गे त मीन हकीम लुकमान से बि पूछ वी बि बुलणा छया कि  एक दै य़ी रसायन डी.एन.ए. मा चलि गे त तब  कुछ नि ह्व़े सकुद.

  भौत सा दिवता जौं जौं मा अच्काल मनिख मिठाई चढ़ान्दन ऊं पर मिठाई से त ना पर साइड इफेक्ट से यि  दिवता बीमार इ चलणा छन. धरती क डाकटरो तरां  डा. धन्वन्तरी बि जब ऊं तै क्वी बीमारी बिंगण मा  नि आन्द त वो बोली दींदन कि वाइरल इन्फेकसन हुयुं च. डा. धन्वन्तरी न खुलासा कार बल चूंकि मंदिरूं  मा मिठाई चढ़ान्दन अर फिर सालो तलक मंदिरूं  मा   सफै त हुंद नी च त वां से भौं भौं किस्मौ कीड मक्वड़ , बैक्टीरिया, वाइरस पैदा होणु रौंद अर फिर यि किसम किसम का बीमारी सौरान्दन . मनिख त यूँ कीड मक्वडु से  ढबे  गेन  पण दिबतौं न त यो सोचि इ नि छौ मनिखों से  पूज़ा कराण पर दिबतौं तै भौं भौं बीमारी से सामना करण पोडल

   गंगा, जमुना त रुणी छ्या इन लग णु छौ जन बुल्यां यि द्वी बैणि खबेस ह्वावन . रंग बदरंग, कुरंग  छौ. यूंक सरैल से गुवाण, चिराण , मुताण. केमिकल्याण  आणि छे .डा. धन्वन्तरी  न  वूं दुयूं तै दूर एक छ्वाड़ मा  बिठाल्यु छौ . अर नाक पर बड़ो सी कपड़ा बांधिक दूर से इ गंगा, जमुनाक दगड बचळयाणा छया. दुयुंक एकी राड़ घाळि  छे  कि हम दुयुं तै सूर्य मण्डल ना कखी दुसर ब्रह्मांड म ट्रांसफर कारो, जख इ द्वी अपणी पवित्रता  बरकरार रखि सौकन .

  छ्वटा छ्वटा  मंदिरूं  करोड़ो दिवता मानसिक रोगी हुयाँ छया. युं दिबतों रोग च दुसर से जळण. कुछ मन्दिरों मा त लोग लाखो तादात मा जान्दन पण यू तै पुछदि इ नी छन.  बस यू दिबतौ पर जळणो रोग लगी गे. इखमा करोड़ो कुल दिबता बि छन . ऊँ तै जलन होंद कि जन  गढ़वळि अपुण कुल दिबता त बिसरी गेन पण बड़ा बड़ा मंदिरूं मा हर साल चाट घाळिक जान्दन. डा. धन्वन्तरी क कौन्सिलर डाक्टर यूँ दिबतौ ढाढस दिलाण मा लग्याँ छन कि फिकर नि कारो एक दिन यूंक बि बौडिक आलु.
 
  इना बड़ा बड़ा मंदिरों दिबता ऐड़ाट भुभ्याट करणा छया बल हे इश्वर हम तै पाप से बचाओ , हम तै पाप से बचाओ . अब जब पापी अनाचारी, भ्रस्टाचारी भक्त यूंक मंदिरों मा सोना जेवरात का मुकुट चढ़ाणा छन  अर जब यि दिवता भ्रष्ट, अनाचार्यू  चढ़यूँ  मुकुट पैर्दन त इ दिबता अफु तै पापी समजण बिसे जान्दन . डा. धन्वन्तरी क कौन्सिलर डाक्टर यूँकि बि कौनसेलिंग मा लग्यां  छन

    आदि देव महादेव तै दूध, घी, फलों  अर फूलों से एलर्जी छे त ऊन मनिखो तै बताई छौ कि ऊंको लिंग मा पाणी अर बिल्पतरी चढायो जाव .पण मनिख दुसरों तै  रौब दाब दिखाणो बान दूध, फल, फूल कुछ बि चढ़ाणा रौंदन अर देवाधिदेव एलर्जी से भैर इ नि ऐ सकणा छन.

  भौत सा दविता जन कि  गणेश जी, देवी जी तै कंदूड़ो रोग ह्व़े ग्याई.  भक्तो क  दिनरता, जगरता को घ्याळ से यूँ दिबतौं क कंदूड़ो जळपटि फटि गे.

   सब दिवता अर डा धन्वन्तरी न फैसला कार बल अब त ईश्वर से इ मिलण चएंद . तैबारी नारद जी दिखे गेन. बिचारा !  सुखिक कठक बण्या छन ., इन्टरनेट क आण से अब ऊं मा कुछ काम त रै नि गे  त थ्वड़ा भौत कूरियर इना उना ली जान्दन. सबि दिवतौं न ब्वाल कि हम सौब ईश्वर से मिलण चाणा छंवां  त जरा ईश्वर जीक दगड अप्वाइंटमेंट फिक्स कारो.

नारद जीन एक पन्ना दिखाई. पन्ना मा ईश्वर को एक रैबार छौ- मि यूँ  मनिखो चाल चलन, आचरण  से परेशान ह्व़े ग्यों त मि अब कै हैंको ब्रह्माण्ड बणाणो दूर भौत दूर जाणो छौं अर यीं दै मीन मनिख नि बणाण .

 

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                               देवि  दिवतौं पैथोलोजिकल रिपोर्ट

                                     चबोड्या-  भीष्म  कुकरेती

 

                 स्वर्ग लोक मा चिकित्सा सुविधौं हाल  जाणणो परसि मै तै देवी दिवतौं वैद वैदराज धन्वन्तरी मतबल डा. धन्वन्तरी क अस्पताल ग्यों. डा. धन्वन्तरी वीर हनुमान तै देखिक आणा छया.  मंदिरूं  मा हर जगा लिख्युं   रौंद  बल जनान्यूँ तै  हनुमान जीक छौं बरतण चएंद पन सौब जगा जनानी हनुमान जी पर भिड्यान्दन जां से हनुमान जी तै नयाण पड़द. अब एक दै ह्वाओ  द्वी दै ह्वाओ त क्वी बि नए   जाओ इख त हर  बगत मंदिरूं मा क्वी ना क्वी   जनानि हनुमान जीक खुट पर हाथ लगाणि रौंद अर बिचारा हनुआन जी तै छौं मिटाणो बान तलौ मा इ पड्यू रौण पड़द. अब इन मा बड़ा  बड़ा  चल्लि तक घिसे  जान्दन त हनुमान जी त दिवता छन. बिचारा  वीर  ब्रह्मचारी  बि  निमोनिया  का  बीमार  चलणा छन .

              डा. धन्वन्तरी न पैथोलोजिकल रिपोर्ट देखिक  श्रीनगर गढवाल का कमलेश्वर जी तै  बताई  बल तुम तै खड़ दिया पर बेवहज धुवां ,  अर नकली, बेकार घी ,  खड़ दिया क बाद  इना उना पड्यु  घी अर लिचड़  पिचड़ होण से अजीव सि एलर्जी ह्व़े गे. फिर आप पूरो साल भर ड़र्याँ बि रौंदा कि अब फिर से कीच -पीच  होण. मी अंटी  मड -कीच अर एलर्जी क इंजेक्सन  अर अंटी नकली घीयक गोळि दीणु छौ सैत च कुछ असर ह्वे जाओ।

       पंढरपुर बिटेन बिठोबा देव त घबरयाँ छ्या. उंकी लम्बी मेडिकल  रिपोर्ट देखिक   डा. धन्वन्तरी न बोल, ' कुछ नि ह्व़े सकुद. इथगा सालू से वै मन्दिर मा द्यू बाति  अर लोगुंक धूप बाति जळाण  से उखाक दिवालु पर दु दु फुट म्वासो- काजल जम्युं च अर आप वै फगोसण्या , अमानुषिक  वातावरण तै अब पचाण मा लाचार ह्व़े गेवां  .मनिखुन सुदन नी च ,  मनिखुन अफु साफ़ रौण पण मन्दिर गंदो इ रखण . बस आप तै अब हमेशा योग मा याने  साँस रोकिक अर आँख मूजिक  इ इ रौण पोडल."

  सौणौ  मैना जौं जौं दिवतौं पूजा होंदी वु बेहोशी मा सि छया ।    डा. धन्वन्तरी न ब्वाल बल इखमा मि क्या कौर सकुद . कै बि तरां से तुम दूध मा नयाण अर दूद तै पचाण लैक ह्व़े गे छया. पण अब त अदा से जादा दूद मा चूना, इनसेक्टिसाइड, भौं भौं रसायन  मिल्यु रौंद   अर याँ से आप पर सद्यनौ खजी-रोग ह्व़े ग्याई .बस मलम वगेरा लीणा रावा  बस थोड़ा देरौ कुण सेळि पोडि जाली। असल म यु रोग आपक डी.एन. ए. मा बसी गे त मीन हकीम लुकमान से बि पूछ वी बि बुलणा छया कि  एक दै य़ी रसायन डी.एन.ए. मा चलि गे त तब  कुछ नि ह्व़े सकुद.

  भौत सा दिवता जौं जौं मा अच्काल मनिख मिठाई चढ़ान्दन ऊं पर मिठाई से त ना पर साइड इफेक्ट से यि  दिवता बीमार इ चलणा छन. धरती क डाकटरो तरां  डा. धन्वन्तरी बि जब ऊं तै क्वी बीमारी बिंगण मा  नि आन्द त वो बोली दींदन कि वाइरल इन्फेकसन हुयुं च. डा. धन्वन्तरी न खुलासा कार बल चूंकि मंदिरूं  मा मिठाई चढ़ान्दन अर फिर सालो तलक मंदिरूं  मा   सफै त हुंद नी च त वां से भौं भौं किस्मौ कीड मक्वड़ , बैक्टीरिया, वाइरस पैदा होणु रौंद अर फिर यि किसम किसम का बीमारी सौरान्दन . मनिख त यूँ कीड मक्वडु से  ढबे  गेन  पण दिबतौं न त यो सोचि इ नि छौ मनिखों से  पूज़ा कराण पर दिबतौं तै भौं भौं बीमारी से सामना करण पोडल

   गंगा, जमुना त रुणी छ्या इन लग णु छौ जन बुल्यां यि द्वी बैणि खबेस ह्वावन . रंग बदरंग, कुरंग  छौ. यूंक सरैल से गुवाण, चिराण , मुताण. केमिकल्याण  आणि छे .डा. धन्वन्तरी  न  वूं दुयूं तै दूर एक छ्वाड़ मा  बिठाल्यु छौ . अर नाक पर बड़ो सी कपड़ा बांधिक दूर से इ गंगा, जमुनाक दगड बचळयाणा छया. दुयुंक एकी राड़ घाळि  छे  कि हम दुयुं तै सूर्य मण्डल ना कखी दुसर ब्रह्मांड म ट्रांसफर कारो, जख इ द्वी अपणी पवित्रता  बरकरार रखि सौकन .

  छ्वटा छ्वटा  मंदिरूं  करोड़ो दिवता मानसिक रोगी हुयाँ छया. युं दिबतों रोग च दुसर से जळण. कुछ मन्दिरों मा त लोग लाखो तादात मा जान्दन पण यू तै पुछदि इ नी छन.  बस यू दिबतौ पर जळणो रोग लगी गे. इखमा करोड़ो कुल दिबता बि छन . ऊँ तै जलन होंद कि जन  गढ़वळि अपुण कुल दिबता त बिसरी गेन पण बड़ा बड़ा मंदिरूं मा हर साल चाट घाळिक जान्दन. डा. धन्वन्तरी क कौन्सिलर डाक्टर यूँ दिबतौ ढाढस दिलाण मा लग्याँ छन कि फिकर नि कारो एक दिन यूंक बि बौडिक आलु.
 
  इना बड़ा बड़ा मंदिरों दिबता ऐड़ाट भुभ्याट करणा छया बल हे इश्वर हम तै पाप से बचाओ , हम तै पाप से बचाओ . अब जब पापी अनाचारी, भ्रस्टाचारी भक्त यूंक मंदिरों मा सोना जेवरात का मुकुट चढ़ाणा छन  अर जब यि दिवता भ्रष्ट, अनाचार्यू  चढ़यूँ  मुकुट पैर्दन त इ दिबता अफु तै पापी समजण बिसे जान्दन . डा. धन्वन्तरी क कौन्सिलर डाक्टर यूँकि बि कौनसेलिंग मा लग्यां  छन

    आदि देव महादेव तै दूध, घी, फलों  अर फूलों से एलर्जी छे त ऊन मनिखो तै बताई छौ कि ऊंको लिंग मा पाणी अर बिल्पतरी चढायो जाव .पण मनिख दुसरों तै  रौब दाब दिखाणो बान दूध, फल, फूल कुछ बि चढ़ाणा रौंदन अर देवाधिदेव एलर्जी से भैर इ नि ऐ सकणा छन.

  भौत सा दविता जन कि  गणेश जी, देवी जी तै कंदूड़ो रोग ह्व़े ग्याई.  भक्तो क  दिनरता, जगरता को घ्याळ से यूँ दिबतौं क कंदूड़ो जळपटि फटि गे.

   सब दिवता अर डा धन्वन्तरी न फैसला कार बल अब त ईश्वर से इ मिलण चएंद . तैबारी नारद जी दिखे गेन. बिचारा !  सुखिक कठक बण्या छन ., इन्टरनेट क आण से अब ऊं मा कुछ काम त रै नि गे  त थ्वड़ा भौत कूरियर इना उना ली जान्दन. सबि दिवतौं न ब्वाल कि हम सौब ईश्वर से मिलण चाणा छंवां  त जरा ईश्वर जीक दगड अप्वाइंटमेंट फिक्स कारो.

नारद जीन एक पन्ना दिखाई. पन्ना मा ईश्वर को एक रैबार छौ- मि यूँ  मनिखो चाल चलन, आचरण  से परेशान ह्व़े ग्यों त मि अब कै हैंको ब्रह्माण्ड बणाणो दूर भौत दूर जाणो छौं अर यीं दै मीन मनिख नि बणाण .

 

 Copyright@ Bhishma Kukreti 26/7/2012

 

Bhishma Kukreti

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गढवाली हास्य व्यंग्य साहित्य

                                                 

                                                       हुस्यार कुखड़ी

 

                                              चबोड्या - भीष्म कुकरेती

 
 
   परसि मी दर्शनु बाड़ा क नाति क इख कुखडी लीणो ग्यों . पता णि कथगा साखी ह्व़े गेन धौं ! हम गढ़वळि बामण कुखुड़ खाण मा सबसे अग्वाड़ी रौंदा, जड्डू  मा दूद मा अंडा खांदा  , जंगळ बिटेन दूसरों मार्याँ चूजा तक चपट कौरी जांदा पण मजाल च कि हम बामण कबि एक कुखुड़ बि पाळि लेवां . कुखुड़ पाळण से हमारो ब्रह्म तेज कम ह्व़े जान्दो अर कुखड़ो शिकार खाण से ब्रह्मत्व बढाई दीन्दा. . हम गुड़ से परेज करदवां पण गुलगुला अर गुड़जोळी सपोडिक  खांदा. अब चूंकि हम बामण मार्याँ  चिकन पर इ हथ  लगौंदा अर ज़िंदा मुर्गी से छौं करदवां त सैकड़ो मुर्गी खाणो  उपरान्त बि मि तै कुखड़ो आचारण,  जीवन शैली बारा मा क्वी ज्ञान नी च. आज मीन स्वाच जरा कुखड़ो बारा  म ज्ञान अर्जित करे जाओ.

 मीन एक अनुभवी मुर्गी द्याख अर वीं तै पूछ - तुम कुखड़ो जिन्दगी मकसद क्या हूंद.

मुर्गी- जु हम जंगळ मा हूंदा त हमर मकसद रौंद बल हम खूब म्वाटो ह्व़े जौंवां अर फिर खूब म्वाटो ताजा चूजा पैदा कौराँ .उख जंगळ मा हम कुखड़ो कुण  म्वाट हूण जिंदा रौणै गारेंटी होंद  अर इख मुर्गीखाना या पोल्ट्री फ़ार्म मा म्वाट हूण मतलब ये नरक से जल्दी सोराग जाण . उख जंगळ मा हम प्रेम  का  वास्ता  हैंकि मुर्गी या मुर्गा  क तलास मा रौंदा इख मुर्गीखाना मा हम बचणो बान ढंढो (नाटकीय तरकीब) क  तलास मा रौंदा.

मि- अरे ! इथगा फरक ?

मुर्गी - हाँ उख हम अपण चूजो या बच्चों बचाणो बान भौत सा लड़ाई लड़दवां . इख मुर्गीखाना मा हम यि हजार कोशिश करदां  कि मनिख हम से पैल हमारो बच्चो की बळि  चढै द्याओ

मि- अच्छा ! त इख तुमम  बचणो क्या क्या ब्युंत / उपाय हून्दन ?

मुर्गी- जन कि जनि  क्वी तुम सरीखा शिकर्या  दिख्याई कि मि त कुण्या पर झुप ह्वेक लुकि जांद फिर म्यार बेटा या बेटी मारे जाओ मै तै दुःख नि होंद.

मि- तुम कुखड़ो तै कन कैक पता लगद कि आज भोळ तुमारि मौणि  पर  चक्कु  चलण वाळ च?

मुर्गी- जब बि क्वी गाँ वाळ कै मिलिटरी वाळ तै खुज्याओ त समजी ल्याओ कि दारु पार्टी हूण वाळ च अर हमारि बळि चड़णो समौ   ऐ गे. या जब प्रवासी गाँ मा अन्दन त हमारि बडी संख्या मा मौत आन्द. फिर कखी डौंर थकुलि क  आवाज आओ त वां से बि अंदाज लगद कि मनिखो मा चिकन लेग पीस कि इच्छा जागी गे.

मी - त फिर तू अबि तलक कनकै बचीं छे

मुर्गी- एक त मि बरत धरणु रौंद.  जां से मि म्वाटु नि  ह्व़े जौं. चर्बीदार खाणक से मि परेज करदु .

मि- भौत बढ़िया

मुर्गी- फिर मि आउट डुवर ड्यूटी पर जादा जान्दो 

मि -आउट डुवर ड्यूटी ?

मुर्गी- हाँ. जनि क्वी हम मुर्ग्युं तै दिखणो आन्द मि भैर कखि भाजि जान्दो.

मि- सही तरकीव!

मुर्गी- फिर कैजुअल लीव मि भौत लीन्दु .

मि -क्या ?

मुर्गी - हाँ , मि क्वी ना  क्वी बहाना  लेक मी कैजुअल लीव लीन्दु. जन कि हम मुर्गी जाणि जांदवां कि कै अंडा बिटेन चूजा ह्वालू अर कु अंडा बांज रालो.  जंगळ मा हम बांज अन्डो क छोप मा नि बैठदां  . पण इख मुर्गीखाना मा मि नॉन फर्टाइल अन्डो क  छोप मा कथगा इ दिन बितै दींदु .   फिर मेकअप कौरिक अपण सरैल पर खजी जन चकता पैदा करी लीन्दा या अपण फंकर झाड़ी दीन्दा जां से क्वी बि शिकर्या  हम तै नि  खरीदो. .

मी- क्लास !

मुर्गी -फिर मी मनिखो फिंक्यां  बीडी सिग्रेटो टुकडा  लगैक खै  जांदू अर मै फर खांसी लग जांदि  . इन मा ना त मेरो मालिक बेचीं सकदु अर ना इ क्वी खरीददार मै तै खरिदुद.

मि- एक्सलेंट !

 मुर्गी- मर्त्यणा दिखाण त रोजाना क काम च .

मि- मनिख अर जानवरूं मा क्या अंतर च, भेद च .

मुर्गी- हम शाकाहारी जानवर कबि बि मांश नि खांदा. मान्शाहारी जानवर  अपण जन्दगी बचाणो बान हैंक तै मारदो. तुम मनिख शाकाहारी ह्वेक बि मांसाहारी ह्व़े गेवां.अर तुम अपण जिन्दगी बचाणो बान  ना अपण अहम या सवाद को बान जीवहत्या करदां .
 
मि- हाँ. अच्छा . हैंक जिन्दगी मा मनिख बणण चैलि  क्या ?

मुर्गी- कबि बि ना .

मि- त हैंक जनम मा क्या बणण चांदि ?

मुर्गी- झांझ !

मि- हैं ! तू हैंक जनम मा मछर बणण चांदि ?

 मुर्गी - बिलकुल मछर बणण चांदु

मि - अजीब नी च. मनिख क जोनी छोडि क मछर बणणो गाणि- स्याणि ?

मुर्गी- तुम मनिखुन जून ( चाँद)  मंगल जीति याल भोळ परस्यूं सूरज तै बि जीति देला. पण तुम मनिखों मा मच्छर  जीतणो पुन्यात नी च

 

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गढवाली हास्य व्यंग्य साहित्य

                            नै कार तै ददि ननि कु अड़ाण     

                                   

                              चबोड्या - भीष्म कुकरेती

 

  कारुं जीवन मा बि कारो बुबा  अपण जवैं   या कारूं  मालिक से रूप्या खान्दन. जब कारो भावी जवैं न पूरा रूप्या गणि देन त कारों बुबा अपण बेटिक पलाबंद कुणि तयार ह्व़े.  अब वैन नवाड़ी  कार तै बान दीणो या  हल्दीहाथ बान गैरेज मा भ्याज. उख कार तै नवाणो इंतजाम छौ अर हल्दी जगा पर साबुणो फ्यूण छौ. कैसेट मा मांगळ लगणा छया - आज मेरे यार की  शादी है. न जाओ सयां छुड़ा के बंयाँ.

  जखम नै कार तै बान दिएणा छया उखमि  बगल मा द्वी पुराणि कार   उदासीन, बेदम  ह्वेक पड्या छया. कि वो चड़म   खड़ा ह्व़े गेन . वूं मादे एक नै कारै  ददि छे अर हैंकि ननि छे.

ददि- ये मेरि हुणत्याळि  ! जा बुबा जा अपण मालिक म जा, सदा स्वाग्वंति रै.

ननि-जा त्वे पर कैकी नजर नि लगि . मेरो आशीर्वाद च बल  कबि बि त्वे पर कवी ढसका- चिरोड़ा  नि लग. 

[इना कसेट मा मांगळ का बोल छया- बाबुल कि दुवांये ल़े जा .जा तुझको सुखी संसार मिले .]

ददि- ये , मेरि हिंवळि !  देख जनि तू  भैर  जैलि त पैल सीदा मन्दिर जै. उख नर्युळ चढ़े  अर भगवान से बगैरअपघात कि  जिन्दगी क मनौति मांगि ले. अर जान्दो जांद क्वी दिबता क मूर्ति अपण कमरा मा समण्या विंडो मा  अगनै धौरी दे. यां से दाग नि लगुद .

ननि- उख मंदिर  मा  मंगत्यों तै बि कुछ दे दे.

[मांगळ -तू एक रूप्या देगा वो तुझको दस लाख देगा ....]

ददि- अर सूण हम पर जनम जाति डेप्रीसियेसन कु रोग हूंद. जनि हमर खुट रोड की जमीन मा पोड़ ना कि हमर महत्व कम हूंद जान्दो त ये मेरी घुघती ! अपण स्वास्थ्य अर मेंटेंनेन्स कु खयाल दिन रात करणि रै.

ननि- अर सूण इख हमारी जाति मा   इन नि होंद क्वी हैंको मरद त्यार दगड ब्यौ कारल त पुराणों पति तै उथगा इ रूप्या द्याओ  जथगा मा पुराणों पति न ल्याई . दुघर्या कार क  बडी बेज्जती होंद.

ददि - अर याद रख !  सुबेर सुबेर रोज अपण कमरा क खौड़  सुरण , डिसाण झड़ण,  नयाण-धुयाण नि बिसरी. ह्व़े सौक त वैक्यूम क्लीनर ले लेई. अर जरा धूप बत्ती करणि रै , निथर क्वी परफ्यूम  भितर धौरी दे.  अपण बैठक को पूरो ध्यान रखणि रै  हाँ !लिम्बु मर्च रोज अपण गौळउन्द लटकाणि रै .बुरी नजर नि लगद.अर हाँ अबि जैक पैल त इन्सुएरेन्स जरूर क रै दे. अच्काल  औटो डाक्टरूं  फीस भौत ह्व़े ग्याई.

ननि- अर ईं दुन्या मा जवैं कथगा इ किस्मौ मिल्दन. क्थ्गौं मा हमर आराम अर सीणो बान अलग कमरा हूंद. इन कारों तै महा भाग्यवान कार बुले जांद. फिर कुछुं मा अलग कमरा त नी हूंद पण बिल्डिंगौ चौक मा जगा हूंद. इन कारो तै हम भाग्यशाली कार बुलदवां . अर जु रोड मा कखि  बि गुजर बसर करदन वूं तै हम निर्भागी कार बुलदवां. यूँ बिचार्युं  खुटों मा  कुकुर क्या मनिख बि मुतणा रौंदन अर बिरळ हगणा रौंदन. अर फिर मनिख बि चलदा चलदा छेड़ी   दीन्दन. कथगा धुर्या त इन कारों तै भगैक ली जान्दन अर  कै तै बि बेचीं दीन्दन. इन मा क्वी कार एक दै बदनाम ह्व़े ग्याई त फिर जिन्दगी भर इन कार बदनामी झेलणि रौंद. चोर जारो से हर समौ सावधान रौण   इ चयेंद

[मांगळ को डायलौग- किसी स्त्री के पैर एक बार वैश्या बजार में पड़े तो फिर वह जिन्दगी भर ..]

ददि- अर हाँ रोज अपण  पीणो ध्यान दीणि रै . गैस या पेट्रोल जु बि ह्वाओ वै तै ध्यान से पीणि रै .अर फिर  तेल तूल बि पीणि रै .तेल से हमारि पाचन शक्ति ठीक रौंदी. अर मैना द्वी मैना मा लुब्रिकेंट को  मालिश करण नि बिसरी .टैम टैम पर पाणी पीणि  रै.

ननि- अर अपण मालिक तै अपण मैनुअल पढ़णो जरूर दे दे .

ददि- चलद दै ध्यान रखण कि कै पर धसका नि लग .अर साल भर मा जरूर होल सेल मा मेक अप करणि रै. ओवर हौलिंग मेक अप  बि बुरु नी च 

ननि- अर रस्ता मा ट्रक, बस  या दुसर  कार त्वे तै छिड़णो अर तेरी भुकि  पीणो तैयार राला.. यि कथगा बि लालच दयावान यूंकी भकलौणि मा नि ऐ . एक दै क्वी ट्रक या बस कै कारै  भुकि  पे ल्याओ त समजी ल्याओ वा कार बदनाम ह्व़े जांदी.

ददि- अर जु कखि त्यार कजै दरोड्या ह्वाऊ त त्वे इ तै ध्यान दीण पोड़ल. जरूरत ह्वाओ त इन दरोड्या क्जेक   सिकैत पुलिस मा जरूर करण  चएंद. इन दरोड्या  कजे अफु  त मोर्दु  इ  च हम सरीखा बिगरैलि कार तै बि मारी दीन्दो.

ननि- अर रस्ता चल्द अपण आंख्युं क ख़याल करण चयेंद . इन सुदि बि  आँख नि मरण चयेंद. चाये  वा कार सचिन तेंदुलकर जन खिलाडी क  क्योक नि ह्वाओ. गलत आँख मारणो मतलब च कि दुसर तेरी भुकी प्यालो  अर हमर ज़ात मा भुकी पीण  माने 

 मौत या अपघात . अर पहाड़ी रस्ता या छ्वट रस्तों पर ध्यान देक हिटण चएंद. अर उथगा इ दौड़ण चएंद जथगा हमारि तागत ह्वाओ. 

ददि- अर हर मौसम को हिसाब से अपण मेक अप करण चएंद. गर्म्युं मा घाम से बचणो उपाय, बरखा मा जंक लगण स बचण  सीखी ले हाँ . अर जड्डू  उत्तरी भारत मा  पेट्रोलो दगड मा जरा जरा अल्कौहल पीण जरूरी होंद. जन बल्दों खुणि तिलूं तेल पीण जरूरी होंद.

ननि- अर हाँ चलद दै , दौड़द दै, छौम्पा दौड़ करद दै  खड्डा,  खुब्या, कील वगेरो पर ध्यान जरूर दे अर वूं तै जिठा जी समजिक यूँ से दूर इ रै  निथर पंचर, स्लिप डिस्क. ऐक्सिल  ब्रेकेज जन असह्य बीमारी ह्व़े जांदी .

ददि- उन त दुघर्या बणण  नि चएंद पण जु बौणि ग्यायी त टैम टैम पर ऑटो हॉस्पिटल जरूर जाण चयेंद. 

ननि- उन त त्यार  बुबा न अर वैको आदिम्यून  त्यार कजे तै सब कुछ समजै इ याल होलू पण मी फिर से याद दिलांदु कि वै तै अपण मैनुअल  पढ़णो जरूर दे.अर टैम टैम पर हिदायत दीणि  रै.

ददि- मी फिर से बुल्दु हमर ज़ात  मा भुकि पीण पाप माने जांद . ना त कैकी भुकि पीण ना कै तै अपणि भुकि पीण दीण

न्नि- ले स्यू त्यार मालिक  बि ऐ ग्यायी . जा बेटी जा ...

[मांगळ -बड़े नाज से पाली है हमने . संभाल के रखना ..

जा यीं तै क्लियर बाटु मिले

कबि जाम कु नाम न मिले

सद्यनी हौरू सिग्नल  मिले

ट्रक बस कि ढसाक न मिले

चोर जार कि  नजर न चढ़े

गैस तेल कु दाम न बढ़े

 
 
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स्पैम  ई.मेल क तड़क्वणि( झड़ी )-गढवाली हास्य व्यंग्य साहित्य


                                                चबोड्या - भीष्म कुकरेती

 

                परसि मीम क्वि ई.  मेल नि आई  त मी बगैर पाणि माछ जन टापि टापि करण  मिसे ग्यों. अरे ये जमानो  मा चौबीस घंटा मा एक बि ई.मेल नि आवो त समजी ल्याओ तुमारि औकात इ ना तुम मनिख इ नि छंवां. जैको ई..मेल नि आवो  स्यू मनिखौ गणत मा नि रावो.  मीन अपण नौनु तै पूछ बल क्या ह्व़े ग्याई त वैन बताई बल द्वी चार दिन बिटेन आपन साफ सफै , झाड़ण पोछण   नि कौर  होलू   त तुमर मेल-संदकुडि  भरे गे होली. उन त मी डिलिट को वैक्यूम  क्लीनर से घड़ी घड़ी सफाई करणो रौंद  पण डिलिट ब्वानोक/झाड़ू क   सामर्थ्य कि हद होंद कि ना ?

  जैदिन बिटेन मीन ई.मेल क्या गड़ी बस तै दिन बिटेन सरा दुन्या का लोग म्यार प्रेमी /यार /दगड्या बणणो आतुर्दी छन अर मेरी मदद करणो तैयार छन. मी ऊं तै नि जाणदो पण ओ सैत च मि  तै पछ्याणदा छन.

  एक दिन मा सैकड़ो मेलर  मै तै कै ट्रस्ट या कै बड़ो अदिमौ जायजाद दीणो मिन्नत करणा रौंदन. मि तै समज मा नि आन्दु मीमा क्या च जु यि मेलर मि तै करोडपति बणाण मा आतुर्दी  छन. अर इन जायजाद मिलण सरल बि च बस रजिस्ट्रेसन का पांच हजार रूप्या यूँका बैंक मा जमा करण पोडद . यि लिखदन बल बस पांच हजार रूप्या जमा करो अर कैकी बि औतळि खै ल्याओ. इन्टरनेट से इ पता चौल कि ईं दुनिया हजारो लोग रोज आउट मरदन अर यूँका दुरो वारिश  या मैनेजर सरा जायजाद मै  सरीखा मनिख तै दीण चंदन .

  इनी रोज सैकड़ो मेलर  मि  तै उधार दीणो धार मा खड़ा हुंयाँ   रौंदन. बस यूंकि एकी शर्त होंदी आप अपण बैंक अकौंट नम्बर यूँ तै द्याओ फिर यि लोग बगैर गैरेंटरो करोड़ो मिलियन लोन दे द्याला. मै लगद यों मा योजना योग कु अध्यक्ष मोंटेक सिंग क मेल एड्रेस  नी च निथर  भारत तै वर्ल्ड बैंक मा जाणै जरूरत इ नी छे.

  फिर पचास से जादा कम्पनी मी तै ताकतवर मर्द बणाणो  बान एक गोळी लीणो बान रोज  चिट्ठी भिजदन. अब मी यूँ तै क्या बतौं  कि मी तै तागत वर मर्द इ जी बणण हूंद ट विदेशी गोळी या सलाहकारों  क्या जरुरत ! अपण  नारायण बाडा कम च ?

  सैकड़ो मेल से पता चलद कि दुन्या मा रिसेसन भौत इ ह्व़े ग्याई तबी त इथगा मेल सौ टक्का डिस्काऊन्ट मा माल बिचणो रौंदन. अर डिस्काऊन्ट मेलरूं तादात से त इन लगद कि सौ साल तलक  दुन्या मा रिसेसन न अड्डा जमै क रौण .

  यूँ मेलुं तै सुरद सुरद मेरा ख़ास ख़ास मेल बि डिलीट का चपेट मा ऐ जान्दन.

            असला मा सरा मैना मा द्वी पाठ्कुं मेल हून्दन . यी बि म्येकुण इ ना हरेक   लिख्वारो  खुण  मेल भिजदन बल ' भौत बढिया लिख्युं च '. जब मीन अपण दगड्या पाराशर गौड़ अर धनेश कुठारी कुण कैड़ा शब्दों मा लाब काब बख  तबि  बि यूँ द्वी पाठ्कुं उत्तर ऐ छौ. एकाक जबाब छौ , " आपक   यू   लेख  उत्तराखंड  विकास  का  बान  महत्वपूर्ण    च.". हैंक पाठकौ जबाब छौ,' आपन  ये लेख मा नेताओं की बढिया ढंग से भद्द पीट अर  जु एक सच च". चूंकि हम गढवळी लिख्वारो तै बंचनेरूं चिट्ठी आँदी इ नी च त मेखुण यि पाठक इनी छन  जन नि-ममा से काणु ममा भलो .हम गढवळि लिखवारूं खुणि इथगा इ काफी च कि कैन  हमर गढवळि हेडिंग त बांच च  , पौढ़ च

 एक या द्वी इन लोग हुंदन जु लिखदन बल  भीष्म जी !  मीन  तुमारो गढवळि  साहित्यौ बाड़ी- फाणु भौत खै याल अर यांसे मि तैं  कचै   ह्व़े ग्याई . जरा म्यार नाम अपण मेलिंग लिस्ट से काटि  द्याओ. 

मैना द्वी मैना मा कुछ  द्वी चार मेल  इन  हुन्दन  गाँ  मा  जोंकी  प्रेमिका  फेस  बुक  को  प्रभाव  से भाजी जान्दन वो में खुण लिखदन कि क्वी मंत्र बथाओ बल जांक प्रभाव से जैन मेरी प्रेमिका भगाई मीतै वैकी पुराणि प्रेमिका नसीब ह्व़े जावो. 

 मैना मा द्वी चार मेल मीमन अपण गाँ , अपण कुल देवी या कुल  दिवता अर अपण जातिक इतिहास पुछणो बारा मा हून्दन.

 अब जब मी 'डिलीट आल' को जोळ लगान्दु त  सि  कुछ ख़ास अर  अति महत्वपूर्ण मेल बि ट्रैश  कि ठुपरी मा चलि जान्दन. अर याँ से भौत सा पाठक, अपण जातिक इतिहास खुजनेर में से नाराज ह्व़े जान्दन अर फिर फेस बुक मा लिखदन कि मै सरीखा लिख्वार धोका बाज हून्दन.

       समज मा नि आंदो डिलीट आल को जोळ नि लगान्दो अर एकैक मेल तै डिलीट करदो त मै तै सौब मेलुं तै डिलीट करण मा एक ना सात जनम लगी जाला.   

मीन इन बेकारक स्पैम मेल बन्द करणो बान जी-मेल मा सिकैत कार त ऊंन म्यार मोबाइल नम्बर मांग. मीन बि इमानदार भारतीय ह्वेक अपण मोबाइल नम्बर दे द्याई अर अब वै मोबाइल मा हर घड़ी दुन्या भर से , हरेक देस से भौं भां चीजुं पर डिस्काउंट का एस.एम्.एस. (SMS ) अर फोन आन्दन. मोबाइल कम्पनी मा सिकैत कार त वो अब रोज एक सेल्समन मीम भिजदन कि  मी तै अपण स्कीम अपग्रेड करण चएंद.

जु आपम स्पैम मेलु विरुद्ध क्वी दवा ह्वाओ त मी तै फोन पर बथै दियां .


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 गढवाली हास्य व्यंग्य साहित्य  जारी ....

Bhishma Kukreti

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गढवाली हास्य व्यंग्य साहित्य

 

                                              नामी अर बेनामी (  ब्रैंडेड अर अन- ब्रैंडेड )चीजुं मा महाभारत

 

                                                     चबोड्या - भीष्म कुकरेती

 

                  ब्रैंडेड अर अनब्रैंडेड चीजुं अपण आपस मा बैरमण्वास, तून लगाण , तिराण  , झगड़ा मीन बचपन मा इ देखी आल छौ. हमर इख गाँ मा चंदौसी  को नामी गिरामी .के.बी. ऑयल (कड़ो तेल) आन्द छौ. एक दै हमर घ्वाड़ा वळ ददा जी दुगड़ बिटेन थ्वड़ा  सस्तु मा बेनामी जे.बी ऑयल क्या लाइ कि के.बी. ऑयल न सरा घौरम घ्याळ मचै दे . के.बी. ऑयल न मेरो बडा जी मा ब्वाल बल बम्बई का सेठ ह्वेक बेनामी तेल से खाणक बणैल्या ? के.बी. ऑयल न जे. बी. ऑयल कि इन तौहीन कार कि म्यार दूदी क भुला तै बि घौरम बास आण मिसे गे. परिवार मा सब तै लग कि जे.बी ऑयल मा साग भुटे  जाल या स्वाळ पक्वड़ बणोला त हमारि मुन्डीत  की गाँ मा बेज्जती ह्व़े जाली. बस बडा जीन जे.बी. तेल बामणु , ल्वारूं , टमटो  खुणि ड़ड्वारो बान रिजर्व्ड  कौरी दे.  ड़ड्वारो चीजक ब्रैंड नि दिखे जांद बल्कण मा मात्रा दिखे जांद.

  इख मुंबई मा त मी अपण घौरम ब्रैंडेड अर अन -ब्रैंडेड चीजुं मा रोज घिमसाण, घपरोळ, घपक-घपकौण, घमाचूर मच्युं रौंद.  ब्रैंडेड चीज घमंड मा बेनामी चीज मा  हीण भावना भोरि दीन्दी.

  अब सि पर्स्या क छ्वीं च .म्यार एक कमरा मा अकाई कु टी.वी च जु खराब मिक्सी क तरां घर्र घर्र करण मिस्याई.  त दुसर कमरा बिटेन एल..जी. क एल.सी.डी. रोष म बुलण लगी बल अन-ब्रैंडेड या लो लेवल कु ब्रैंड लाण मी यी आफत हूंद. जाओ अर ये अकाई टी.वी तै बेचीं द्याओ अर हैंको एल .जी..खरीदिक  लाओ.

मी कुछ बुल्दो कि वां से पैल इ एल..जी. क एल.सी.डी न बोलि," पण बिचली कख ? अन- ब्रैंडेड चीजुं रीसेल  वैल्यू बि त नि होंदी! "

उख डीप फ्रीजर मा रोज मौल बिटेन लयां माछ, हैम (सूंगरो  मांस  ) मछी  बजार बिटेन लयां माछुं  अर शिकार तै हड़काणा रौंदन बल तुम अन -ब्रैंडेड माछ अर शिकार की हम मौल का ब्रैंडेड शिकार क  दगड उठण-बैठणौ  क्या औकात ? अर हीन भवना से ग्रसित मछी बजार का माछ बिचारा सौडि जान्दन.  जनि अन-ब्रैंडेड माछ या बखरो रान सड़दन  त ब्रैंडेड शिकार रौक एंड रोल करण बिसे जान्दन अर तून दीन्दन बल देखी याल तुमन अन-ब्रैंडेड चीजुं हाल. फिर यि सौब ब्रैंडेड माछ, शिकार बुल्दन बल "कुज्याण  नीतेश कुमार, मुलायम अर ममता किलै ब्रैंडेड चीजुं अर ओर्गेनाईज्ड अर  ब्रैंडेड रिटल से  नफरत करदन धौं ?" एक ब्रैंडेड अंडा न त एक दिन इन बि ब्वाल," मी जाणदो नि छौं कि इ नेता अफु त अपण अंडर वियर पेरिस बिटेन मंगादन पण य़ी नेता नि चान्दन बल आम भारतीय ब्रैंडेड  डम्फू अर ब्रैंडेड काफुळ खावन"

 अब एक दिन मी एक  अन ब्रैंडेड स्त्री ( आयरन ) लौं त ब्रैंडेड स्विच न बिजली दीण से इनकार कौरी दे बल मी इन अन-ब्रैंडेड चीजुं दगड रिश्ता इ नि रखण चांदु जां से मेरो मान समान घटी जाओ .

 मेरी ब्वारी तै ब्यौ मा द्विएक प्रेशर कुकर भेंट मिली होलू अर यूँ दुई प्रेसर  कुकरों देखिक जनम जाति बैरी हॉकिन्स अर प्रेस्टीज कुकर एक ह्व़े गेन अर यूँ अनब्रैंडेड प्रेसर कुकरों तै म्यार रूस्वड़  मा नि आणि दे त फिर हमन बि  झक मारिक  यूँ द्वी प्रेसर कुकरों तै कै तैं गिफ्ट मा दे देन.

   म्यार दगड्यो न ब्वाल बल यार अब ब्रैंडेड दूद लीण चएंद त हमन बि ब्रैंडेड दूद खरीदण शुरू करी दे. पण जनि हम ब्रैंडेड दूद तै अपण चाइनीज  मिल्क  बौयलर मा गर्म कार त दूद फ़टी गे. दूद मेखुण बुलणु बल ,"   जब ब्रैंडेड मिल्क बौयलर लीणो औकात नी च आप ब्रैंडेड दूद नि खरीदो." मरदो क्या नि करदो. दुसर दिन मी ब्रैंडेड मिल्क बौयलर लै ग्यों अर अचर्ज कि उखम दूद नि फट. मीन ब्रैंडेड  मिल्क बौयलर कु पैथर द्याख त म्यार चंख  चलि गेन ब्रैंडेड मिल्क बौयलर  अर म्यरो चाइनीज मिल्क बौयलर एकी फैक्ट्री मा बणदन. बस ब्रैंडेड  दूद कि धौंस च कि वै तै ब्रैंडेड मिल्क बौयलर इ चयेणु च.     

   इनी  ब्रैंडेड चटाई  सपना त हमारि बेजती  मेमानु समणि इ करी दीन्दी , जनि क्वी मेमान हमर घौर आन्द त या सपना ऊं मा अन- ब्रैंडेड चटाइयों इथगा काट करदि  कि हमर ख़ास नामी गिरामी मेमान रूठी क दुसर दिन बिटेन हमर ड़्यार नि आन्दन.

  हमारो गद्दा त ब्रैंडेड मैट्रिक्स को च पन जनि हम वै मा क्वी अन- ब्रैंडेड चादरु डाळदवां त वु ब्रैंडेड गद्दा अळग उन्द करण बिसे जांद , ब्रैंडेड  गद्दा अन ब्रैंडेड चदरो क इथगा कमी बथान्द  कि हम तै  इन लगद जन बुल्या यू चदरु बिनाणु ह्वाऊ अर याँ से वीं रात  हम तै निंद नी आँदी. बस दुसर दिन हम अन - ब्रैंडेड चदरु बेचीं दीन्दा अर ब्रैंडेड चदरु लेक ऐ जांदा.

ब्रैंडेड जुत अर अन- ब्रैंडेड मोजों मा त रोज घिमसाण मचीं रौंद अर दुयुंक झगड़ा मा खुट म्यार कट्यान्द.बल्दुं झगड़ा मा पुंगड़ी को नुकसान.

          हमारो मेज बि पसंद नि करदो कि हम वैमा गढवळि  पत्रिका धौराँ  . यू मेज हमेशा हम तै अड़ाणु रौंद कि पत्रिका सिरफ  अंग्रेजी की हूण चएंदन.  मिसल च ना कि भितर खांदु  मि फाणु अर बाड़ी अर भैर कुत्ता कुण लान्दो भात चाहे ह्वाऊ बासी  भात.

     अब द्याखो ना म्यार ख़ास दगड्या न 'भारत की स्थानीय भाषाओं को कैसे जीवित रखा जाय' पर एक सम्मलेन बुलाई अर मै तै नि बुलाई. जब कुछ दिन पिछनै यू ख़ास दगड्या मील  त सीदा बुलण बिस्याई, " भीष्म जी असल मा सम्मेलन सिर्फ ब्रैंडेड भाषाओं तलक सीमित छौ त आप तै मीन नि बुलाई. जब कबि अन-ब्रैंडेड भाषाओं क क्वी सम्मेलन  होलू त तुम तै बि जरूर बुलौलु."

मेरी   समज  मा नि आई  कि कन जुग ऐ ग्याई  बल भाषा बि ब्रैंडेड अर अन-ब्रैंडेड को तराजू मा तुल्याण बिसे गेन.!


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 गढवाली हास्य व्यंग्य साहित्य  जारी ...

Bhishma Kukreti

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                                 थैंक  यू स्कूल टीचर !

 

                                 चबोड्या - भीष्म कुकरेती

      म्यरो नाती क मास्टर जी !

     समनैन !

   हालंकि मेरो नाती तै जनि पता चौलल मीन आपौ   कुण नमस्कार या  समनैन संबोधन करी त वैन  चिरडे  जाण कि मी अबि बि ये जमानो मा वै जमाने कि बात करदू. वैक हिसाब से नमस्कार अर समनैन असभ्य लोगूँ भाषा  च.

 म्यार नाती क वजे से अब गां मा मेरी बडी पूछ ह्व़े ग्याई. जब तलक मेरो नाती आपक स्कूल  नि गे छौ पैल मेखुण लोग ददा या काका-बाडा  बुल्दा छया अब नाती न सरा गाँ वळु तै सिखाई याल कि मि अब  या त ग्रैंड पा छौं या अंकल छौं. आपक स्कुलो कारण म्यरो प्रमोसन ह्व़े ग्याई. थैंक यू टीचर. लॉन्ग लिव न्यू एजुकेसन. अब हमर गाँ मा क्वी बि ब्व़े या बाब नी रयुं च. अब सब्युं क प्रमोसन ह्व़े ग्याई. अब ब्व़े मोंम ह्व़े ग्याई अर बाबा  पा ह्व़े ग्याई. बौ अब इन लौ  ज ह्व़े गेन. इख तलक कि अब गीत इन ह्व़े गेन

नि जाणा  ये इन लौ सतपुळी को म्याळा , कतै इ नि जाणा मेरी इन लौ सरीला

गां मा अंग्रेजी स्कूल आण से अब हम सब गाँ वळ बि सभ्य  ह्व़े गेवां अब हम सुबेर नक्वळ नि खांदा बल्कण मा बेक फास्ट लीन्दा. अर हम तै पैल पता इ नि छ्या कि हम दिन मा कुछ हौर खांदा छया अर स्याम दै कुछ हौर. म्यार नाती न बताई कि अब हम दिन मा लंच खांदा अर रात डिन्नर. वो अलग बात च कि भुज्जी अर रुट्टी वी होन्दन .
 
 जब मेरो नाती स्कूल नि जान्दो छौ त वो नयान्दो छौ अब वो बाथ लीन्दु. वु बुल्दो बल नयाण मा असभ्यता की गंद आँदी अर बेदिंग मा सभ्यता की स्मेल  आँदी . चूंकि अब बुढापा मा म्यार नाक इथगा संवेदनशील नी च त मै तै पता इ नि चलणु च कि असभ्यता कि गंद अर सभ्यता कि स्मेल मा क्या फरक होंद.
 
 टीचेर जी!

म्यार नाती आपसे भौत प्यार करदो. स्कूल बिटेन वो भागी भागिक ड़्यार इलै आन्दु कि वै तै आपक दियुं होम वर्क पूरो करण अर सुबेर सुबेर ओ दौड़ी  दौड़ीक स्कूल इलै जांद कि वै तै होम वर्क दिखाण.  अर हाँ इथगा होम वर्क दीणो बान धन्यवाद. होम वर्क करण  मा इ वैक सरा  समौ  बीत जांद अर गां मा गाळी गळोज दीणो मौक़ा इ नि मिल्द. निथर हमर टैम पर हम होम वर्क नि होंद छौ त हम टैम बिताणो बान गाळी गुळि  दीणो प्रैक्टिस करदा छा अर खेतिक काम करदा छया .

  फिर जब बिटेन गाँ मा खेती पाति बन्द ह्वेन त बच्चों कुणि फिजिकल एकसारसाईज करणो कुछ नि रै ग्याई . धनभाग जु आपन म्यार नाती तै इथगा बड़ो बस्ता दे द्याई कि वै बस्ता तै अळगांद अळगांद म्यार नाती दारा सिंग जन ताकतवर ह्व़े ग्याई .

 आपन रक्षा बंधन जन त्यौहार तै महत्व नि दे. बड़ो बढिया कौर . अब बथाओ कै तै बि भै बै नि बणाण अर रखडी पैनाण बि क्वी रीति रिवाज ह्व़े क्या?

अर आपक  स्कूल न हमारो गां मा एक नयो नायाब रिवाज डाळि वांको वास्ता धन्यवाद. फ्रेंडशिप डे कु रिवाज रखड़ी से बढिया च . द्याखो ना अब रखडी छोड़िक लोग सरा गाऊँ मा सौब रबर बैंड बंधिक घुमणा छन. मेरी रिश्ता मा एक बौ च. साथ साल बिटेन मी वीं बौ क बडे करण चाणो छौ पण मौक़ा इ हात नि औणो छौ. ब्याळी (रखडी दुसर दिन ) म्यार नाती स्कूल बिटेन फ्रेंडशिप का रबर बैंड खरीदिक लाइ त पैल त मै गुस्सा आई इ कि एक बैंड जु बजार मा दस पैसा मिल्दो आप दस रूप्या मा बिचणा छंवां . पण फिर मी तै तै फ्रेंडशिप रबर बैंड मा भौत बड़ी संभावना दिख्याई. मी उठो अर एक रबर बैंड मीन वीं बौ क हथुन मा बाँधी दे. वा बौ भौत पुळयाई अर गाळी   दीण बिस्याई बल ये निर्भाग ! त्वे साठ साल लगीन फ्रेंडशिप करण मा ? आपक फ्रेंडशिप डे से मीन अपण भावना प्रकट कार . हमर गाँ मा पुराणो रिवाज निबटाणो अर  नयो रिवाज  लाणो बान धन्यवाद. 
 
 हालांकि कुछ बात मेरी समज मा नि आन्दन .

जन कि आप मदर डे, फादर डे, टीचर डे क दिन बच्चों तै  चौकलेट बीस गुणा दाम पर बिकवदां . जु हम गढ़वळी इनी जि दिमाकबाज हूंदा अर बणिया परविर्ति   का हूंदा त क्या हमर छ्वटु सि गाँ मा राजस्थानी या पंजाबी बणिया आंदा? चलो खैर चौकलेट बिचणो बान इ सै कुछ त हम गढ़वाळयूँ मा बिजिनेस सेन्स त आलो !

पैल पैल त हम सौब गाँ वाळ बेहोश हुन्वां कि सरकारन डोनेसन पर रोक लगाईं च पण आप हर दुसर दिन कै ना कै डे क बान डोनेसन लीन्दा पण अब हम सौब खुश छंवां कि जब हमारा नाति नतिणा  सरकारी कारिन्दा बौणल त ऊं तै घूस ल़ीणो बान बहाना बणाण नि सिखण पोडल. यि अबि बिटेन शास्त्रीय ढंग से घूस  लीण सीखी गेन.

आप हमारा बच्चों तै कृषि सिखाणो बान भाभर टूर पर ली जांदा . यू बि आप ठीक इ करदां  भो ल यूँन मैदानी हिसों मा इ बसण त  बचपन मा इ मैदानी संस्कृति से मुखाभेंट राली त यूँको इ भलो ह्वाल.

फ्रेंडशिप डे क नीबत आज इथगा इ !

युवर्स फेथफुली --

अपण नाति क लवली ग्रैंड पा !


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                    मोबाइल फोन का भौं भौं फोन

                 चबोड्या - भीष्म कुकरेती

          मोबाइल फोन मनिखों कुण एक क्रांतिकारी औजार सिद्ध ह्वेई. पण भौत सा टैम पर यू औजार चिड़  पैदा बि करद.

अब जन कि आज ऐत्वारो खुण म्यार जादा देर तलक सीणो विचार छौ त कनाडा बिटेन ठीक चार बजे मोबाइल बज अर मेरी निसिणि करी गे. फोन पर पाराशर गौड़ जी छया. बुलण बिसेन भीषम जी यार निंद इ नि आणि च भौत कोशिश कार पण कुज्याण या निंद कख हरची गे धौं . फिर पाराशर जी इना उना कि बेमतलब कि छ्वीं लगाण बिसे गेन . अब गौड़ जी तै निंद नि आणि च अर वो मेरी निसिणि करणो बिगरौ समजदन.

          इना गौड़ जीन फोन बन्द कार त मीन स्वाच अब जरा फकोरिक सिये जाओ. मी दुबर सीणो बान आँख बन्द करण इ वाळ छौ कि फोन बजि. फोन पर एक कबि कबि मिलण वाळ दगड्या छौ. ओ दगड्या एयर पोर्ट पर फ्लाईट कि जगवाळ मा छौ. वैन ब्वाल बल कुकरेती जी यार फ्लाईट चेक इन हूण मा अबि आधा घंटा बाकी च त मीन स्वाच आपक दगड छ्वीं लगैक टाइम काटे जाउ. पन्दरा मिनट तलक हम द्वी बेकार कि छ्वीं लगाणा रौंवां .

          आज मेरी बि औड़ छे कि देर तक सीण . इथगा मा धुमाकोट बिटेन डा. नरेंद्र गौनियाल कु फोन ऐ ग्याई बल भैजी अच्काल इख गाँ मा लोक बड्या गौड्यू तै भेळ क किनारा पर बांधि दीन्दन जां से या त गौड़ी लमडि जाओ या गौड़ी तै बाग़ खै जाओ . यां पर मीन द्वी लाइन लेखिन जरा तिसरी लाइन नि आणि च त कुछ सुझाव द्याव्दी . कविता क तिसरी लाइन को चकर मा पन्दरा मिनट गंवैन .

          फिर मीन आँख बन्द कौरी इ छौ कि फिर फोन कि घंटी बजि गे. फोन पर दूध वाळ भैया छौ . दूध वाळ भैया क बुलण छौ बल चूंकि तबेला मा अबि तलक म्युनिसिपैलिटी क पाणी नि आई त भैंस पिजाण मा देरी होली त आज दूध साड़े नौ बजि क जगा दस बजि आलो. मीन ब्वाल बल भै इखमा रैबार दीणो मतलब क्या च?. त दूध वाळ क बुलण छौ बल अब हम अपण गाह्कुं तै टैम पर सूचना दीण अपण ग्राहक सेवा धर्म समजदवां. अब मी क्या पूछ कि देर की सूचना दीण त धरम च पण जब कबि वु दूध नि लान्दो त क्वी रैबार नि दीन्दो तब ग्राहक सेवा धरम को क्या हूंद ?

         अब निंद त ऐ नि सकदी छे पण फिर बि इच्छा ह्वाई कि इनी पड्यू रौं . पण फोन कि घंटी फिर से बजी. अब क दै अखबार वाळो फोन छौ बल आज अखबार टैम पर आलो. मीन पूछ बल भै जब अखबार टैम पर इ आलो त फोन करणै क्या जरुरत पोड़ भै ? अखबार वाळो जबाब छौ बल हम नि चांदा कि टैम पर अखबार आण से हमर ग्राह्कू तै कवी किस्मौ धक्का लगो.
 
         अखबार वाळो फोन बन्द ह्वाई त रद्दी वाळो फोन आई कि वो आज ईं तरफ नि आणु च त वैकी जगवाळ नि कर्याँ .मै तै याद नि च कि हमन कबि बि रद्दी वाळै जगवाळ कौरि ह्वाऊ धौं .

          इथगा मा नाई क फोन आई बल क्या बात आज बाळ नि कटाण ? मीन नाई तै बताई बल पैलाक हफ्ता त बाळ कटाईन. नाई को जबाब छौ चूंकि सौण क मैना लोक बाळ कम कटान्दन त येबरी वैक दूकान खाली च त वैन बि टैम काटणो बान फोन कौरी दे.अब बताओ नाई मा फालतु समौ च त टैम पास कुणि वै तै मी इ मीलु.
 
              इथगा मा मटन शौप से फोन आई कि अच्काल फिफ्टी परसेंट डिस्काऊन्ट मा मटन ले ल्याओ. मीन बताई कि भै सौणक मैना मा हम शिकार नि खांदा त दुकानदार न ब्वाल बल तबी त हम फिफ्टी परसेंट डिस्काऊन्ट दीणा छंवां.

             मटन शॉप को फोन बन्द ह्वाई कि राशन वाळो फोन आई कि चीनी दाम बढ़ी गेन . मीन ब्वाल भै त इखमा फोन करणो क्या जरुरत छे त राशन वाळो जबाब छौ बल अपण गाहको तै सही सूचना त दीणि चएंद कि ना ? बात त सै च पण जब बि कै चीजौ दाम जब कम ह्वाओ त यू कबि बि इन सूचना नि दींदु .

       फिर द्वी तीन फोन बैंक वाळु क ऐन. द्वी चार फोन एयर लाइन्स वाळु क डिस्काऊन्ट का बाबत ऐन .
 
       अर आखिरै बौस कु फोन आई , " मि. कुकरेती ! . रिसेसन मा चूंकि कंपनी तै नुकसान हूणो अंदेसा च त तुम सरीखा अधिकार्यू तनखा कम करण पोड़लि . त जरा यां पर एक बढिया प्रेरणा दायक भाषण तैयार कौरिक लये.

  अब चूंकि भाषण तैयार करण जरुरी छौ त मीन अपण मोबाइल फोन बन्द करी दे अर लैप टॉप खोली दे .

 

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Bhishma Kukreti

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                             क्रिक्यटरूं कमै अर कमेंटरी

 

                                चबोड्या - भीष्म कुकरेती

 

     अचकाल टी.वी. चैनेलुं मा , अखब़ारूं मा, भारतौ या भैराक पत्रिकाओं मा क्रिक्यट  खिलाड्यू  खेल पर कम ऊंक कमाई अर दुसर कामु चर्चा छ्वीं जादा होन्दन . ऊ दिन दूर नि छन जब क्रिक्यट कमेंटरी इन ह्व़े जाली .

गुड मोर्निंग ! आज भारत अर पकिस्तान कु एक दिनों क्रिक्यट मैच  च . पकिस्तान की टीम मा तीन पुराणा चेहरा टीम मा ऐ गेन. यि तिनी ब्याळि इ मैच फिक्षिंग का जुर्म मा द्वी सालो जेल काटी क अयाँ छन . चूंकि यूंक सजा पूरी ह्व़े ग्याई त यि खिलाड़ी जोर शोर से खिलणो तियार छन. जेल मा इ यूँ खिलाड्यू कुण मैच प्रक्टिस अर मैच फिक्सिंग को पूरो इंतजाम छौ. ख़ास बात या च कि प्रसिद्ध बैक -बैंक ऑफ़ मनि न यूँ तिन्यु तै अपण ब्रैंड अम्बैसडर घोषित करी आल अर तीन सालो खुण तीन करोड़ सालाना करार पर यि अब बैंक का विज्ञापन मॉडल बि राला. कति भारतीय सामाजिक संस्थान यूँ तिनि खिलाड्यू अजेंटू क संपर्क मा छन कि यि यूँ सामजिक संस्थानों  ब्रैंड  अम्बैसडर बौणि जवान.   

   भारत की तरफ से बि टीम मा तीन बदलाव ह्वेन . मोहित शर्मा अर महिपाल  बिन्टू जु रेव पार्टी मा चरस गांजा पींद पकडे गे छ्या ,  जेल मा छया अर उ द्वी अच्काल पेरोल मा अयाँ छया त  क्रिक्यट बोर्ड की इजाजत से भारतीय टीम मा यूंक चुनाव ह्वाई. तिसरो खिलाड़ी उदंकार  कैलास सिगरेट कम्पनी क झूलो ब्रैंड कु ब्रैंड अम्बैसडर च अर वैकी सालाना कमै सौ करोड़ सिर्फ विज्ञापनों से च .

     भारतीय खिलाड्यू न अपण अपण पोजीसन ल़े आल .

   पैलि स्लिप मा वीरेन्द्र वाहबाग च जैकी सालाना कमाई द्वी सौ करोड़ सालाना  च अर अच्काल जरा कैच जादा छोड़ना छन  त कमै कम ह्व़े ग्याई

दुसरी स्लिप मा अछेकी तेंदुलकर च जु सचिन कु चचेरा भतिजु   च . वैक कुर्ता अर पैंट पर इथगा ऐड स्पौट  छन कि इन पता इ नि चलणु च कि अछेकी तेंदुलकर भारतीय खिलाड़ी च. सालाना  अछेकी तेंदुलकर तीन सौ करोड़ इनकम टैक्स भरदो पण इनकम टैक्स वाळ सच नि मानणा छन अर चार केस ट्रिब्यूनल मा जयां छन.

   चार सौ करोड़ सालाना  कमै वळु भारतीय कप्तान विराट मोहली न  गेंद भारत मा सबसे जादा कमाण वाळ बै  हथो गिन्देर  अल्जहीर खान तै द्याई. अल्जहीर गिंदी तै अपण पैंट क हरेक ऐड   स्पौट पर घुसुद घुसुद जाणु च अर अल्जहीर खास ध्यान दीणु च  च कि  टी.वी. मा हरेक ऐड स्पोट दिखयाणु राउ.

   बिकेट पर पाकिस्तानी खिलाड़ी च जैक सालाना कमाई क बारा मा पाकिस्तान क्रिक्यट बोर्ड अर पाकिस्तान इनकम टैक्स वळु तै बि नि पता च पर सौब तै पता च कि वैकी कमाई क्यां क्यां से हूंद.

अर अर ...अर पाकिस्तान मा सबसे जादा कमाण वळ  खिलाड़ी न जोर से छक्का मार . अर अब गिंदी भारत मा सबसे कम कमाई वाळ गिन्देर म च  . आज हमर संवाददाता न खबर दे कि जनि यू बौलर दस विकेट ले ल्यालु एक कमाई बि दस लाख रूप्या प्रति दिन  ह्व़े सकद.

अब सी लंच टैम ह्व़े ग्याई .

हमारो स्टेटिसियन  न हम तै बताई कि आज अल्जहीर न बगैर विकेट का सात ओवर मा बयालीस रन देन याने कि  प्रति रन पचास लाख

दुसर गिन्देर न तीस रन देन त यू खर्चा ह्वाई प्रति रन चालीस लाख

आज सबसे कम रन उदंकार न देन बस उनतीस रन अर खरचा आये एक लाख प्रति रन . याने कि उदंकार आज सबसे किफायती गिन्देर साबित ह्वाई.

जख तलक फील्डिंग कु सवाल च फील्डिंग मा आज रमेश रैना अग्वाड़ी राई अर वैन पैसों कु हिसाब से बीस करोड़ रूप्या क रन बचैन

अर द्वी कप्तानो सहमती से अम्पारो न  खेल टैम से एक घंटा पैलि इ ख़तम करी दे. कारण  च बल द्वी टीम आज दुनिया की मशहूर शराब ब्रैंड क विज्ञापन शूटिंग मा जाणा छन.

आज दिन भारत को भी ठीकि राई भारत तै चालीस लाख रूप्या प्रति रन पोड़ त पकिस्तान कु खरचा ह्वाई एक करोड़ रूप्या  प्रति विकेट.

 

Copyright@ Bhishma Kukreti 7/8/2012

 

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