पर्यटक स्थलों की सुध नहीं
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विकास खंड भिलंगना में एक दर्जन से अधिक पर्यटक व तीर्थाटन स्थल सरकार व विभाग की लापरवाही के चलते उपेक्षित हैं। यहां तक पहुंचने के लिये मोटर मार्ग तथा रज्जू मार्ग न होने के कारण पर्यटकों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
प्रदेश सरकार भले ही पर्यटन व तीर्थाटन को विकसित करने के लाख दावे कर रही हो लेकिन इसकी हकीकत भिलंगना प्रखंड मे परे है। यहां पर एक दर्जन से भी अधिक पर्यटन स्थल सरकार व पर्यटन विभाग की उपेक्षा के चलते वीरान पड़े हैं। अगर इन स्थलों का सौंदर्यीकरण किया जाता तो पर्यटकों के आने से यहां पर स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलता और पलायन पर भी रोक लगती। प्रखंड मे एक भी ऐसा पर्यटन स्थल नहीं है जहां जाने के लिये आज तक सड़क या कोई रज्जू मार्ग बना हो। स्थानीय लोग कई बार इस संबंध मे विभाग को अवगत करा चुके हैं लेकिन आज तक इस ओर कई ध्यान नहीं दिया गया है। पर्यावरणविद् डॉ.एसडी जोशी, लायक राम, सुन्दर सिंह कठैत, आदि लोगों का कहना है कि यदि यहां के पर्यटक स्थलों को सड़क मार्ग से जोड़ा जाता यहां पर पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।
प्रखंड में पर्यटक तथा तीर्थाटन स्थल और सड़क से दूरी
स्थान दूरी
पंवाली कांठा सड़क से 16 किमी जराल ताल सड़क से 12 किमी विश्वनाथ सड़क से 8 किमी
मेंडू पर्वत सड़क से 15 किमी भांसर ताल सड़क से 14 किमी लिंग ताल सड़क से 20 किमी द्रोपती ताल सड़क से 20 किमी हटकुणी सड़क से 25 किमी