Uttarakhand including Haridwar, Bijnor, Saharanpur in Mahabharata and Purana -1
महाभारत व पुराणों में हरिद्वार , बिजनौर , सहारनपुर सहित उत्तराखंड का वर्णन -1
History of Haridwar, Bijnor, Saharanpur Part --59
हरिद्वार, बिजनौर , सहारनपुर का आदिकाल से सन 1947 तक इतिहास -भाग -59
इतिहास विद्यार्थी ::: भीष्म कुकरेती
जब तक सिंधु घाटी के अवशेषों का पता नही चला था तब तक यही माना जाता था कि 1500 विक्रम संवत पूर्व ही आर्यों से भारत में ऐतिहासिक युग प्रारम्भ हुआ। किन्तु सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष सिद्ध करते हैं कि भारत में 3500 विक्रम संवत पहले आधुनिक सभ्यता आ चुकी थी।
महाभारत , रामायण व ततपश्चात रचे गए पुराणो में पुराणो का वर्णन है। पुराण का तातपर्य इतिहास व सुनी गयी ऐतिहासिक कथाएँ होता था। वास्तव में जिस प्रकार का प्रयत्त्न वेदों की रचनाओं को सुरक्षित रखने के लिए हुए उतने प्रयत्त्न पुराणो के श्लोकों को सुरक्षित रखने हेतु न हो सका। महाभारत में एक वर्णन है जिसमे कहा गया है कि वृहस्पति नीति शास्त्र के एक लाख श्लोक समाप्त हो गए हैं याने कि श्रुति संरक्षण विधि में ये श्लोक समाप्त हो गए।
पौराणिक साहित्य में ऐतिहासिक तथ्य अवश्य हैं।
महाभारत
महाभारत की घोषणा कहती है कि ऐसी कोई कहानी नही है जो महाभारत म नही है . महाभारत में कुरुक्षेत्र एक महत्वपूर्ण घटना है। यह महायुद्ध शायद 1000 -1400 BC पूर्व हुआ होगा।
महाप्रलय की तिथि 33102 BC आंका जाता है।
आकलन से पौराणिक कालों को निम्न उपवर्गों में बांटा गया है।
प्रलय पूर्व युग - 3120 BC से पहले
प्रलय -मनु युग - 3102 -3000 BC
ययाति युग - 3000 -2750 BC
मान्धाता युग -2750 -2550 BC
परशराम युग -2550 -2350 BC
रामचन्द्र युग - 2350 -1950 BC
श्रीकृष्ण युग -1950 -1400 BC
महाभारत युद्ध - 1400 BC
परीक्षित से नन्द वंश युग -1400 -350 BC
** संदर्भ - ---
वैदिक इंडेक्स
डा शिव प्रसाद डबराल , उत्तराखंड इतिहास - भाग -२
राहुल -ऋग्वेदिक आर्य
मजूमदार , पुसलकर , वैदिक एज
घोषाल , स्टडीज इन इंडियन हिस्ट्री ऐंड कल्चर
Copyright@ Bhishma Kukreti Mumbai, India 12 /2/2015
Contact--- bckukreti@gmail.com
History of Haridwar to be continued in हरिद्वार का आदिकाल से सन 1947 तक इतिहास; बिजनौर इतिहास, सहारनपुर इतिहास -भाग 60
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