छोटी छोरी कु लम्बू धौपैलु
द्वी गज की बांद
नौ गजो लम्बू धौपेलु
छोटी छोरी कु सज धज
बांदो से नयारू पायरु
गुन्द्ख्याली सि हथ खुटी
गोल गाती नारंगी सि दाणी
छोटी छोरी कु बडू तमासू
रूपे कि हाम चौ दिसू
छोटी छोरी कि बड़ी बात
छोटी छोरी बब्कीबात सि
सुण सि गात मा धागा सि लम्बी धौपेली
छोटी छोरी कु लम्बू धौपैलु
द्वी गज की बांद
नौ गजो लम्बू धौपेलु......................शैलेन्द्र जोशी