ग्राम नारी (रुद्रप्रयाग ) में मलवाल परिवार के मकान में काष्ठ कला अंकन , लकड़ी नक्काशी
गढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान , बाखली , खोली , छाज कोटि बनाल ) काष्ठ कला अंकन , लकड़ी नक्काशी- 240
Traditional House wood Carving Art of Nari, Rudraprayag
संकलन - भीष्म कुकरेती
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आज विकास गौड़ द्वारा भेजी गयी सूचना आधारित ग्राम नारी (रुद्रप्रयाग ) में मलवाल परिवार के मकान में लकड़ी नक्काशी पर चर्चा होगी .
ग्राम नारी (रुद्रप्रयाग ) में मलवाल परिवार के वर्तमान दुपुर -दुखंड (दुघर ) मकान में काष्ठ कला अंकन विवेचना हेतु तीन बिंदुओं में ध्यान देना होगा
ग्राम नारी (रुद्रप्रयाग ) में मलवाल परिवार के मकान में तिबारी स्तम्भों में काष्ठ कला अंकन ,
ग्राम नारी (रुद्रप्रयाग ) में मलवाल परिवार के मकान में निमदारी खाम स्तम्भों में यदि काष्ठ कला अंकन हुआ तो विवेचना
ग्राम नारी (रुद्रप्रयाग ) में मलवाल परिवार के मकान में पहली मंजिल में मोरी (खिड़की /झरोखा ) सिंगाड़ों / स्तम्भों में काष्ठ कला अंकन ,
ग्राम नारी (रुद्रप्रयाग ) में मलवाल परिवार के मकान में पहली मंजिल में स्थित तिबारी काष्ठ कला अंकन:- तिबारी पहली मंजिल में है, तिबारी में दो सिंगाड़ों /स्तम्भ व तीन सिंगाड़ों /स्तम्भों के मध्य दीवाल है। लगभग प्रत्येक सिंगाड़ /स्तम्भ कला में एक जैसे ही हैं। स्तम्भ पत्थर के छज्जे के ऊपर पत्थर की देहरी के ऊपर पत्थर के चौकोर आधार पर टिके हैं। स्तम्भ के आधार में उल्टा कलम फूल कुम्भी बनाता है जिसके ऊपर ड्यूल है और ड्यूल के ऊपर उर्घ्वगामी /सीधा कमल पुष्प है। कमल फूल से स्तम्भ लौकी आकार लेने लगता है। जहां स्तम्भ की सबसे कम मोटाई है वहां उल्टा कमल फूल की आकृति अंकित है , इसके ऊपर ड्यूल व ड्यूल के ऊपर सीधा कमल अंकित है। कमल दल के ऊपर स्तम्भ थांत (cricket bat blade जैसा ) रूप धारण कर ऊपर चौखट मुरिन्ड से मिल जाता है। थांत में अंकित दीवालगीर भी हैं।
ग्राम नारी (रुद्रप्रयाग ) में मलवाल परिवार के मकान में निमदारी में काष्ठ कला अंकन:- तिबारी के बगल में ही छह खामों (स्तम्भ ) व पांच ख्वाळ की निमदारी स्थापित है। निमदारी के स्तम्भों व मुरिन्ड में ज्यामितीय कटान हुआ है।
ग्राम नारी (रुद्रप्रयाग ) में मलवाल परिवार के मकान में मोरी (खिड़की ( में काष्ठ कला अंकन- मकान के पहली मंजिल में एक मोरी / खिड़की भी स्थापित है। मोरी के दोनों ओर के स्तम्भ के आधार में कुम्भी है फिर ड्यूल फिर कुम्भी जैसा अंकन हुआ है। मोरी स्तम्भ में ऊपरी कुम्भी के ऊपर स्तम्भ सीधा ऊपर चढ़ता है व ऊपर जाकर तोरणम में बदल जाता है।
निष्कर्ष निकलता है कि ग्राम नारी (रुद्रप्रयाग ) में मलवाल परिवार के मकान में काष्ठ में ज्यामितीय व प्राकृतिक अलंकरण हुआ है। मकान विशेष मकान की श्रेणी में अत है क्योंकि मकान में तिबारी भी व निम दारी दोनों स्थापित हैं। ,
सूचना –फोटो आभार:विकास गौड़
* यह आलेख भवन कला संबंधी है न कि मिल्कियत संबंधी, भौगोलिक स्तिथि संबंधी। भौगोलिक व मिलकियत की सूचना श्रुति से मिली है अत: अंतर के लिए सूचना दाता व संकलन कर्ता उत्तरदायी नही हैं . लेख अन्य पुरुष में है अपितु श्री व जी प्रयोग नहीं किये गए हैं
Copyright @ Bhishma Kukreti, 2020
Traditional House wood Carving Art of Rudraprayag Garhwal Uttarakhand , Himalaya
रुद्रप्रयाग , गढवाल तिबारियों , निमदारियों , डंड्यळियों, बाखलीयों ,खोली, कोटि बनाल ) में काष्ठ उत्कीर्णन कला /अलंकरण , नक्काशी श्रृंखला
गढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान , बाखली ) काष्ठ अंकन लोक कला ( तिबारी अंकन ) -
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