अलकनंदा दूषित होने पर भड़कीं महिलाएं
श्रीनगर गढ़वाल, जागरण कार्यालय : अलकनंदा नदी को प्रदूषित करने के खिलाफ महिलाओं ने तीव्र आक्रोष व्यक्त किया है। अलकनंदा नदी में डाले जा रहे मलबे और नदी तट को प्रदूषित होने पर यदि तत्काल रोक नहीं लगी, तो प्रकृति पर्यावरण संस्थान और नगर महिला विकास सामाजिक संगठन के बैनर तले महिलाएं आन्दोलन करेंगी।
जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल से महिलाओं ने अनुरोध करते हुए कहा कि नदी तट को साफ-सुथरा बनाया जाए और नगर के मध्य में स्थित शराब के ठेके को अन्यत्र स्थापित करें।
कल्याणेश्वर धर्मशाला में महिलाओं ने बैठक कर कहा कि श्रीनगर में गंगा एक्शन प्लान निष्क्रिय बना हुआ है। प्रकृति पर्यावरण संस्थान की अध्यक्ष व पालिका सभासद बीना चौधरी ने कहा कि अलकनंदा नदी के किनारे कूड़े-कचरे के ढ़ेर जमा हैं।
ट्रकों में भरकर मलबा व मिंट्टी नदी में डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि सुलभ शौचालय का मलबा भी अलकनंदा नदी में बहा दिया जाता है। शराब के ठेके को वहां से हटाने को लेकर कई बार शासन-प्रशासन से अनुरोध भी किया। नगर पालिका बोर्ड़ से भी प्रस्ताव पारित हुआ, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
महिलाओं ने कहा कि अब मजबूर होकर वह इन समस्याओं को जिलाधिकारी के संज्ञान में डाल रहे हैं। संगठन की उपाध्यक्ष सुषमा थपलियाल, महामंत्री अरुणा राणा, कोषाध्यक्ष रमा अग्रवाल, सचिव मुन्नी पांडे, प्रेमकला चौधरी, लक्ष्मी जैन आदि ने बैठक में विचार व्यक्त किए
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