देवरा यात्रा पर निकले तुंगेश्वर
रुद्रप्रयाग, जागरण कार्यालय: तल्लानागपुर क्षेत्र के पंचकोटी के ग्यारह गांव की घर देवारा यात्रा के बाद आज भगवान तुंगेश्वर की उत्सव डोली चोपता पहुंची। जहां दूर-दराज से बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। एक वर्ष से अधिक समय तक देवरा यात्रा पर रहने बाद फ्लासी में बन्याथ का आयोजन भी किया जाएगा।
ज्ञात हो कि 24 जनवरी से भगवान तुंगेश्वर ने 25 वर्षो बाद फ्लासी गांव से अपनी घर देवारा यात्रा शुरू की थी। जो पंचकोटी के गांव फ्लासी, गडिल, बच्छनी, उर्खोली, तडाग, खाली, कांडा, क्यूडी, कोलू, भन्नू, दानकोट, कुंडा, जाखाणी, भटवाडी के बाद गत रात्रि चोपता पहुंची। रात्रिभर दूर-दराज से आए भक्तों ने कीर्तन-भजन करके जागरण किया गया। रविवार को पुजारी ने भगवान तुंगेश्वर की पूजा-अर्चना करके आरती की। इसके बाद भगवान ने चोपता बाजार में भक्तों को दर्शन देकर यात्रा शुरू की। आज से तीन दिनों तक भगवान मलाऊ गांव की देवरा यात्रा पर रहेंगे। इसके बाद भगवान की उत्सव डोली को मंदिर परिसर में ले जाया जाएगा। और भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद वह फिर उत्तर दिशा की देवरा यात्रा पर निकलेंगे। चारों दिशाओं की यात्रा करने के बाद फ्लासी में बन्याथ का आयोजन भी किया जाएगा।
इस यात्रा में भूतेर, क्षेत्रपाल, देवी एवं भगवान तुंगेश्वर के निशाण भी डोली के साथ-साथ चल रहे हैं। देवरा यात्रा में बड़ी संख्या में कई गांवों के ग्रामीण प्रतिभाग कर रहे हैं। मान्यता है कि यात्रा काल के दौरान यदि भगवान से कोई मनोकामना की जाती है, तो वह अवश्य ही पूर्ण होती है।
मंदिर समिति के अध्यक्ष विनोद सिंह रावत ने बताया कि भगवान तुंगेश्वर घर दिवारा यात्रा के बाद चारों दिशाओं की यात्रा पर निकलेंगे। यात्रा लगभग एक वर्ष से अधिक समय तक चलेगी। जिसके बाद महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा।