उत्तराखण्ड के हितैषी बनने वाले राजनीतिक दल और राजनेताओं में गिनती के लोग ही हैं, जो खुलकर गैरसैंण के पक्ष में हैं। कांग्रेस पार्टी के दो सांसद श्री सतपाल महाराज तथा प्रदीप टम्टा जी ने खुलकर गैरसैंण को उत्तराखण्ड की स्थाई राजधानी बनाने के लिये बयान जारी किये हैं। जिसका मेरा पहाड़ स्वागत करता है।
इनके अलावा उत्तराखण्ड क्रान्ति दल, सी०पी०आई०, उ०प०पा०, उ०जन०पा० के अलावा मुख्य राजनैतिक दलों कांग्रेस और भाजपा ने इसपर अभी तक चुप्पी साध रखी है। जो कि गंभीर बात है और सोचनीय विषय यह भी है कि २०१२ के चुनावों के लिये कमर कस रहे यह राजनैतिक दल और इनके नेता उत्तराखण्ड के सबसे मुख्य, तात्कालिक, अविलम्बनीय, लोक महत्व और भावनात्मक विषय पर अपनी सोच तय नहीं कर पाये हैं, जो कि दुभाग्यपूर्ण है।