हीरा सिह राणा जी यह गीत जो की रंगीली बिंदी एल्बम से है ! पहाड़ के ब्यथा पर यह गाना
घाम गयो धारा मा ,
ब्याखुली को तार मा ..
रुमझुम बिनाई बाजी ,
जब हरिया श्यार मा.
म्यार ही भरी आयी ,
म्यार ही भरी आयी
नान गया स्कूल मा ..
इज बीजू का कानी मा ..
लेखी ननु ले पाती ...
अपन अपन बाटी ..
काके भागम कलम चली ,
काले खानिछा माती ..
म्यार ही भरी आयी ,
म्यार ही भरी आयी
गया घसियार श्यार मा ,
ज्योद दठुला हाती मा ,
शुर मुरूली बाजी...
रोल गढ़यारा गाजी ..
रुमझुम बिनाई बाजी ,
जब हरिया श्यार मा.
म्यार ही भरी आयी ,
म्यार ही भरी आयी
घाम गयो धारा मा ,
ब्याखुली को तार मा ..