These Leaders have been talking that Capital should be in Gairsain but never work on realities.
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पहाड़ में बने राज्य की राजधानी: टम्टा
लैंसडौन (पौड़ी गढ़वाल)। अल्मोड़ा- पिथौरागढ़ के कांग्रेसी सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा की राज्य की राजधानी पहाड़ में ही बनाई जानी चाहिए। यदि प्रदेश की राजधानी पर्वतीय क्षेत्र में नहीं बनी तो राज्य का भगवान ही मालिक होगा।
शनिवार को पर्यटन नगरी में पत्रकार वार्ता में श्री टम्टा ने कहा की उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना के अनुरूप इसकी राजधानी पर्वतीय क्षेत्र में बनाई जानी चाहिए। लैंसडौन नगर इस बात का प्रमाण है की पहाड़ों में सुंदर शहर बन सकता है। उन्होंने पर्वतीय क्षेत्र में राजधानी बनाए जाने के मुद्दे को राजनीति के चश्मे से न देखे जाने का आह्वान सभी दलों से करते हुए कहा पर्वतीय क्षेत्रों में राजधानी बनाए जाने का सवाल पहाड़ की जनता के दर्द से जुड़ा है। उन्होने कहा की गैरसैंण का नाम जनता के बीच से सर्व मान्य रूप से आ रहा है। यदि गैरसैण में राजधानी नहीं बनाई गई तो आने वाली पीढ़ी मौजूदा राजनीतिक नेतृत्व को जरूर कोसेगी।
उन्होने कहा की सरकार विद्युत परियोजनाओं से यहां के जल को दूसरे राज्यों के उपयोग में ला रही है। जबकि प्रदेश में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। पत्रकार वार्ता में कांग्रेस बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री गिरिराज हिंदवाण, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ दुगड्डा के ब्लाक मंत्री मनवर सिंह आर्य मौजूद थे।
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