Source : livehindustan.com
बेशक स्थाई राजधानी के मुद्दे पर कांग्रेस अभी तक अपना रुख साफ नहीं कर पायी हो। प्रदेश विधानसभा में राजधानी के सवाल पर कांग्रेस के विधायक तराई व पहाड़ के नाम पर बंटते रहे हो। लेकिन कांग्रेसी सांसद सतपाल महाराज ने लोकसभा में गैरसैंण के पक्ष में आवाज बुलंद कर राजनीतिक हलके में सनसनी मचा दी।
महाराज ने मंगलवार को लोकसभा में हिमाचल व जम्मू कश्मीर का हवाला देते हुए उत्तराखंड के दुर्गम इलाके गैरसैंण में नए विधानभवन के निर्माण की मांग उठा दी। पूरी तरह पहाड़ी क्षेत्र के विकास पर फोकस करते हुए महाराज ने कहा कि राज्य का गठन निश्चित मकसद के लिए किया गया था।
महाराज ने उत्तराखंड के सीमित संसाधनों का उल्लेख करते हुए केन्द्र सरकार से गैरसैंण में नए विधानभवन के निर्माण में सहयोग की भी मांग की। महाराज ने कहा कि हिमाचल व जम्मू कश्मीर में भी विधानसभा सत्र दो -दो स्थानों पर आहूत किए जाते हैं। इसी तर्ज पर उत्तराखंड में भी गैरसैंण व देहरादून में विधानसभा सत्र आयोजित किए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि दो-दो स्थानों पर सत्र होने से जम्मू, श्रीनगर, धर्मशाला व शिमला का विकास तेजी से हुआ है। महाराज ने कहा कि गैरसैंण के गढ़वाल व कुमाऊं के मध्य स्थित होने के कारण इन दोनों इलाकों के विकास में अतिरिक्त तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय जनता की भी यही मांग है कि उनकी विधानसभा, उच्च न्यायालय, शिक्षा, पुलिस व स्वास्थ्य मुख्यालय पहाड़ में स्थित होने से विकास की रफ्तार तेज होगी। और इससे आय के साधन भी बढ़ेंगे।