चुरा, लामण और छौपाति
चुरा, लमण और छौपाति गीत गढ़वाल के रावैन और जौनसर क्षेत्रों से आते हैं। ये प्रणय प्रेम गीत भी दार्शनिक प्रसन्न भाव के साथ द्विपदी के रूप में गाए जाते हैं। रावैन में ये गीत लामणी कहलाते हैं और आमतौर समूह में नृत्य के साथ गाए जाते हैं। छौपती भी एक सामूहिक गीत है।