Poll

Do you feel that the Capital of Uttarakhand should be shifted Gairsain ?

Yes
97 (70.8%)
No
26 (19%)
Yes But at later stage
9 (6.6%)
Can't say
5 (3.6%)

Total Members Voted: 136

Voting closed: March 21, 2024, 12:04:57 PM

Author Topic: Should Gairsain Be Capital? - क्या उत्तराखंड की राजधानी गैरसैण होनी चाहिए?  (Read 351751 times)

Rawat_72

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iska ek haal ye bhee hai kee log ekjut hoke ye elaan kar de kee wo agli bar usi party ko vote denge jo apne ghosnapatr mein saaf saaf declare kare kee wo saata mein aane ke baad within one week Rajdhani transfer kee ghoshna karenge.

राजेश जोशी/rajesh.joshee

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मित्रो,
मेरा तो इन नेताओं पर कभी भी विश्वास नही रहा है, मैंने पहले भी इस फ़ोरम के माध्यम से एक बात कहनी चाही है कि राजधानी का तो विवाद चलता रहेगा लेकिन क्या गैरसैण में कोई राष्ट्रीय या राज्य स्तर का आस्थान/सस्थान भी स्थापित नही किया जा सकता?  अब प्रदेश को एक आई०आई०टी०/एन०आई०टी० व आई० आई० एम० मिला है। पर हमारे परम आदर्णीय मुख्य मंत्री महोदय जिनको अगर आप नही भी देखना चाहे तो न्यूज चैनल और अखबार वाले दिखाकर ही रहेंगे ने नये आई०आई०टी० के लिये अपने भावी चुनाव श्रेत्र को चुन लिया है। जबकि उसके ३० कि०मी० के दायरे में पहले से ही श्रीनगर में केन्द्रीय विश्व्वविद्यालय और घुड़दौड़ी में सरकारी ईन्जीनियरिंग कालेज है।  क्याही अच्छा होता कि नया आई०आई०टी०/एन०आई०टी० गैरसैण में बनता वहा पर जमीन की उपलब्धता भी होती और कुमाऊ-गढ़वाल का विवाद भी नही होता।  पर हमारे प्रदेश के ये कर्णधार अपनी दुकानदारी से उपर अगर प्रदेश के लोगों के बारे में कुछ सोच पाते।
इस बात पर भी कम आश्चर्य नही होता कि उत्तराखण्ड का जनक बताने वाली पार्टी के हर्ता-कर्ता भी उसी सरकार की गोद में बैठे है जो पहाड़ और ऊत्तराखण्ड विरोधी है।  उनने भी कभी गैरसैण के विकास या वहां पर कोई राष्ट्रीय/प्रादेशिक आस्थान/संस्थान स्थापित करवाने का प्रयास नही किया।  बस राजधानी गैरसैण का जाप करके या कही पुतला फ़ूंक के अपने कर्तव्य की इतिश्री समझ ली है।

Devbhoomi,Uttarakhand

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गैरसैण अब दूर नहीं, और कोई मंजूर नहीं



बागेश्वर। उत्तराखंड राजधानी संघर्ष समिति ने उत्तरायणी के दौरान ऐतिहासिक सरयू बगड़ में ऐलान किया कि गैरसैण राजधानी के बगैर पहाड़ का विकास हो पाना संभव नहीं है। उन्होंने राजधानी के लिए जल्द ही एक और वृहद आंदोलन की आवश्यकता पर बल दिया।

सभा को संबोधित करते हुए उत्तराखंड लोक वाहिनी के अध्यक्ष डा शमशेर सिह बिष्ट ने कहा कि गैरसैण स्थान लोगों की पहचान व अस्मिता का सवाल है। इससे इंकार नही किया जा सकता है। राजधानी संघर्ष मोर्चा की संयोजिका कमला पंत ने कहा कि उत्तराखंड सरकार की गलत नीतियों के कारण ही पंजाब सरकार उत्तराखंड को उद्योगों में दी गयी छूट का सुप्रीम कोर्ट में विरोध कर रही है।

 पहाड़ के औद्योगिक पैकेज का लाभ पहाड़ के दस जिलों को नहीं मिल पाया जिस कारण विगत दस सालो में पलायन तेजी से बढ़ा है। सभी वक्ताओं ने कहा कि पहाड़ के वास्तविक विकास के लिए गैरसैण राजधानी बनाया जाना जरूरी है। संघर्ष समिति इसके लिए प्रदेश में जनजागरण अभियान चला रही है।

http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_6105967.html

KAILASH PANDEY/THET PAHADI

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Daju logo, Uttarakhand ki Rajdhaani abhi Dehradun me hee hai yaa fir Gershan me shift ho gayi hai???

धनेश कोठारी

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Daju! aapaki sanka ka samadhan yah hai ki, " aajkal Chini mahangi ho rakhi hai warna munh mitha to kiya hi ja sakata tha,
Khair thoda chini sasti hone do, aur Rajdhani ko Gairsain jane do.

[bgcolor=#0000FF]गैरा बिटि सैंणा मा

हे द्‍यूरा!
स्य राजधनि
गैरसैंण कब तलै
ऐ जाली?
बस्स बौजि!
जै दिन
तुमरि-मेरि
अर
हमरा ननतिनों का
ननतिनों कि
लटुलि फुलि जैलि
शैद
वे दिन
स्या राज-धनि
तै गैरा बिटि
ये सैंणा मा
ऐ जाली।


source : Jyundal (A Collection of Garhwali Poems)
कापीराइट : धनेश कोठारी
[/bgcolor]
Daju logo, Uttarakhand ki Rajdhaani abhi Dehradun me hee hai yaa fir Gershan me shift ho gayi hai???

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Excellent Dinesh Ji.

Aaj phir se hamara rajdhani ka issue thanda hai. Lekin ladaayee hamari laagi rauli.

Daju! aapaki sanka ka samadhan yah hai ki, " aajkal Chini mahangi ho rakhi hai warna munh mitha to kiya hi ja sakata tha,
Khair thoda chini sasti hone do, aur Rajdhani ko Gairsain jane do.

[bgcolor=#0000FF]गैरा बिटि सैंणा मा

हे द्‍यूरा!
स्य राजधनि
गैरसैंण कब तलै
ऐ जाली?
बस्स बौजि!
जै दिन
तुमरि-मेरि
अर
हमरा ननतिनों का
ननतिनों कि
लटुलि फुलि जैलि
शैद
वे दिन
स्या राज-धनि
तै गैरा बिटि
ये सैंणा मा
ऐ जाली।


source : Jyundal (A Collection of Garhwali Poems)
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Daju logo, Uttarakhand ki Rajdhaani abhi Dehradun me hee hai yaa fir Gershan me shift ho gayi hai???

यह एक महत्वपूर्ण टोपिक है.  कृपया इस पर अपनी प्रतिक्रिया प्रतिदिन जोर-सोर से  दें.

Daju,

.....................9 November-----> 10 November----------> 24 December-----------------> aur uske baad AAJ ish topic par kuch likha jaa raha hai...........

agar ishi tarah Hamare pahad ke sabhi logo ko so-so kar Gershan ki yaad aayegi to mujhe nahi lagata hai ki wo kabhi bhi Rajdhani ban payegi.

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Good to see, some activities are taking place regarding the shifting of Capital.
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राजधानी को लेकर ग्राम स्तर पर होंगी गोष्ठियां

श्रीनगर (पौड़ी गढ़वाल)। गैरसैंण राजधानी बनाने की मांग को लेकर आंदोलनकारियों का धरना 187 वें दिन भी जारी रहा।

वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्मारक में धरना स्थल पर सभा कर आंदोलनकारियों ने निर्णय लिया कि गैरसैंण राजधानी के मुद्दे को लेकर आंदोलन में और तेजी लाने के लिए अब ग्राम स्तर पर गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। नगर तहसील और ग्रामसभा स्तर पर संघर्ष समितियों का गठन करने के साथ ही जनजागरण अभियान भी चलाया जाएगा। इन कार्यक्रमों को शुरू करने के लिए आंदोलनकारियों ने रणनीति तैयार कर अभियान तुरंत प्रारम्भ करने को भी कहा है। श्रीनगर शहरी क्षेत्र में वाहनों की पार्किंग समस्याएं, कूड़े के निष्पादन के लिए ट्रेंचिंग ग्राउंड और बढ़ाए गए भवन कर के खिलाफ भी गैरसैंण राजधानी संयुक्त संघर्ष समिति ने संघर्ष करने का निर्णय लिया है। सभा में खुशहालमणि बड़थ्वाल, प्रेमदत्त नौटियाल, पित्र प्रसाद पैन्यूली, जीपी बहुगुणा, रवीन्द्र कांडपाल, अमूल चंदोला, सुनीता, अनिल स्वामी आदि उपस्थित थे।
 

Sunil Pandey

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सबसे बड़ी बात उत्तराखंड के विकास और  रोजगार की है क्या इस बात से भी फर्क पड़ता है की राजधानी देहरादून हो या गैर सेन आप लोग क्या कहते है इस बारे मै ?

sunil..........

Sunil Pandey

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सबसे बड़ी बात उत्तराखंड के विकास और  रोजगार की है क्या इस बात से भी फर्क पड़ता है की राजधानी देहरादून हो या गैर सेन आप लोग क्या कहते है इस बारे मै ?

sunil..........

 

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