गडवाल का बड़ा बड़ा डांडा कांठा
कुमाऊ का छोटा छोटा डाना काना
का बीच रे
ऐसु साल फिर बिछला
गैरसैंण मा तिरपाल
मिल भी टीबी अखबार मा
देखी सुणयाली पढ़याली
राजनीती का ग्वेर
फिर जाला
गैरसैंण की छानियों मा
राजनीती की दुध दै घी छाच
खै पैकी फिर चली जाला दूँण
जख बीटि ऊ आया छन
अर जख ऊँकु राजनीती निवास च
सदानी कु
कुमया दाज्यू अर गड्वाली भयों
हम पहाड़ी त डांडो मा खल्ली
हरेला मनाओ अर झुमैला नाचो खुणि
हुया छन मंत्री जी आला रिबन काटला
तामसु होलू तमासगेर बणी फिर वू चली जाला
इन्नी हाल रालू उतराखंड कु त फिर कबि दिन नि आला ..............शैलेन्द्र जोशी
फोटो क्लिक .......शैलेन्द्र जोशी