Author Topic: Public Protest For Development - जिबड़ियो छाल्यो पड़ो विकास पुकारि-पुकारि  (Read 27441 times)

umeshbani

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पांचवीं पास युवाओं के लिए सेना के दरवाजे बंद हुए
Mar 04, 12:58 am

पिथौरागढ़,जागरण संवाददाता: पांचवी पास युवाओं के लिए सेना में भर्ती के दरवाजे बंद हो गए है। अभी तक भर्ती के लिए निर्धारित पांचवीं की शैक्षणिक योग्यता को खत्म कर दिया गया है।

नए मानकों के मुताबिक अब अधिकांश पदों में भर्ती के लिए हाईस्कूल उत्तीर्ण होना अनिवार्य कर दिया गया है। केवल तीन पदों के लिए ही आठवीं पास युवा अपना भाग्य आजमा सकेंगे।

अब तक सेना में सिपाहियों के सामान्य,ईएमईऔर पायनियरपदों के लिए शैक्षिक योग्यता आठवीं कक्षा उत्तीर्ण रखी गई थी। पर अब नए मानकों में इसे मैट्रिक कर दिया गया है।

इसी तरह तकनीकी संवर्ग में आने वाले म्यूजिशियन,ब्लैक स्मिथ,कारपेंटर, पेंटर,टेलर,बढ़ई,सफाईवाला,बारबर आदि के लिए अब तक निर्धारित पांचवीं कक्षा उत्तीर्ण का मानक भी बदलकर हाईस्कूल कर दिया गया है।

केवल सईस(घोड़ो की सफाई करने वाला),सफाईवाला और मशालची पदों की शैक्षिक योग्यता ही आठवीं पास रखी गई है। इन पदों के लिए अभी तक पांचवीं पास की योग्यता निर्धारित थी।

सहायक भर्ती अधिकारी नवल किशोर के अनुसार भर्ती के लिए नए मानक छठे केन्द्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों के आधार पर तय किए गए हैं। एक अप्रैल 2009 के बाद होने वाली भर्ती में नए मानक लागू होंगे।

पंकज सिंह महर

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देहरादून, जागरण संवाददाता: आजादी के 61 वर्ष बीत जाने के बाद भी पहाड़वासी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। हालत यह है कि की ग्रामपंचायतों में बिजली के खंभों नहीं लगाए गए हैं। इससे ग्रामवासी लालटेन युग में जीने को मजबूर हैं। रुरल लिटिगेशन एंड इंटाइटलमेंट केन्द्र (रूलक) एवं जेंडर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (प्रगति) द्वारा आयोजित नवनिर्वाचित महिला पंचायत प्रतिनिधियों की तीनदिवसीय कार्यशाला में कुछ इसी प्रकार के विचार व्यक्त किए गए। महिला पंचायत प्रतिनिधियों ने बताया कि सालरा, खेड़मी, राजो, नूराणूं, पलियाणा, भरासू, खरसाड़ी, लुड़ग्याल जैसे गांवों में आज भी लोग दो-तीन किलोमीटर से पीने का पानी लाने को मजबूर हैं। प्रतिनिधियों ने नेटवाड़ बिजली परियोजना का कार्य जल्दी शुरू नहीं किए जाने पर आंदोलन की भी बात कही। कार्यशाला में मुन्नी देवी, जमनी देवी, सुनीता देवी, जयगिरी देवी, सुशीला देवी, संतोषी देवी, शर्मिला देवी आदि शरीक हुईं।
 

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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There is protest every where day by day after all what is happening there.

पंकज सिंह महर

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पेयजल को लेकर बेरीनाग क्षेत्र में मचा हाहाकार

बेरीनाग(पिथौरागढ़)। तापमान बढ़ने के साथ ही बेरीनाग में जबरदस्त पेयजल संकट गहराने लगा है। नगर व गांवों की पेयजल आपूर्ति करने वाली अधिकांश योजनाओं के स्त्रोतों में पानी कम होने से टैक सूख गये है। पानी के अभाव में कई विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना के भी बंद होने की संभावना पैदा हो गयी है।

स्त्रोतों का जल स्तर घटने से जहां तहसील मुख्यालय में लोगों को कई दिनों तक पेयजल नसीब हो पा रहा है। वहीं पुरानाथल, डांगीगांव, जाजर, ग्वीर, उडियारी, खितोली, राईआगर, भण्डारीगांव, पौसा व पुस्तोला सहित दर्जनों गांवों के लोगों को दूरस्थ गाड़ गधेरों से पेयजल जुटाना पड़ रहा है। आठ माह से वर्षा नहीं होने के कारण गांवों के परंपरागत धारे-नौले व गाड़-गधरे भी सूखे की चपेट में आ चुके हैं। श्रोतों के सूख जाने के कारण अब अधिकांश गांवों में नलों से हो रही आपूर्ति भी प्रभावित हो चुकी है। पानी की कमी के चलते विद्यालयों में दिन का भोजन बनाना भी मुश्किल हो गया है। अगर मौसम की यह मार कुछ और दिनों तक जारी रहती है तो हालात बेकाबू होने की संभावना है। इधर सरकार द्वारा पंद्रह प्रतिशत जलकर बढ़ाये जाने को लेकर भी लोगों में गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि योजनाओं के सूखेने के कारण आम जनता को पीने का पानी नसीब नहीं हो पा रहा है दूसरी तरफ सरकार जल कर में वृद्धि कर रही है।




पंकज सिंह महर

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खिन्न ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की धमकी
डीडीहाट(पिथौरागढ़)। पिछले लंबे समय से सीढ़ीचामा क्षेत्र में मोटर मार्ग निर्माण की मांग करने के बावजूद शासन प्रशासन से कोई पहल नहीं होने से क्षेत्रवासियों में रोष व्याप्त है। क्षेत्रवासियों ने इस उपेक्षा के खिलाफ लोक सभा चुनावों का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। यह निर्णय चामा में आयोजित बैठक में लिया गया।

ग्राम प्रधान रुक्मणी देवी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि सीढ़ी चामा, खतेड़ा, भकुंडा, नापड़, रोड़ा और वल्दीनौड़ा के लोग पिछले चालीस वर्षो से मोटर मार्ग निर्माण की मांग उठा रहे है। बावजूद इसके आज तक कोरे आश्वासन दिये गये है। ग्रामीणों ने कहा कि विभिन्न पार्टियों के नेता चुनावों में तमाम घोषणाएं करते है परंतु सत्ता में आते ही दुबारा क्षेत्र की समस्याओं की सुध नहीं लेते है। इसके चलते यहां के लोगों को 25 किमी की पैदल दूरी तय कर आदिचौरा या नाचनी पहुंचना पड़ता है। ग्रामीणों ने इस उपेक्षा के खिलाफ आगामी लोक सभा चुनावों में मतदान नहीं करने का निर्णय लिया।




पंकज सिंह महर

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जागरण समाचार
चौखुटिया (अल्मोड़ा)। दूरस्थ गांवों को सड़क सुविधा से जाड़े जाने के नाम पर चाहे किमने ही दावे हो रहे हों, लेकिन आज भी कई गांव मोटर मार्ग से नहीं जुड़ सके है। इस विकास खंड अंतर्गत ऐसे ही गांव है टिम्टा, सीरा, लालुरी, कनोली, ककड़खेत व कबड़ोला। यहां के वाशिन्दे आज भी मीलों की कठिन पैदल चढ़ाई के बाद गांव पहुंचते है। अन्य बुनियादी सुविधाओं का भी यहां अभाव बना है। सीरा, कनोली, लालुरी, टिम्टा, ककड़खेत, कबड़ोला सहित आसपास बसे अन्य गांव इस विकास खंड के दूरस्थ गांव है। यहां की मुख्य समस्या आवागमन की है। आजादी के 62 वर्षो बाद भी ये गांव सड़क सुविधा से नहीं जुड़ पाये है। जिससे ग्रामीण मीलों की कठिन पैदल चढ़ाई के बाद गांव पहुंचते है। राशन सहित अन्य घरेलू सामान सिर पर रख कर ही ढ़ोया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार मांग के बाद भी उनका कोई सुधलेवा नहीं है। गांवों के लोग कहते है कि यदि इन गांवों को सड़क जैसी सुविधा से जोड़ दिया जाता तो उनकी जिन्दगी ही बदल सकती है। वर्तमान यहां के लिये आवागमन का साधन न होने से इन गांवों से पलायन तेजी से बढ़ रहा है। लोगों की मांग है कि चन्थरिया, सीमापानी से होते हुए सीरा, टिम्टा, कनोली, लालुरी, ककड़खेत व कबड़ोला से मासी तक जोड़ा जाये। इस बाबत विधायक पुष्पेश त्रिपाठी का कहना है कि चन्थरिया से सीरा होते हुए कनोली व लालुरी के लिये सड़क स्वीकृत है तथा शीघ्र ही कार्य शुरू होने के बाद आगे की मंजूरी करा ली जायेगी।

पंकज सिंह महर

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मोटर मार्ग का निर्माण नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी
jagran, Jun 16, 02:18 am

नाचनी(पिथौरागढ़)। सेलमाली से कोटा पन्द्रहपाला तक प्रस्तावित मोटर मार्ग का निर्माण नहीं होने से क्षेत्रवासियों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। क्षेत्रवासियों ने शीघ्र सड़क नहीं बनाये जाने पर उग्र आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी है। मोटर मार्ग नहीं होने से इस क्षेत्र के लोगों को दस किमी की पैदल दूरी तय करनी पड़ती है।

मालूम हो कि सेलमाली से कोटा पन्द्रहपाला, लोथ व मलोन से लिंक रोड बनाये जाने की मांग को लेकर पिछले दिनों क्षेत्रवासियों ने नाचनी में चक्का जाम किया था। इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने शीघ्र सड़क निर्माण शुरू करने का आश्वासन दिया था। परंतु लंबा समय बीतने के बाद भी मोटर मार्ग का निर्माण नहीं किये जाने से क्षेत्र के लोगों का आक्रोश भड़कने लगा है। क्षेत्र पंचायत सदस्य गोविन्दी देवी ने बताया कि मोटर मार्ग नहीं होने से इस क्षेत्र के लोगों को आज भी कई किमी की पैदल दूरी तय करने को मजबूर होना पड़ रहा है। सड़क नहीं होने से आवश्यक वस्तुओं का ढुलान भी घोड़ों पर किया जाता है। इसके चलते ग्रामीणों को महंगे दामों में खाद्यान्न उपलब्ध होता है। गंभीर मरीजों को डोली में मुख्य सड़क तक पहुंचाना पड़ता है। उन्होंने कहा है कि यदि एक माह के भीतर सड़क का निर्माण शुरू नहीं किया जाता है तो इसके खिलाफ पूरे क्षेत्र की जनता उग्र आंदोलन छेड़ देगी।

पंकज सिंह महर

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सड़क न बनने पर भूख हड़ताल की चेतावनी
JAGRAN NEWS, Jun 16, 02:18 am

कीर्तिनगर (नई टिहरी गढ़वाल)। डागर क्षेत्र की जनता ने अपने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को लेकर संयुक्त संघर्ष समिति का गठन किया है। समिति ने ग्रामीणों की सड़क, बिजली, शिक्षा व अन्य मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए व्यापक आंदोलन की चेतावनी भी दी है।

सोमवार को समिति की बैठक में अध्यक्ष एवं कोठार के वर्तमान प्रधान चन्द्रभानु सिंह पंवार ने कहा कि डागर क्षेत्र की हजारों जनता आज भी मूल भूत सुविधाओं से वंचित है। इसके चलते हर साल गांवों से कई परिवार शहरों की ओर पलायन कर रहे है। सड़क यातायात के नाम पर क्षेत्र के कई गांव वंचित हैं और कई गांव के लोग आज भी आठ किमी पैदल चलने को मजबूर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र के लिए दस वर्ष पूर्व स्वीकृत अंबेडकर मोटर मार्ग भी अधर में लटका हुआ है। इसके अलावा शासन ने वर्ष 2008 में एक ऐसे गांव के लिए पीएमजीएसवाई के तहत सड़क स्वीकृत कर दी, जो पहले से ही सड़क से जुड़ा हुआ है, जबकि एक हजार की आबादी वाले कोठार गांव तक सड़क नहीं दी जा रही है। उन्होंने बताया कि शासन की इस हरकत से क्षेत्र के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। बैठक में पूर्व क्षेपं सदस्य लोकेंद्र सिंह नेगी ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द सड़कें नहीं बनाई, तो 25 जुलाई को श्रीदेव सुमन स्मृति दिवस के मौके पर वे भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। बैठक में प्रधान लक्ष्मण सिंह राणा, सरस्वती देवी, पूर्व प्रधान चंदन सिंह नेगी, महिला मंगल दल की अध्यक्ष श्रीमती लखपती देवी, विमला देवी महर, कनिष्ठ प्रमुख संजय लाल शाह, कमल सिंह जाखी, चित्रमणी भट्ट आदि मौजूद थे।

पंकज सिंह महर

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पेयजल संकट से जूझ रहे है कई गांव के लोगJun 24, 02:45 am

पिथौरागढ़: आठगांव शिलिंग, स्यूनपोखरा और ऊपरी कुमलगांव के लिये चालीस वर्ष पूर्व बनायी गयी पेयजल योजना का ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। पानी के लिये तरस रहे लोगों ने सोमवार को जल संस्थान के अधिशासी अभियंता के सामने समस्या उठाते हुये समस्या का समाधान करने की मांग उठायी।

जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एके अधलखा को ज्ञापन सौंपते हुये ग्रामीणों ने कहा कि चार गांवों के लोग पिछले चालीस वर्षो से देवधार-ऐंचोली पेयजल योजना से लाभान्वित हो रहे थे। परंतु पिछले दिनों विभाग ने बिना आपूर्ति बढ़ाये कई अन्य क्षेत्रों में भी इसी योजना से संयोजन दे दिये है। इसके चलते उन्हे पानी नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों का कहना था कि समान वितरण नहीं होने के कारण ऊपरी क्षेत्रों में बसे परिवारों को पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि विभाग द्वारा शीघ्र पेयजल समस्या का समाधान नहीं किया गया तो उन्हें आंदोलन के लिये बाध्य होना पड़ेगा।




पंकज सिंह महर

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मूलभूत सुविधाओं से महरूम है मलौन कोटापन्द्रपाला क्षेत्रJul 09, 10:29 pm

तल्लाजोहार का मलौन कोटापन्द्रपाला व लोध क्षेत्र आजादी के 60 वर्ष बीतने के बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर पिछले लंबे समय से प्रयासरत संघर्ष समिति ने शीघ्र मांगें पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी है।

मुनस्यारी विकासखंड के तल्लाजोहार क्षेत्र में आने वाली मनौन, कोटापन्द्रपाला, लोध सहित दर्जनों ग्राम सभाओं में सड़क, विद्युत व संचार जैसी मूलभूत सुविधायें नहीं है। यहां के लोग वर्षो से क्षेत्र में आवश्यक सुविधायें मुहैया कराये जाने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे है। क्षेत्रवासियों के आंदोलन के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया। परंतु एक भी मांग पूरी नहीं हुयी। इसको लेकर संघर्ष समिति में आक्रोश गहरा गया है। संघर्ष समिति का आरोप है कि क्षेत्र के लिये वर्ष 2001 में स्वीकृत मोटर मार्ग 9 वर्षो में मात्र छह किमी बन पाया है। ऐसे में यहां के लोगों को आज भी पैदल दूरी तय कर मुख्य मोटर मार्ग तक पहुंचना पड़ता है।



 

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