राजाजी पार्क में रेड, दो शिकारी दबोचे
राजाजी राष्ट्रीय पार्क की हरिद्वार, चीला और मोतीचूर रेंज की संयुक्त टीम ने स्निफर डाग के साथ चीला-मोतीचूर रेंज के गलियारे में बसे खांड गांव में देर रात तीन घंटे तक रेड की। इस दौरान शिकार की नीयत से बैठे दो शिकारियों को तारबाड़ बिछाने और उसमें करंट प्रवाहित करने एवं जंगली मुर्गे को मारने के आरोप में रंगे हाथ पकड़ा गया। रेड करने वाली टीम की पकड़ में आये एक अन्य आरोपी के समर्थन में उसके परिवार की महिलाएं उतर आई। उन्होंने अधिकारियों से हाथापाई की, जिस पर टीम उन्हें अल्टीमेटम देकर लौटी। दोनों शिकारियों को जेल भेज दिया गया है, जबकि एक को फरार घोषित कर दिया गया।
मुख्य वन्य जीव संरक्षक परमजीत सिंह को मुखबिर से सूचना मिली थी कि चीला-मोतीचूर कारीडोर के खांड गांव में कुछ लोग बाघ, तेंदुआ और हाथी आदि वन्य जीवों का शिकार करते हैं। खेतों में बिजली का करंट किनारे छोड़ गया है ताकि इनकी चपेट में आकर बाघ और गुलदार ढेर हो जाएं। सूचना पर रणनीति के तहत रात करीब 11.30 बजे तीनों रेंज के अधिकारियों ने सबसे पहले टुंडा नेपाली, जो पहले भी वन्य जीवों के शिकार के मामले में जेल जा चुका हैं, के यहां दबिश देने की तैयारी की। इसी बीच टुंडा नेपाली शिकारी के घर से कुछ दूरी पर जंगल के किनारे कुछ हलचल हुई। जंगलात की टीम ने उस ओर धावा बोला। रात के अंधेरे में टार्च की रोशनी देख उक्त व्यक्ति भागने लगा, लेकिन वन विभाग की बड़ी फौज ने उसे दबोच लिया। कड़ाई से पेश आने पर उसने अपना राजपाल निवासी खांड गांव बताया। उसने वनाधिकारियों को बताया कि वह जंगली मुर्गे का शिकार कर रहा था। मौके से मरा हुआ जंगली मुर्गा भी मिला। टीम ने उसके पास मौजूद झाड़ियों में बंदूक की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिल सकी। राजपाल की निशानदेही पर खेतों के खतरनाक रास्ते को अंधरे में पार कर टुंडा नेपाल के यहां दबिश दी गई। टुंडा नेपाल खेत के किनारे तार-बाड़ बिछा उसमें करंट छोड़कर आराम से खाट पर सोया हुआ था। वह कुछ समझ पाता कि इसके पहले ही उसे हिरासत में ले लिया गया। टीम करंट प्रवाहित करने वाली जगह तक पहुंची। करंट को हटाकर खेत के किनारे बिछाई गई तार को जब्त किया गया। इसी दौरान एक अन्य व्यक्ति जिसका नाम विनोद बताया गया, उसे भी टुंडा नेपाली के बयान पर रात में ही हिरासत में लिया गया। इसी बीच उसके घर वालों को खबर लग गई और घर की महिलाओं ने वन विभाग की टीम का घेराव कर लिया। शोर मचाने लगीं। अधिकारियों से महिलाओं की हाथापाई भी हुई। जिस पर हिरासत में लिए गए विनोद को सुबह रेंज आफिस स्वयं पहुंचने की हिदायत देकर टीम दो आरोपियों को साथ लेकर मोतीचूर रेंज पहुंची। पूछताछ के उपरांत टुंडा नेपाली और राजपाल के विरुद्ध शिकार करने का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया, जबकि विनोद के सुबह रेंज आफिस नहीं पहुंचने पर फरार घोषित कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान राजाजी नेशनल पार्क के उप निदेशक श्रवण कुमार, मोतीचूर के उप प्रभागीय वनाधिकारी वीके सिंह, प्रमोद कुमार, हरिद्वार के रेंजर विक्रम सिंह तोमर, मोतीचूर के रेंजर हरि सिंह रावत, वन्य जीव सलाहकार बोर्ड के सदस्य राजेन्द्र अग्रवाल, वन्य जीव प्रतिपालक (अवैतनिक) राजीव मेहता, दिनेश पाण्डेय सहित पार्क के अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे।
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