जागरण समाचार
चौखुटिया (अल्मोड़ा)। दूरस्थ गांवों को सड़क सुविधा से जाड़े जाने के नाम पर चाहे किमने ही दावे हो रहे हों, लेकिन आज भी कई गांव मोटर मार्ग से नहीं जुड़ सके है। इस विकास खंड अंतर्गत ऐसे ही गांव है टिम्टा, सीरा, लालुरी, कनोली, ककड़खेत व कबड़ोला। यहां के वाशिन्दे आज भी मीलों की कठिन पैदल चढ़ाई के बाद गांव पहुंचते है। अन्य बुनियादी सुविधाओं का भी यहां अभाव बना है। सीरा, कनोली, लालुरी, टिम्टा, ककड़खेत, कबड़ोला सहित आसपास बसे अन्य गांव इस विकास खंड के दूरस्थ गांव है। यहां की मुख्य समस्या आवागमन की है। आजादी के 62 वर्षो बाद भी ये गांव सड़क सुविधा से नहीं जुड़ पाये है। जिससे ग्रामीण मीलों की कठिन पैदल चढ़ाई के बाद गांव पहुंचते है। राशन सहित अन्य घरेलू सामान सिर पर रख कर ही ढ़ोया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार मांग के बाद भी उनका कोई सुधलेवा नहीं है। गांवों के लोग कहते है कि यदि इन गांवों को सड़क जैसी सुविधा से जोड़ दिया जाता तो उनकी जिन्दगी ही बदल सकती है। वर्तमान यहां के लिये आवागमन का साधन न होने से इन गांवों से पलायन तेजी से बढ़ रहा है। लोगों की मांग है कि चन्थरिया, सीमापानी से होते हुए सीरा, टिम्टा, कनोली, लालुरी, ककड़खेत व कबड़ोला से मासी तक जोड़ा जाये। इस बाबत विधायक पुष्पेश त्रिपाठी का कहना है कि चन्थरिया से सीरा होते हुए कनोली व लालुरी के लिये सड़क स्वीकृत है तथा शीघ्र ही कार्य शुरू होने के बाद आगे की मंजूरी करा ली जायेगी।